- भारी बारिश के बीच तीन अवैध कालोनियां की जमींदोज
- प्रवर्तन दल और भारी पुलिस फोर्स लेकर पहुंचे थे मेडा के अधिकारी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मवाना रोड पर मंगलवार को मेडा (मेरठ विकास प्राधिकरण) के बुलडोजरों ने जमकर कहर बरपाया। भारी बारिश के बीच तीन अवैध कालोनियों को ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई से अवैध कालोनियां काटने वालों को 300 करोड़ रुपये के नुकसान का आंकलन लगाया जा रहा है। अवैध कालोनियां व निर्माणों के लिए बदनाम मवाना रोड इन दिनों मेडा अफसरों के रडार पर है।
मवाना रोड का भावनपुर, इंचौली व गंगानगर सरीखे इलाकों बीते कई दिनों से अवैध निर्माण व कालोनियों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जारी है। मंगलवार को इस इलाके में तीन अवैध कालोनियां ध्वस्त कर दी गयीं। इस दौरान तमाम बिल्डरों में हड़कंप मचा रहा। मेडा के जोनल अधिकारी व प्रवर्तन दल प्रभारी अर्पित कृष्ण यादव ने बताया कि थाना मवाना रोड इलाके में रवि कुमार मुख्तार सिंह व सुमित रस्तौगी पुत्र भानू प्रताप रस्तौगी की भैंसा रोड रजवाहे पर मानचित्र स्वीकृत कराए बगैर ही 20 हजार वर्ग में अवैध कालोनी है।
इस कालोनी में उन्होंने बिजली के खंभे, रोड व प्लाटिंग कर दी। उन्हें कई बार चेतावनी दी गयी थी, लेकिन उसके बाद भी वहां काम नहीं बंद किया गया और न ही मानचित्र के लिए आवेदन किया गया। इस मामले में मेडा वीसी ने अवैध कालोनी के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के आदेश दिए थे। उसी क्रम में मंगलवार को यहां ध्वस्तीकरण अभियान चलाकर सड़क उखाड़ दी गयी। बिजली के पोल गिरा दिए गए। जो अन्य निर्माण किए गए थे। उनको भी जेसीबी लगाकर गिरा दिया गया।
इसके अलावा मवाना रोड के हस्तिनापुर रोड इलाके में मोहम्मद आसिफ व कुछ अन्य लोग अवैध कालोनी काट रहे थे। यह अवैध कालोनी पांच हजार वर्ग मीटर में काटी गयी। इसमें बडेÞ स्तर से अवैध निर्माण कराए गए। चाहरदीवार, बिजली के खंभे व रोड तैयार कर दिए गए थे। यहां जेसीबी लगाकर सभी अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिए। दीवार भी गिरा दी गयी। इस दौरान कुछ लोग हंगामा करने लगे। उन्होंने जबरदस्त विरोध किया। सूचना पर वहां पुलिस फोर्स पहुंच गयी और हंगामा करने वालों को खदेड़ दिया गया।
मवाना में फलावदा रोड पर पांच हजार वर्ग मीटर में अवैध कालोनी विकसित कर ली गयी थी। इस कालोनी में चाहरदीवारी के अलावा साइट आफिस तथा कई भवनों का भी अवैध निर्माण कर लिया गया था। बिजली के खंभे भी लगाए गए थे। इन सभी को व्यापक स्तर पर चलाए गए अभियान के बाद ध्वस्त कर दिया गया।
मुख्य कॉलोनी पर कार्रवाई से बचता नजर आया मेडा
मवाना: मंगलवार को मेरठ विकास प्राधिकरण ने दल-बल के साथ मवाना क्षेत्र में कई अवैध कॉलोनियों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। हालांकि मेडा की कार्रवाई महज रस्म अदायगी ही नजर आई। सिर्फ एक ही निर्माणाधीन कॉलोनी में मजबूत दिखाई दी। जबकि अन्य में महज औपचारिकता पूरी की गई। चर्चा ये रही कि मेडा की कार्रवाई सिर्फ कॉलोनाइजर को इशारा करने के इरादे से की गई थी।
इशारा क्या था, कॉलोनाइजर इसे भली भांति समझ गए हैं। मेरठ विकास प्राधिकरण के जोन डी के असिस्टेंट इंजीनियर मनोज सिसोदिया, उप प्रभारी राकेश राणा, जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में भारी पुलिस बल और कर्मचारी तीन जेसीबी लेकर मवाना पहुंचे। मेरठ विकास प्राधिकरण ने ब्लॉक कार्यालय मवाना के पास रजवाहे के किनारे स्थित कॉलोनी ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की। तदोपरांत टीम फलावदा रोड पर पहुंची और कॉलोनियों की चाहरदीवारी ध्वस्तकर महज औपचारिकता पूरी की।
मेरठ विकास प्राधिकरण की टीम ने हस्तिनापुर रोड पर 10 साल पुरानी कॉलोनी में पहुंचकर नींवों की खुदाई की। यह कार्रवाई कर टीम वापस लौट गई। मंगलवार को मेरठ विकास प्राधिकरण मवाना में अवैध कॉलोनी पर पीला पंजा चला कॉलोनी के ध्वस्तीकरण कार्रवाई की करने की कार्रवाई की, लेकिन मेडा की टीम को रजवाहे के किनारे जिस कॉलोनी के रास्तों को टीम ने सबसे अधिक ध्वस्त किया,
उससे महज 200 मीटर दूर खेड़ी गांव की पुलिया के किनारे बनी विशाल कॉलोनी की ओर मेडा अधिकारियों ने गंवारा नहीं समझा। जिसे देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता था कि मेडा के अधिकारी क्या खेल कर रहे हैं। चर्चा रही कि मेडा ने कॉलोनाइजर्स को चेतावनी भरे इशारे के तहत कार्रवाई की है।