- इस सीजन की एक दिन में सबसे ज्यादा हुई 77.7 मिमी बारिश
- सुबह से लेकर रात तक झमाझम बरसे बदरा
- बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड, तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट
- जुलाई माह में अब तक 164 मिमी हुई बारिश
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: वेस्ट यूपी में रविवार को सुबह से लेकर रात तक जमकर बारिश हुई। आसमान पर छाए सुबह सवेरे काले बादल धीरे-धीरे बारिश में बदल गए। तेज झमाझम बारिश शुरू हो गई जिससे शहरवासियों ने गर्मी से राहत महसूस की है। शाम तक 77.7 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो इस सीजन में सबसे ज्यादा दर्ज की गई। दो दिन से हो रही बारिश का दौर अभी थमा नहीं है। देखते ही देखते मौसम का मिजाज बदला और आसमान पर काले बादल छा गए हैं और दिन में ही अंधेरा होने से मौसम ने करवट बदल ली। सुबह से लेकर शाम तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। बारिश के साथ तेज हवाओं ने मौसम को ठंडा कर दिया।
मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री व रात का न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अधिकतम आर्द्रता 100 और न्यूनतम आर्द्रता 66 दर्ज की गई। बारिश 77.7 मिमी रिकॉर्ड की गई। जबकि अब तक जुलाई माह में 164 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि आगामी तीन दिन तक वेस्ट यूपी में हल्की से माध्यम बारिश के आसार बन रहे हैं। अभी दो तीन दिन और भी बारिश होगी। अभी बारिश जुलाई माह में और भी अच्छी होनी चाहिए। 200 मिमी से ज्यादा जुलाई माह में बारिश होने के आसार है।
फसलों के लिए लाभकारी रही बारिश
डा. यूपी शाही का कहना है कि रविवार को हुई बारिश ने काफी राहत दी है। इस सीजन में पहली बार बारिश अभी तक सबसे ज्यादा हुई है। बारिश ने जहां गर्मी से थोड़ी राहत दी है। वहीं, यह फसलों के लिए भी लाभकारी है। खासकर धान, चारा, ईंख की फसल के लिए यह बारिश बहुत ही उपयोगी है। धान की बुवाई का समय चल रहा है और जिन किसानों ने धान की बुवाई कर दी है। इसलिए यह बारिश और भी लाभकारी होगी। अभी आगे भी और बारिश अच्छी होने से फसलों को लाभ मिलेगा।
जगह-जगह जलभराव, बनी समस्या
झूमकर बरस रहे बदरा के चलते जनजीवन प्रभावित हो गया। जगह-जगह जलभराव होने से लोग परेशान रहे। रुड़की रोड, पल्लवपुरम फेज-दो के एन पाकेट, पी पाकेट, डबल स्टोरी, के पाकेट आदि में जलभराव के चलते लोग परेशान रहे। कई जगह पर पानी निचली कालोनियों में भी पहुंच गया। रुड़की रोड पर पानी व्यापारियों की दुकानों तक पहुंच गया, जिस कारण से उन्हे परेशानी उठानी पड़ी। रुड़की रोड की पॉश कालोनियों में भी पानी भर गया। जिसके चलते नगर निगम के दावों की पोल खुल गई।
वर्ष बारिश/मिमी
2015 255
2016 323.1
2017 156
2018 544
2019 330
2020 56.7
2021 18.8
2022 128
2023 164
- नोट: 2023 का आंकडा नौ जुलाई तक का है। जबकि अन्य सालों का पूरे जुलाई माह का दिया गया है।