जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मतदान के दौरान बूथ से एक सौ मीटर की दूरी पर जनता जनप्रतिनिधि को वोट देने के लिए कैंप लगाती थी। प्रत्याशी का पूरा मैनेजमेंट जनता संभालती रही है, लेकिन जनप्रतिनिधियों की भी कोरोना महामारी के दौरान जिम्मेदारी बनती हैं। मगर जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारी महामारी के दौरान नहीं निभा पा रहे हैं। अपने घर के बाद ही जनप्रतिनिधि कैंप लगाकर जनता के लिए पहल कर सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं किया।
मोहल्लों में जाकर भी जनता को कोरोना से बचाने के लिए पहल की जा सकती थी, मगर यहां तो ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। क्या वोट देने के लिए ही जनता बनी है? क्या जनता को केवल वोटर की निगाह से ही देखा जाता है क्या? सदियों में ऐसी आपदा आई है, ऐसे में जनप्रतिनिधियों का गैर जिम्मेदारान तरीका लोगों को आहत कर रहा है। क्या जनता इसके लिए जनप्रतिनिधियों को माफ कर पाएगी?
तीन पीढियां जनप्रतिनिधियों की गैर जिम्मेदारान हरकत देख रही है। नहीं तो सरकारी सिस्टम पर इन जनप्रतिनिधियों का प्रभाव है और नहीं इनके द्वारा कोई व्यवस्था ही बनाई जा रही है। जनता को कोई राहत प्रदान की दिशा में कोई कदम उठाते हुए दिखाई नहीं दे रहे हैं।
जनता केवल मूकदर्शक बनकर अपने जनप्रतिनिधियों को देख रही है। जनवाणी मानता है कि जनप्रतिनिधियों की जान की कीमत है, मगर ये अपने बूथ तो बना सकते हैं, जिससे जनता की सहायता की जा सके, कोरोना पॉजिटिव को बेड व आॅक्सीजन तो उपलबध कराई जा सके।
सुनीं जा रही लोगों की समस्याएं आॅक्सीजन की नहीं होगी किल्लत
शहर दक्षिण विधायक डा. सोमेन्द्र तोमर ने बताया कि उनकी ओर से लगातार लोगों की समस्याएं सुनीं जा रही हैं। इसके लिये अपने कार्यालय में एक व्यक्ति को लगातार फोन लेने के लिये बैठाया गया है। वह स्वयं भी लोगों की मदद के लिये बाहर निकल रहे हैं। जिन लोगों की भी समस्या होती है उसे तत्काल सुना जा रहा है और उसका समाधान किया जा रहा है। कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जो ये कह सके कि हमारा फोन नहीं उठाया गया। सभी का फोन उठाया जा रहा है। जिसे भी दवाई, आॅक्सीजन या अस्पताल में बेड उपलब्ध कराने की आवश्यकता हो वह भी कराई जा रही है। आॅक्सीजन की आपूर्ति को लेकर पहले समस्याएं थी कुछ लोगों ने इसे धंधा बना लिया था, लेकिन अब इसमें सुधार किया गया है। अब तीन केन्द्रों से सीधे लोगों को आॅक्सीजन दी जा रही है। प्लांटों पर लगने वाली भीड़ खत्म हो चुकि है। आॅक्सीजन सिलेंडर रिजर्व में रखे हैं। 20 से 25 लोगों को प्रतिदिन सिलेंडरों की आपूर्ति कराई जा रही है।
147 गांवों में आज से रखीं जाएंगी किट
किठौर विधायक सत्यवीर त्यागी ने कहा कि उन्होंने खुद यह जिम्मा संभाल रखा है कि अगर किसी को भर्ती कराना हो ता वह खुद फोन करते हैं। कुछ अस्पताल फोन उठा लेते हैं कुछ नहीं उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आनंद अस्पताल में वेंटिलेटर बेड नहीं है। जिसके चलते वहां समस्या बनी हुई है। अस्पताल अपनी जिम्मेदारी सही से नहीं निभा रहे हैं। हमारी ओर से गांव-गांव में सैनिटाइजेशन और किट की व्यवस्था की जा रही है। अगले दो दिन में 147 गांवों में किट रखी जाएगी। जिसमें आॅक्सीमीटर, मास्क, दवा होगी। लोगों की तत्काल जांच कराई जायेगी और उन्हें दिक्कत होने पर भर्ती कराया जाएगा। सुबह 9 बजे से 11 बजे तक दो लोगों की व्यवस्था की गई है जो लोगों की समस्या सुनेंगे। जिसकी जो समस्या है उसे दूर कराया जा रहा है।
