- प्रदूषण के बढ़ने से आसमान में दिखाई दी धुंध
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: एनसीआर में मेरठ का प्रदूषण सोमवार को सबसे अधिक रहा। प्रदूषण बढ़ने के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कते महसूस की गई। अस्थमा और दमा के रोगियों को खासकर परेशानी देखने को मिली। समय रहते अगर प्रदूषण पर रोकथाम नहीं की गई तो आने वाले दिनों में इसके परिणाम दुरगामी होगें और लोगों के जीवन पर इसका बुरा असर देखने को मिलेगा।
सर्दी के मौसम में अधिक तर प्रदूषण का प्रकोप बढ़ जाता है, लेकिन इस बार हरियाणा और पंजाब में पराली जलने के कारण जहां प्रदूषण बढ़ा। वही मेरठ के देहात इलाकों में गन्ने के कोल्हुओं में जल रही पालीथिन और शहर के अंदर खटारा वाहनों के दौड़ने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। यह प्रदूषण थमने का नाम नहीं ले रहा है। दीपावली के बाद से तो यहां प्रदूषण का प्रकोप लगातार बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। मेरठ के गंगानगर और पल्लवपुरम के अलावा जयभीमनगर में सोमवार को प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब रही।
गंगानगर में प्रदूषण 340, पल्लवपुरम में 349, जयभीमनगर में 337 दर्ज किया गया। जबकि मेरठ शहर में 353 दर्ज किया गया। एनसीआर के शहर बागपत में 316, मुजफ्फरनगर में 226, गाजियाबाद में 326 और शामली में 215 दर्ज किया गया। हालांकि अगर प्रदूषण के आंकड़ों पर निगाह डाली जाए तो उससे साफ है कि एनसीआर में सोमवार को मेरठ का प्रदूषण सबसे अधिक रहा है। मेरठ के तीन स्थानों पर भी प्रदूषण के हालात खराब है। ऐसे में सांस लेने भी दुभर हो जाएगा। इसलिए इसकी रोकथाम होना बेहद आवश्यक है।
शाम को आसमान में छाई धुंध, ठंड का एहसास बढ़ा
नवंबर के महीने में सर्दी का एहसास धीरे-धीरे बढ़ रहा है। जिसके चलते तापमान में निरंतर गिरावट दर्ज हो रही है। हालांकि शाम के समय आसमान में धुंध भी देखी गई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में सर्दी का एहसास बढ़ेगा। कोहरे का भी भयंकर प्रकोप देखने को मिलेगा। राजकीय मौसम वैधशाला पर सोमवार को 26.4 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अधिकतम आर्द्रता 89 एवं न्यूनतम आर्द्रता 49 प्रतिशत दर्ज की गई। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही के अनुसार आसमान में अत्यधिक प्रदूषण के कण होने के कारण धुंध का असर रहा है। नवंबर के महीने में सर्दी का प्रकोप बढ़ेगा। जिसके चलते कोहरे का भी असर बढ़ेगा और लोगों को परेशानी होगी।