- 54,300 रुपये तोला मिल चल रहा सोने का दाम
- दो दिन पहले 55 हजार तक पहुंचे थे रेट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शादियों का सीजन और शहनाई गूंज रही है, हालांकि सोने के भावों ने थोड़ा विघ्न जरूर डाला है, लेकिन लोग सोना खरीदने का मौका भी छोड़ नहीं रहे हैं। भले ही सोने के दाम 55 हजार प्रति तोला पहुंच चुके हों, लेकिन सराफा बाजार में सोने की खूब खरीदारी हो रही है। जानकारों की मानें तो इस समय सोने के भाव में उतार-चढ़ाव हैं।
इस समय समय सोना खरीदने के लिये सही माना जा रहा है। बाजार को देखकर ऐसा लग भी रहा है कि शायद सोने की खरीद के लिये यह सीजन है। पिछले एक साल की बात करें तो सोने के दामों में तेजी से उछाल आया है। सोने के दाम लगातार साल दर साल बढ़ रहे हैं। ऐसे में यह समय सोना खरीदने के लिये सही माना जा रहा है।
सोना थोड़ा ऊपर नीचे तो हो रहा है, लेकिन अगर लोग शादियों के साथ इनवेस्ट के लिये भी इसे खरीदना चाहते हैं तो खरीद सकते हैं। शुक्रवार को सोने के दामों की बात करें तो शुक्रवार को मार्केट में 24 कैरेट गोल्ड के रेट 54, 300 रुपये तोला रहे वहीं जेवर के रेट 53, 100 रुपये प्रति 10 ग्राम रहे।
सोने में इनवेस्ट करने का भी सही समय
वर्तमान में सोने के दामों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। पिछले 10 वर्षों की बात करें तो सोने के दाम लगातार बढ़े हैं। अभी बीते दो दिन पूर्व सोने के दाम 55 हजार रुपये प्रति तोला तक पहुंच गये थे। जिस कारण लोग खरीदारी से बच रहे थे, लेकिन दाम अब 54 हजार के आसपास आ गये हैं। पिछले 10 साल के सोने के दामों पर गौर करें तो यह समय सोने की खरीदारी करने का सही समय है। शादियों के साथ-साथ अगर लोग इनवेस्ट के तौर पर भी सोना खरीदना चाहते हैं तो वह अब खरीदारी कर सकते हैं।
एक से बढ़कर एक डिजाइन में तैयार हो रही ज्वैलरी
सोना चांदी बाजार के व्यापार संघ अध्यक्ष संतकुमार वर्मा ने बताया कि सोने के दाम हर साल बढ़ रहे हैं। पिछले साले के मुकाबले इस साल सोना करीब 10 हजार रुपये प्रति तोला अधिक है। यह दाम साल दर साल बढ़ते हैं, लेकिन वर्तमान की बात की जाये तो बाजार की स्थिति खराब थी, लेकिन अब शादियों का सीजन चलते ही बाजार में अच्छी खासी चहल पहल देखने को मिल रही है।
बाजार में खूब खरीदारी हो रही है। यही नहीं मेरठ के अलावा लोग अन्य शहरों से भी मेरठ में ज्वैलरी खरीदने आ रहे हैं। प्रतिदिन कारोबार की बात करें तो सराफा बाजार का प्रतिदिन का कारोबार करोड़ों रुपये में हो रहा है। वर्तमान में बाजार की हालत से सराफा के साथ साथ ग्राहक भी खुश नजर आ रहे हैं। संतकुमार वर्मा ने बताया कि ग्राहकों की पसंद के हिसाब से एक से बढ़कर एक ज्वैलरी तैयारी की जा रही है। नये नये डिजाइन में झुमके, कंगन आदि तैयार कराये जा रहे हैं, जोकि शादियों के सीजन के लिये बेस्ट हैं।
हॉलमार्किंग सेंटरों की संख्या बढ़ी
पहले मेरठ में हॉलमार्किंग सेंटरों की कमी थी और सरकार के नियमानुसार बिना हॉलमार्क के ज्वैलरी नहीं बेची जा सकती थी, लेकिन अब यहां मेरठ में ही हॉलमार्क सेंटरों की संख्या दो से बढ़कर पांच से छह के आसपास हो गई है। जिस कारण ज्वैलरी को हॉलमार्क कराने में भी कोई समस्या उत्पन्न नहीं हो रही है। जेवरात बनने ही हॉलमार्क के लिये भेज दिये जाते हैं। जिससे बाजार में किसी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न नहीं होती।