जनवाणी संवाददाता |
कलियर: दरगाह की मेहंदी डोरी की रस्म के मौके पर पहुंचने वाले झंडे में इस बार जायरीन की भीड़ नहीं होगी। सभी जायरीन को कोरोना की गाइडलाइन का पालन करना होगा।
दरगाह पिरान कलियर के सालाना उर्स की मेहंदी डोरी की रस्म में एक दिन का समय शेष है। 18 अक्टूबर को चांद नजर आने पर दरगाह की सालाना 752वें उर्स की मेहंदी डोरी की रस्म अदा होगी। पूर्व में इस मौके पर बरेली का पवित्र झंडा भी कलियर पहुचंता रहा है।
मेहंदी डोरी से पहले झंडा कुसाई की रस्म दरगाह में अदा होती है। इस बार कोरोना संक्रमण काल के चलते उर्स की सभी रस्में कोरोना गाइड लाइन के अनुसार ही सम्पन्न होगी। भीड़ को रोकने के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने दरगाह का दौरा कर झंडे व मेहंदी की रस्म अदायगी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि इस रस्म के दौरान किसी तरह की भीड़ नहीं होगी। कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करना होगा। शारीरिक दूरी के अलावा सभी को मास्क का इस्तेमाल करना होगा। भीड़ को रोकने के लिए चार स्थानों पर बेरिकेडिंग की जाएगी। साथ ही, दरगाह से बार-बार सभी को कोरोना की एडवाइजरी के बारे में बताया जाएगा। सीसीटीवी की मदद से भी निगरानी की जाएगी।
वहीं सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता किए जाने शुरू हो गए हैं। प्रशासन ने कलियर मेले की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इंस्पेक्टर अजय कुमार को मेला कोतवाल बनाया है। अजय कुमार ने शुक्रवार को दरगाह में पहुंचकर मेले की व्यवस्था देखी।