- पश्चिमांचल में 4735 शिकायतें में से मौके पर 3905 शिकायतों का निवारण
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बिजली विभाग द्वारा लगाए गए विशेष शिविर का शनिवार को पश्चिमांचल विद्युत प्रबन्ध निदेशक अरविन्द मल्लप्पा बंगारी आइएएस द्वारा घंटाघर बिजलीघर अन्तर्गत विद्युत नगरीय वितरण खंड-प्रथम एवं गंगानगर बिजलीघर अन्तर्गत विद्युत नगरीय वितरण खंड-चतुर्थ मेरठ में लगे विद्युत समाधान शिविर का औचक निरीक्षण किया गया।
मौके पर प्रबन्ध निदेशक द्वारा बिल जमा कराने आये उपभोक्ताओं से वार्ता की एवं उपभोक्ताओं के शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया। जिसमें घंटाघर बिजलीघर पर लगे शिविर में 77 उपभोक्ताओं द्वारा लगभग 3.01 लाख एवं गंगानगर बिजलीघर में लगे उपभोक्ता कैम्प में लगभग 210 उपभोक्ताओं द्वारा लगभग छह लाख के विद्युत बिल जमा कराये गये।
प्रबन्ध निदेशक द्वारा त्रुटिपूर्ण बिलों को संशोधित करने एवं उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता पर करने के निर्देश दिये एवं उपभोक्ताओं को रीडिंग आधारित सही बिल निर्गत करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये। दरअसल उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए प्रत्येक उपखंड में कैम्पों का आयोजन किया गया था।
जिसमें उपभोक्ताओं द्वारा बढ़-चढ़कर भाग लेकर अपनी विद्युत संबंधी शिकायतों का निस्तारण कराया गया। प्रबंध निदेशक अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि उपभोक्ताओं की बिजली संबंधी समस्याओं के निस्तारण के लिए ऊर्जा मंत्री के निर्देशानुसार प्रत्येक माह के प्रथम एवं तृतीय शनिवार रविवार को दो दिवसीय उपभोक्ता शिकायत निवारण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
जहां पर एक ही पटल पर उपभोक्ता के बिल संबंधी, मीटर संबंधी, नये संयोजन देने आदि समस्याओं का मौके पर निस्तारण किया जा रहा है। वहीं, आईपी सिंह निदेशक (वाणिज्य) द्वारा क्षेत्रीय अधिकारियों को कैम्पों का निरीक्षण करने के र्निदेश दिये। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. के समस्त 14 जनपदों के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 575 उपभोक्ता समाधान शिविरों का आयोजन किया गया।
मौके पर 3905 शिकायतों का निवारण
शिविर में खराब विद्युत बिल मीटर, विद्युत आपूर्ति, नए संयोजन से संबंधित कुल 4735 शिकायतें प्राप्त हुई। जिनमें से मौके पर कुल 3905 शिकायतों का निस्तारण किया गया। अधीक्षण अभियंता एके सिंह ने बताया कि रविवार को भी विद्युत शिकायत निवारण शिविर का आयोजन किया जाएगा जिसमें उपभोक्ताओं की सभी समस्याओं का निवारण किया जाएगा।
स्मार्ट मीटर के बढ़ते बिलों से उपभोक्ता परेशान
शिकायत निवारण शिविर में आए काफी उपभोक्ताओं ने बताया कि वह स्मार्ट मीटर में जिस तरीके से तेजी से बढ़े हुए बिल आ रहे हैं। उससे भी काफी परेशान हैं। उपभोक्ताओं की माने तो जब से स्मार्ट मीटर लगे हैं, उनका बिजली का बिल भी स्मार्ट आने लगा है। क्योंकि पहले जो बिल 2000 रुपये का आता था, अब वह 6000 रुपये का रहा।
जबकि उपकरणों की बात की जाए तो वैसे के वैसे ही है। उपभोक्ताओं ने बताया कि इस संबंध में शिकायत की जाती है तो विभाग द्वारा चेक मीटर लगा दिए जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी कोई बदलाव दिखाई नहीं देता। उपभोक्ताओं ने कहा कि जिस प्रकार मध्य चल और दक्षिणांचल में स्मार्ट मित्रों में 30% जंप पाई गई है। ऐसे में मेरठ के स्मार्ट मीटरों की भी गहनता से जांच की जाए। जिसे की जनता को राहत मिल सके।
त्योहारी सीजन में बिजली कट से जनता परेशान
मेरठ: वर्तमान समय में बिजली विभाग द्वारा बिजली की व्यवस्था को सुधारने के लिए विभिन्न प्रयास जा रहे हैं। जिससे बिजली की व्यवस्था को सुधारा जाए, लेकिन उसके बावजूद बिजली की व्यवस्था में कोई सुधार होने का नाम नहीं ले रहा। शहर भर में त्योहारों के सीजन में भी अनेकों कट के कारण उपभोक्ता और व्यापारी काफी परेशान है। इतना ही नहीं लॉकडाउन के कारण व्यापार प्रभावित होने से भी उनको आर्थिक चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है।
जिस वजह से वह बिजली का बिल जमा नहीं कर पा रहे, लेकिन विभाग द्वारा बकाया जमा कराने का अभियान तीव्र गति से चलाया जा रहा है। अभियान में बिजली विभाग द्वारा बकायेदारों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। वहीं, आम उपभोक्ताओं का भी बिजली विभाग बकाया जमा न करने के कारण कनेक्शन काट रहा है। जिसमें उपभोक्ताओं का कहना है कि बिजली विभाग को कुछ महीनों का समय देना चाहिए।
क्योंकि त्योहारों का सीजन शुरू होने वाला है ऐसे में अगर घर की रोशनी ही चली जाएगी। रोशनी के पर्व पर घर में रोशनी कैसे करेंगे। वहीं, दूसरी ओर रैपिड कॉरिडोर के कारण भी बिजली विभाग द्वारा शटडाउन किया जा रहा है। जिससे व्यापारी वर्ग काफी प्रभावित है। क्योंकि सुबह से लेकर शाम तक लाइट गायब रहती है।