- टोल प्रबंधन का दावा जल्द ठीक होगी स्ट्रीट लाइटें
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: न कार्रवाई का डर और न ही नियमों की चिंता। एनएचएआई के अफसरों की लापरवाही के चलते नेशनल हाइवे-58 की स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी हैं। इनमें कई फ्लाईओवर और अंडरपास भी शामिल हैं। कई माह से एनएचएआई की टीम ने रात में निरीक्षण नहीं किया है। शहर के अंदर हाइवे पर स्ट्रीट लाइटें बंद रहने से अंधेरा छाया रहता है, लेकिन इन स्ट्रीट लाइटों को ठीक करने की जहमत कोई नहीं उठा रहा है।
जबकि यहां अंधेरा रहने से वाहन चालकों की सुरक्षा को खतरा रहता है। हाइवे पर रोशनी होने से रात के वक्त दृश्यता बेहतर रहती है। साथ ही वाहनों के टकराने की संभावना भी कम हो जाती है। हाईवे के किनारे खड़े वाहनों में पीछे आ रहे वाहन टकराने की संभावना बेहद कम रहती है। एक अनुमान के मुताबिक रास्ते पर पर्याप्त रोशनी हो तो हादसों पर 50 प्रतिशत तक लगाम लगाई जा सकती है। इतना ही नहीं लोग खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं और अपराधों पर भी अंकुश लगता है।
मेरठ के मोदीपुरम में नेशनल हाइवे-58 पर कंकरखेड़ा फ्लाईओवर से मोदीपुरम तक एक दो पोल को छोड़ बाकी जगहों पर की स्ट्रीट लाइटें खराब होने की वजह से रात में अंधेरे पहरा रहता है। पांच किमी अधिक के बीच में हाइवे की कुछ लाइटों को छोड़ बाकी स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। कुछ दिन पूर्व स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त किया गया था, मगर उसके कुछ दिनों के बाद फिर से वहीं खराब हो गई हैं। रात के समय हाईवे पर वाहनों की लाइट ही रहती है। स्ट्रीट लाइट खराब होने से रात में हादसों का डर बना रहता है।
रहता है लगातार अंधेरा
नेशनल हाइवे-58 पर कई महीनों से पांच किमी के बीच स्ट्रीट लाइट खराब होने से अंधेरा रहता है। रात में वाहनों को छोड़ पैदल और साइकिल, रिक्शा में चलने वाला व्यक्ति को हर समय हादसे का डर रहता है। सर्द मौसम में कोहरे ने भी दस्तक दे दी है। रात की रोशनी में कोहरे के दौरान काफी नजदीक दिखने में परेशानी होती है, मगर जहां कोहरे के बीच अंधेरा है, वहां कोहरा और अंधेरा भयाभय लगता है। लोगों को रात में आने जाने के दौरान परेशानी होती है।
कोहरा भी दे रहा दस्तक
हालांकि अभी सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। जिसके कारण कोहरे का भी मौसम शुरू हो जाएगा। ऐसे में स्ट्रीट लाइटों का जलना बेहद जरूरी है। स्ट्रीट लाइटे न जलने के कारण दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ जाएगा। ऐसे में इनका ठीक होना बेहद जरूरी है। टोलवे कंपनी के सीनियर रूट आपरेशन मैनेजर शाहनवाज खान का कहना है कि हाइवे पर खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को जल्द से जल्द ठीक करा दिया जाएगा।
रखरखाव पर नियंत्रण नहीं
परतापुर से लेकर रामपुर तिराहे तक 78 किमी के एरिया में क्यबू हाइवेज कंपनी द्वारा टोल शुल्क वसूला जाता है। टोल प्रबंधन द्वारा इस हाइवे के रखरखाव का नियंत्रण रखा जाता है, लेकिन परतापुर से लेकर मोदीपुरम फ्लाईओवर के बीच में लगी स्ट्रीट लाइटों में अधिकांश स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी है। जिसके चलते शाम होते ही हाइवे पर अंधेरा पसर जाता है। अंधेरा होने के कारण यहां हादसे हो जाते हैं।
सड़क हादसों को न्योता
एनएच-58 पर स्ट्रीट लाइटें न जलने के कारण हाइवे पर रात में अंधेरा पसरा हुआ है। हालांकि टोल प्रबंधन द्वारा इन लाइटों को ठीक कराने का दावा किया जा रहा है, लेकिन इन लाइटों के खराब होने के कारण अंधेरे में हादसे हो रहे हैं। जिससे लोगों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।