Friday, March 29, 2024
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अतिक्रमण के बोझ से कराह रहीं मवाना रोड

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  • पैदल यात्रियों का हक मार रहे अतिक्रमणकारी
  • प्रशासन की नजरअंदाजी से समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही
  • फुटपाथ पर दुकान सजाकर राहगीरों को करते हैं परेशान

गंगानगर: एनएच-119 मेरठ-पौड़ी मवाना रोड की सड़कें अतिक्रमण के बोझ से कराह रही हैं। ज्यादातर व्यवसाय सड़क और फुटपाथों पर चल रहा है। व्यस्ततम चौराहे और बाजार में सड़कों पर दुकानदार सामान सजा देते हैं।

उसके आगे बाइक, कार व ई-रिक्शा खड़ी हो जाने से जाम की स्थिति हर समय रहती है। जिम्मेदार अधिकारियों को जानकारी के बावजूद आंखें मूंदे हैं। जनता इस अतिक्रमण से कराह रही है।

शहर हो या देहात क्षेत्र अतिक्रमण की समस्या से फुटपाथ कराह रहे हैं। लोगों ने सड़कों को भी नहीं छोड़ा है। सड़कों के किनारे लोगों ने कब्जा कर रखा है। जिससे सड़कें सिकुड़ गयीं हैं। कुछ जगहों पर तो सड़क इस कदर अतिक्रमण का शिकार हैं कि पैदल भी लोग नहीं निकल सकते हैं। कार तो क्या बाइक भी लेकर नहीं जाया जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट और शासन ने दो साल पहले अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन को सख्त आदेश दिए थे।

कहा गाय था कि शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करते हुए सौंदयीकरण कराया जाए। पहले साल तो पालिका व प्रशासन ने गंभीरता दिखाई, लेकिन अब जिम्मेदार अधिकारी इसकी औपचारिकता तक भूल बैठे। मवाना रोड पर थाने से लेकर यशोदा कुंज तक अतिक्रमण की गिरफ्त में हैं।

कसेरू बक्सर में तो अतिक्रमणकारियों ने हद ही कर दी है। यहां सड़क के दोनों तरफ दुकानदारों ने सड़क तक में कब्जा कर रखा है। पैदल चलना भी दूभर हो गया है। पटरियों पर अतिक्रमण के कारण ग्राहक सड़क पर वाहन खड़े कर खरीदारी करते हैं।

इसके चलते एनएच-119 मेरठ-पौड़ी पर पूरे दिन जाम की स्थित बनी रहती है। अतिक्रमण के चलते हादसा होने का भी खतरा बना रहता है, लेकिन पुलिस प्रशासन ने इससे सबक नहीं लिया।

सड़क के दोनों ओर पटरियों पर ठेलों की भरमार रहती है। जिससे राहगीर पैदल निकल सकें। वे जान जोखिम में डालकर सड़कों पर निकलते हैं।

अतिक्रमण करने की मची होड़

मुख्य मार्गों में अगर नजर दौड़ाएं तो साफ हो जाएगा कि अतिक्रमण करने की होड़ मची है। अगर कोई दुकानदार दो फीट तक सामान लगा रहा है तो अगले ही क्षण पड़ोसी दुकानदार ढाई फीट का कब्जा करने में कोई गुरेज नहीं करता है।

कमोवेश यह हालत कस्बे की सभी सड़कों की है। जिससे लोगों को दुश्वारियां हो रही हैं। इसके बाद भी प्रशासन न तो कार्रवाई कर रहा है और न ही दुकानदार पीछे हट रहे हैं। गलत काम दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है।

थाना पुलिस से सेटिंग का ‘खेल’

जांच में रुपयों के लेन-देन के आधार पर मामला रफा-दफा हो जाता है। थाने से लेकर यशोदा कुंज तक की बात करें तो यह बुरी तरह से अतिक्रमण के आगोश में समाया हुआ है।

गंगानगर थाने जाते समय ब्लॉक मुख्यालय आने पर उच्चाधिकारियों की निगाह जरूर इस पर पड़ती है, लेकिन अभियान चलाकर सफाई करने का बीड़ा नहीं उठाया जाता है। फुटपाथ पर कब्जा होने और सड़क से दोनों ओर के वाहनों के आवागमन तथा दो पहिया और पैदल यात्रियों के एक साथ निकलने में सड़क जाम से कराह उठती है। इसके बाद भी प्रशासन के कान में जूं नहीं रेंग रहा है।

फुटपाथ पर दुकानदारों का सामान और टेम्पो अड्डा संचालित होने से बुरा हाल है। प्रशासन की जो कार्यशैली है, उससे निजात मिल पाना मुश्किल हो रहा है।

पुलिस के दम पर चल रहे स्टैंड

कसेरू बक्सर में फुटपाथ पर अतिक्रमण की एक वजह अनाधिकृत तौर पर संचालित हो रहे टेम्पो स्टैंड भी हैं। सवारियां भरने और वाहन खड़े करने का जिसने विरोध किया उसे अपमान झेलना पड़ता है। कई बार तो बात मारपीट तक पहुंच जाती है।

टेम्पो स्टैंड के संचालन में पुलिस का सानिध्य प्राप्त है। आड़े तिरछे वाहन परेशानी का सबब बने हुए हैं। पुलिस विभाग ने अभी तक किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की है। दिनों दिन बढ़ रहे वाहन जनता के लिए नासूर साबित हो रहे हैं।

अवैध टेम्पो स्टैंड देते हैं जाम की समस्या को बढ़ावा

एनएच-119 मेरठ-पौड़ी हाइवे पर जाम की गंभीर समस्या का दो मुख्य कारण है। पहला अतिक्रमण और दूसरा जगह-जगह अवैध टेम्पो स्टैंड का संचालन। बताते चले कि शहर के कसेरू बक्सर टेम्पो स्टैंड के समीप आदि जगहों पर अवैध रूप से स्टैंड संचालित कर स्टैंड शुल्क के नाम पर वाहन चालकों से अवैध वसूली की जाती है।

जबकि नगर प्रशासन के संज्ञान में ऐसे किसी भी जगह पर स्टैंड नहीं है। शहर को अव्यवस्थित रखने तथा दबंगई का खौफ दिखाकर कई जगहों पर वाहन चालकों से अवैध वसूली होती है।

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