Saturday, April 20, 2024
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‘अग्निपथ’ के विरोध में कई संगठनों ने भारत बंद का किया आह्वान

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जनवाणी ब्यूरो|

नई दिल्ली: देश के तीनों सैन्य बलों ने अग्निपथ योजना के विरोध के बावजूद साफ कर दिया है कि इसे किसी भी हाल में वापस नहीं लिया जाएगा। इतना ही नहीं, उपद्रवियों को इसमें भर्ती नहीं दी जाएगी। वायुसेना ने भर्ती की विस्तृत जानकारी भी साझा की। इसमें बताया गया है कि अग्निवीरों को सालाना 30 दिन की छुट्टी मिलेगी। नियम के तहत भत्ते भी मिलेंगे। केंद्र की ‘अग्निपथ’ सैन्य भर्ती योजना के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के बीच कुछ संगठनों ने आज यानी सोमवार (20 जून) को कथित तौर पर भारत बंद का आह्वान किया है।

ऐसे संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हैं। इसके मद्देनजर झारखंड में सोमवार को सभी स्कूल-कॉजेल बंद करने का आदेश जारी किया गया है। बिहार में सरकार ने अलर्ट जारी करते हुए अधिकारियों को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं। वहीं, केरल पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने या हिंसा में शामिल होने वाले किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात रखने का आदेश जारी किया है।

उपद्रवियों की भर्ती नहीं होगी : सेना

थल सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रतिनिधियों ने रविवार को अग्निपथ के तहत भर्ती का विस्तृत कार्यक्रम सामने रखते हुए स्पष्ट किया कि तीनों बलों की औसत आयु कम करने के लिए इसे लागू करना जरूरी है। रक्षा मंत्रालय में सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा, जो भी युवा हिंसा और आगजनी में लिप्त रहे हैं, उन्हें भर्ती में मौका नहीं मिलेगा, क्योंकि नियुक्ति से पहले पुलिस सत्यापन जरूरी है। सेना में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं है।

जो भी सेना का हिस्सा बनना चाहते हैं, उन्हें यह हलफनामा देना होगा कि वह ऐसी किसी गतिविधि का हिस्सा नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा, योजना काफी दिनों से लंबित सुधार के तहत उठाया गया कदम है। कारगिल समीक्षा समिति ने भी इसकी सिफारिश की थी। सरकार ने इन्हें लागू करने से पहले कई देशों की भर्ती प्रक्रिया और अवधि का अध्ययन किया। पुरी के अलावा थल सेना के एड्जुटैंट जनरल लेफ्टि. जनरल बंसी पोनप्पा, नौसेना के भर्ती प्रमुख वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और वायुसेना के भर्ती प्रभारी एयर मार्शल एसके झा ने योजना के बारे में संदेहों को दूर किया।

दो बैच में 40 हजार भर्ती करेगी थलसेना

लेफ्टिनेंट जनरल पोनप्पा ने कहा कि थलसेना भर्ती की मसौदा अधिसूचना 20 जून को जारी करेगी और उसकी सहायक इकाइयां इसी आधार पर पहली जुलाई से अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी करेंगी। इसके बाद अगस्त, सितंबर और अक्तूबर में पूरे देश में भर्ती रैलियां आयोजित की जाएंगी।

इस भर्ती के आधार पर 25 हजार जवानों का पहला बैच दिसंबर के पहले और दूसरे सप्ताह में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। दूसरे बैच का प्रशिक्षण अगले वर्ष 23 फरवरी से होगा। 40 हजार जवानों की भर्ती के लिए पूरे देश के अलग-अलग केंद्रों पर 83 भर्ती रैलियां होंगी।

भविष्य में सवा लाख तक भर्तियां होंगी

सरकार योजना का विश्लेषण करने के लिए 46 हजार जवानों की भर्ती से शुरुआत कर रही है। अगले 4-5 वर्षों में यह संख्या सालाना 50-60 हजार और फिर 90 हजार से एक लाख तक पहुंचेगी। भविष्य में अग्निवीरों की भर्ती की हमारी क्षमता सवा लाख तक पहुंचेगी। -लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी, रक्षा मंत्रालय

