जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: भारतीय नौसेना के लिए लक्षद्वीप में स्थित एंड्रोथ द्वीप को दिए गए रणनीतिक समुद्री महत्व को दर्शाने के लिए जहाज का नाम एंड्रोथ रखा गया है।
जानकारी कि अनुसार, भारतीय नौसेना के लिए बनाई जा रही 8 एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट परियोजनाओं में से दूसरी ‘एंड्रोथ’ को कल कोलकाता में लॉन्च किया गया। नौसेना की परंपराओं को ध्यान में रखते हुए, शशि त्रिपाठी ने अथर्ववेद के मंत्रोच्चारण के साथ जहाज का शुभारंभ किया है।
Androth’, the second of 8 anti-submarine warfare shallow water craft Projects, being built for Indian Navy was launched yesterday in Kolkata. In keeping with the naval traditions, Shashi Tripathi launched the ship to the chanting of invocation from Atharva Veda: Indian Navy pic.twitter.com/n2vuXW2nCJ
— ANI (@ANI) March 22, 2023
बता दें कि, 29 अप्रैल 2019 को एमओडी और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स, कोलकाता के बीच आठ एएसडब्ल्यू एसडब्ल्यूसी जहाजों के निर्माण के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे।
अर्नाला वर्ग के जहाज भारतीय नौसेना के इन-सर्विस अभय वर्ग एएसडब्ल्यू कॉर्वेट्स की जगह लेंगे और इन्हें एंटी-रोधी कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। एएसडब्ल्यू एसडब्ल्यूसी जहाज 77.6 मीटर लंबे हैं, 25 समुद्री मील की अधिकतम गति के साथ 900 टन का विस्थापन है।