सरधना में शुरू हुआ आइसोलेशन वार्ड
सरधना विधायक संगीत सोम के कैंप कार्यालय में सरधना में आइसोलेशन वार्ड की शुरूआत शुक्रवार से ही कराई गई है। यहां प्रयाप्त मात्रा में दवा और आॅक्सीजन की व्यवस्था है। चिकित्सीय स्टाफ तैनात किया गया है। अगर कोई व्यक्ति जिसमें कोरोना के लक्षण हैं तो उसे यहां भर्ती कराया जाएगा और अधिक दिक्कत आने पर शिफ्ट करने के लिये एम्बुलेंस आदि की भी यहां व्यवस्था कराई गई है। इसके अलावा लगातार क्षेत्र में लोगों की समस्याओं का सुना जा रहा है और उनका तत्काल प्रभाव से समाधान कराने का प्रयास किया जा रहा है।
44 टीमें कर रहीं गांव-गांव में कार्य
हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक ने बताया कि क्षेत्र में स्वयं लगे हुए हैं। यहां गांवों में 44 टीमें कार्य कर रही हैं। सभी अधिकारियों के साथ संपर्क बनाकर लोगों की जांच कराई जा रही है। उन्हें किट उपलब्ध कराई जा रही है। क्षेत्र में सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। जिन लोगों को खांसी, बुखार आदि लक्षण ने उनकी जांच पहले कराई जा रही है और उन्हें इसके प्रति जागरूक कर इलाज कराया जा रहा है। भर्ती की आवश्क ता होने पर मरीजों को तत्काल भर्ती कराया जा रहा है। स्वयं उन्होंने शुक्रवार को 20 गांवों में लोगों की जांच कराई और उन्हें कोरोना किट उपलब्ध कराई।
दूर कराई जा रही जनसमस्याएं
कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि आॅक्सीजन को लेकर आ रही समस्याओं को तत्काल प्रभाव से दूर कराया जा रहा है। लोगों की समस्याओं को वह स्वयं सुन रहे हैं और फोन पर अधिकारियों व अस्पतालों से बात कर उनका समाधान कराया जा रहा है। जिन मरीजों को भर्ती के दौरान इंजेक्शन की आवश्यकता होती है उसे भी प्रशासन के साथ वार्ता कर पूरा कराया जा रहा है। जल्द से जल्द सभी समस्याओं को दूर कराया जाएगा। जल्द ही यह बीमारी खत्म होगी। इसके लिये प्रशासन और हमे सभी को साथ मिलकर कार्य करना होगा।
पक्ष-विपक्ष भूलकर करना होगा कार्य
शहर विधायक रफीक अंसारी ने कहा कि उनकी ओर से लगातार प्रयास किये जा रहे हैं कि किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी न हो। इतनी बड़ी महामारी से हम सभी को मिलकर लड़ना होगा। उनकी ओर से विधायक निधि भी दी गई। जिससे समस्याओं को दूर कराया जा सके। शहर के कब्रिस्तानों में आने वाली समस्याओं को दूर कराया जा सके। इस दौरान सभी सत्ताधारी और विपक्षी दलों को एक साथ मिलकर कार्य करना होगा तभी जाकर इससे लड़ा जा सकेगा। उनकी ओर से लगातार प्रयास जारी हैं और आगे भी कार्य करते रहेंगे। किसी भी समय कोई भी उनके पास आ सकता है, लेकिन धीरे-धीरे व्यवस्था सुधरी है, जल्द ही हालात पूरी तरह से काबू में हो जाएंगे। ताकि शहरवासियों को कोरोना वैश्विक महामारी से कोई भी समस्या न हो। जिसके लिए सभी दल के सदस्य एकजुट होकर कार्य करेंगे।