- रालोद ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर सत्ता पर लगाए धमकी व पुलिस द्वारा परेशान करने के आरोप
- कहा, जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सदस्यों पर पुलिस-प्रशासन से बनाया जा रहा है दबाव
मुख्य संवाददाता |
बागपत: जिला पंचायत के चुनाव में भले ही भाजपा को जनता ने जनमत न दिया हो और 20 वार्डों में से महज 4 ही जीत पाई हो, लेकिन वह जिला पंचायत अध्यक्ष कब्जाने के लिए अपनी फिल्डिंग बिछाने की रणनीति में जुट गई है। जाहिर है कि जोड़तोड़ की राजनीति होगी।
सदस्यों को अपनी ओर करने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाए जा सकते हैं, जिनके आरोप भी सत्ता पर लगने शुरू हो गए हैं। रालोद ने डीएम को दिए ज्ञापन में आरोप लगाया कि वार्ड 17 से जिला पंचायत सदस्य के मकान को तोड़ने की धमकी अधिकारियों की ओर से दी गई, जबकि मकान कई वर्षों से बना हुआ है।
वार्ड तीन से जिला पंचायत सदस्य को थाने बुलाकर भाजपा के पक्ष में वोट करने का दबाव बनाया गया। इसके अलावा अन्य को डराने व धमकाने का काम किया जा रहा है। रालोदियों ने चेतावनी दी कि यदि जिला पंचायत सदस्यों पर अनावश्यक दबाव बनाया तो बागपत में पंचायत होगी और आरपार की लड़ाई होगी।
रालोद ने सोमवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को ज्ञापन सौंपा और जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण कराने की मांग की है। उन्होंने ज्ञापन में आरोप लगाए कि सत्ता पक्ष के नेता पुलिस-प्रशासन के माध्यम से रालोद व सपा के जिला पंचायत सदस्यों को परेशान कर रहे हैं।
भाजपा के पक्ष में वोट देने का दबाव बनाया जा रहा है। वोट नहीं देने पर कार्रवाई की धमकी तक दी जा रही है। आरोप लगाया कि वार्ड तीन से जिला पंचायत सदस्य को बिनौली थाना बुलाकर भाजपा के पक्ष में वोट करने का दबाव बनाया गया। वोट नहीं देने पर कार्रवाई की धमकी दी गई। वार्ड 17 से जिला पंचायत सदस्य के पति फखरूद्दीन राणा को तो मकान तोड़ने की धमकी दी गई है।
आरोप लगाया कि सत्ता के इशारे पर अधिकारियों के माध्यम से मकान तोड़ने की धमकी दी गई है। जबकि वह मकान कई साल पहले बनाया गया था और न जाने कितने मकान बने हुए हैं। गांवों में हर दिन मकान बनाए जाते हैं। उन मकानों पर कार्रवाई नहीं की जाती है, जिला पंचायत सदस्य का ही मकान क्यों अधिकारियों को दिखाई दिया? अब चुनाव से पहले अचानक मकान तोड़ने की धमकी समझ से परे है।
कहा कि पहले कोई नोटिस तक नहीं दिया गया। एक सदस्य के रिश्तेदार राशन डीलर हैं। उन्हें लाइसेंस निरस्त करने की धमकी दी गई है। रालोद नेताओं ने डीएम से कहा कि जिस तरह से उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराए हैं उसी तरह से जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव संपन्न कराएं।
किसी सदस्य को अनावश्यक परेशान न किया जाए। रालोद ने चेतावनी दी कि यदि जिला पंचायत सदस्यों को डराने, धमकाने का सिलसिला चला तो पंचायत करने को मजबूर होंगे। जनपद में महामारी के बीच रालोद पंचायत से पीछे नहीं हटेगा और आरपार की लड़ाई होगी।
जनपद में निम्न स्तर की राजनीति को रालोद नहीं होने देगा। इस दौरान जिलाध्यक्ष डॉ. जगपाल सिंह, राष्ट्रीय सचिव डॉ. कुलदीप उज्जवल, पूर्व विधायक वीरपाल राठी, युवा जिलाध्यक्ष प्रमेंद्र तोमर, विश्वास चौधरी, जयकिशोर, फखरूद्दीन राणा आदि मौजूद रहे।