जनवाणी ब्यूरो |
मेरठ: कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष मंत्रालय बेहतरीन कार्य कर रहा है। इससे पहले सम्मेलन कानपुर में हुआ था। ऋषि और साधुओं ने आयुर्वेदिक पद्धति को बढ़ावा दिया था।
उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। चरक संहिता, सुश्रति का योगदान पुराना है। आयुर्वेदिक की तरफ लोगो का प्रचार हो रहा है। कोविद काल में इसे काफी समझा गया।
हिमालय जड़ी बूटियों से भरा पड़ा है। सौ वर्ष जीवित रह सकता है। कई कारणों से आयुर्वेद का प्रचार नही हो पाया। भारत पूरे विश्व को इस पद्धति से उपचार दे सकता है। कुशल आयुष सेवाए और कच्चे मॉल की उपलब्धता की व्यवस्थाएं की जा रही है। आयुर्वेद का प्रयोग स्वास्थ के विशेष प्रभाव के लिए किया जाए। सम्मेलन में चिकित्सक अपना अनुभव बांटेंगे।
मेरठ पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदीबेन और सीएम योगी
परंपरागत चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के विकास में प्रधानमंत्री का विशेष योगदान: सीएम योगी