नौसेना : पहला अग्निवीर 21 नवंबर को प्रशिक्षण के लिए जाएगा

वाइस एडमिरल त्रिपाठी ने बताया कि नौसेना में भर्ती का व्यापक दिशा-निर्देश 25 जून को जारी होगा और पहला अग्निवीर प्रशिक्षण कार्यक्रम में 21 नवंबर को शामिल होगा। इस भर्ती में लैंगिक आधार पर कोई भेदभाव नहीं होगा।
वायुसेना : 24 जून से पंजीकरण 30 दिसंबर तक पहला बैच
एयर मार्शल झा ने कहा कि भर्ती के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 24 जून को शुरू होगी और ऑनलाइन परीक्षा का चरण 24 जुलाई से आरंभ होगा। पहले बैच का प्रशिक्षण 30 दिसंबर तक आरंभ होने की उम्मीद है।

रक्षा मंत्री से फिर मिले तीनों सेना प्रमुख

तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। उसके बाद सैन्य बलों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर भर्ती प्रक्रिया की पूरी जानकारी साझा की गई।

फर्जी खबर फैलाने वाले 35 व्हाट्सएप ग्रुप पर रोक

सरकार ने योजना पर फर्जी न्यूज फैलाने के मामले में 35 व्हाट्सएप ग्रुप पर प्रतिबंध लगा दिया। दरअसल कुछ दिनों से इस योजना के खिलाफ देशभर में जारी हिंसक प्रदर्शन के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है। इन व्हाट्सएप ग्रुप या इनके एडमिन पर किसी कार्रवाई के बारे में कोई सूचना नहीं है। ब्यूरो

एसओ का वाहन तोड़ा दो जिलों में नौ गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के देवरिया में रविवार को अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे उपद्रवियों ने थानाध्यक्ष की गाड़ी में तोड़-फोड़ करने के साथ पुलिस पर पथराव कर दिया। भदोही में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। दो जिलों में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

चार साल से पहले अग्निवीरों को सेवा छोड़ने की नहीं होगी अनुमति

वायुसेना ने स्पष्ट किया कि अग्निपथ योजना के तहत सैन्य बलों में शामिल होने वाले अग्निवीरों को चार साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले सेवा छोड़ने की अनुमति नहीं होगी। सिर्फ दुर्लभ मामलों में समक्ष प्राधिकारी की अनुमति से ही ऐसा किया जा सकेगा। वायुसेना ने रविवार को अग्निपथ योजना के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की। 29 बिंदुओं का एक नोट जारी कर वायुसेना ने अग्निपथ को सैन्य बलों के लिए नई मानव संसाधन प्रबंधन योजना बताते हुए कहा कि योजना में शामिल होने वाले अग्निवीर वायुसेना कानून, 1950 से शासित होंगे।

इन बिंदुओं में भर्ती योग्यता, वेतन पैकेज, मेडिकल सुविधा, कैंटीन स्टोर सुविधा, दिव्यांगता मुआवजा, छुट्टी, प्रशिक्षण आदि की जानकारी दी गई है। 18 वर्ष से कम उम्र के अभ्यर्थियों को भर्ती फॉर्म पर लागू नियमों के अनुसार माता-पिता या अभिभावक के हस्ताक्षर करवाने होंगे। नोट में कहा गया है कि चार वर्ष की नौकरी पूरी करने के बाद सभी अग्निवीरों को नियमित सेवा के लिए अप्लाई करने का मौका दिया जाएगा।

सेवा के दौरान हासिल कौशल हर अग्निवीर के बायोडाटा में प्रमाणपत्र के रूप में शामिल किया जाएगा। नियमित भर्ती के आवेदन पर केंद्रीकृत बोर्ड पारदर्शी प्रक्रिया के जरिये विचार करेगा और उनके प्रदर्शन के आधार पर संबंधित बैच के अधिकतम 25 फीसदी अग्निवीरों को वायुसेना में नियमित सेवा का अवसर मिलेगा। हालांकि अग्निवीरों को सेवा समाप्ति के बाद सैन्य बलों में चुने जाने का कोई अधिकार नहीं होगा और 25 फीसदी चयन सरकार का अधिकार क्षेत्र पर निर्भर करेगा।

 

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