- फिर बढ़े सरिया से लेकर सीमेंट तक के दाम, र्इंटों के दामों में भी भारी उछाल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लगातार बढ़ती महंगाई ने आम आदमी के आशियाने के सपने पर भी ब्रेक लगा दिया है। डीजल की बढ़ती कीमत के बीच सीमेंट, बालू, सरिया, रोड़ी तक का रेट इतना बढ़ गया है कि आम आदमी के लिए घर बनाना आसान नहीं रहा। रही सही कसर मजदूरी बढ़ने से पूरी हो रही है। ट्रांसपोर्ट खर्च बढ़ने के कारण महंगाई तेजी से बढ़ रही है। पिछले दो माह की बात की जाये तो सरिया में जहां 28 रुपये प्रति कुंतल की वृद्धि हुई है।
गौर करें तो गर्मी और बरसात के शुरुआती समय में लोग तेजी से भवन का निर्माण कराते हैं, लेकिन जिस तरह से लगातार महंगाई बढ़ रही है, आम आदमी की मुश्किल बढ़ती जा रही है। लोगों के लिए सामान खरीदना मुश्किल हो गया है। बिल्डिंग मेटेरियल में सबसे ज्यादा लोहे की सरिया के दामों में उछाल आया है।
करीब एक महीने के अंदर लोहे के सरिया के दामों में न केवल लगातार भारी उछाल देखने को मिला, बल्कि महीने के भीतर ही 6800 रुपये कुंतल बिकने वाला सरिया अचानक बढ़कर 9500 रुपये तक पहुंच गया। अब दिन प्रतिदिन दाम बढ़ रहे हैं। जिससे घर बनाना मुश्किल होता जा रहा है। इसके साथ ही सीमेंट और र्इंटों का दाम भी तेजी से बढ़ा है।
सीमेंट के दाम में लगातार आ रही तेजी
बिल्डिंग मेटेरियल व्यवसाय से जुड़े मिलाप स्टोर के संचाल राजकुमार की माने तो भवन निर्माण सामग्री की कीमतों में यह इजाफा कोरोना काल से ही हुआ था, जो अब तक जारी है। लोहे, र्इंट सहित अन्य वस्तुओं पर बढ़ोतरी पिछले एक साल में देखने को मिली है।
वर्ष 2020 में लॉकडाउन के बाद सीमेंट के दाम बढ़े थे, लेकिन इस बार सीमेंट के साथ भवन निर्माण की अधिकांश सामग्री के दामों में बढ़ोतरी हुई है। जिसको लेकर लोग परेशान हैं। उन्होंने बताया कि पिछले एक माह की ही बात करें तो सीमेंट के दामों में दो बार वृद्धि हुई है।
अल्ट्राटेक सीमेंट का जो कट्टा पहले 420 रुपये का था, वो अब 460 रुपये का मिल रहा है। एकदम से 40 रुपये की वृद्धि सीमेंट के कट्टे पर इसी माह में हुई है। जेजे सीमेंट, वंडर सीमेंट, एसीसी सीमेंट सभी में 30 से 40 रुपये प्रति कट्टा इजाफा हुआ है।
दो माह में सरिया 60 से 80 रुपये किलो पहुंचा
बागपत अड्डे स्थित कांती स्टील के मैनेजर अमित ने बताया कि पिछले तीन महीनों में ही लोहे की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो गई है। कच्चे माल की कीमतों में करीब 40 फीसदी तक का इजाफा हो गया है। निर्माण क्षेत्र में काम आने वाले लोहे के सरियों की कीमतें भी ढ़ाई महीने में 50-52 रुपये किलो से बढ़कर 90-97 रुपये किलो पहुंच गई है। ब्रांडेड सरिया 90 रुपये किलो तक बाजार में मिल रहा है।
इस बढ़ोतरी ने मेरठ सहित देशभर के उद्योग जगत को प्रभावित किया है। दिसंबर 2021 को लोहे की प्रति मेट्रिक टन (प्रति हजार किलो) कीमत 43,600 रुपये थी, जो बढ़कर 56,600 रुपये पहुंच गई है। पिछले 17 दिनों दामों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। फरवरी माह में जो कीमत 51,600 रुपये थी, मार्च में 56 हजार 600 रुपये तक पहुंच गई है। राठी प्रगति सरिया जो पहले 55 रुपये के आसपास था वो आज 85 रुपये किलो मिल रहा है। यही नहीं बरनाला सरिया जो पहले 60 रुपये किलो था व 90 से ऊपर पहुंच चुका है।
र्इंटों के दाम में पिछली बार के मुकाबले एक हजार की वृद्धि
गढ़ रोड स्थित अरुण ब्रिक्स के संचालक ने बताया कि पिछले बार सीजन में जो र्इंटे तीन हजार रुपये प्रति हजार मिल रही थी। वहीं, र्इंट इस बार 4100 रुपये प्रति हजार मिल रही है।
इसी प्रकार से अन्य प्रकार की र्इंटों के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है। अव्वल से लेकर कच्ची र्इंटों सभी में दामों में काफी बढ़ोतरी हुई है जिसका असर मकान बनाने पर पड़ा है।