जनवाणी ब्यूरो |
मेरठ: अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन एवम प्रादेशिक आयुर्वेद सम्मेलन की शुरुआत से पहले ही नेताजी सुभाष चन्द्र बोस प्रेक्षागृह भर गया था। सम्मेलन में देशभर के वैद्य शामिल हुए।
सम्मेलन में डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेई, सचिव आयुष मंत्रालय राजेश कोटेचा, वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा, जयंत देव पुजारी, प्रोफेसर राकेश शर्मा, बृज भूषण शर्मा, प्रोफेसर वैद्य गोपाल दत्त शर्मा मौजूद है।
आयुर्वेद पर्व के मुख्य अतिथि उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभागार में प्रवेश किया। इससे पहले पुलिस लाइन में हेलीकॉप्टर से उतरने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अधिकारियों और भाजपा के नेताओं ने स्वागत किया।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का पुलिस लाइन में स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल ने भाजपा के नेताओं से मुलाकात की और अभिवादन स्वीकार किया।
मंच पर मंत्री सोमेंद्र तोमर, विधायक दिनेश खटीक, कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला पहुंची। सांसद विजयपाल सिंह तोमर, डॉक्टर सरोजनी अग्रवाल भी आए। राष्ट्रगान के साथ प्रेक्षागृह में सम्मेलन शुरू।
इससे पहले उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुखमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रवेश पर सभी ने स्वागत किया। श्रीमती सुदेश धनखड़ पत्नी उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत किया गया।
आयुर्वेदिक डॉक्टरों का हर साल नवीनीकरण न किया जाए। आयुर्वेद हॉस्पिटल का निर्माण किया जाए। जैविक संपदा, जड़ी बूटी पैदा करने वाले किसानों को प्रोत्शाहित किया जाय।
आयुर्वेदिक डिप्लोमा कोर्स चालू किया जाय। पचास बेड के हॉस्पिटल बनाए जाए। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयुर्वेद शामिल किया जाए।
आयुर्वेदिक विद्वानों के सलाहकार समिति गठित किया जाये। यूपी सरकार में वैद्य जगत से जुड़े लोगों को सम्मानित किया जाए।
सचिव आयुष्मान राजेश कोटेचा ने कहा मंत्रालय में बहुत कार्य हुए हैं। यूपी आयुष के क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान पर है। पचास बेड के हॉस्पिटल बन रहे हैं। कैबिनेट स्तर के मंत्री इस मंत्रालय में हैं।