जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: अमेरिका में अपहृत चारों भारतवंशियों की मौत हो गई है। कैलिफोर्निया के शेरिफ ने उनके मारे जाने की पुष्टि की। मृतकों में एक दंपती, उनकी आठ साल की बच्ची व बच्ची का चाचा शामिल है। चारों पंजाब के होशियारपुर मूल के सिख एनआरआई परिवार के सदस्य थे।
आशंका है कि अपहर्ता ने ही चारों की हत्या कर दी। बता दें, अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत के मर्सिड शहर में सोमवार को चार भारतवंशियों जसदीप सिंह, उनकी पत्नी जसलीन कौर, उनकी आठ माह की बच्ची आरुही और जसदीप के भाई अमनदीप सिंह का अपहरण कर लिया गया था। चारों के शव एक बगीचे में पाए गए हैं।
कल एक एक संदिग्ध को हिरासत में लिया था
अपहरण के मामले में अमेरिकी पुलिस ने कल एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया था। वह खुद भी गंभीर हालत में मिला था। समझा जा रहा है कि उसने खुदकुशी का प्रयास किया था। चारों मृतक व उनका परिवार मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर के हरसी पिंड के रहने वाला हैं।
कार जली हालत में मिली थी
उनकी कार सोमवार देर रात जली हुई हालत में मिली थी। जासूसों ने अमेरिकी पुलिस को मंगलवार सुबह बताया था कि मर्सिड काउंटी के एटवाटर में एक एटीएम में अपहृत लोगों में से एक के बैंक एटीएम कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद ही अपहरण की पुष्टि हुई थी और एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करने वाले संदिग्ध की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी जांच एजेंसियों ने बताया कि संदिग्ध आरोपी की पहचान यीशु मैनुअल सालगाडो के रूप में हुई।उसने खुदकुशी करने का प्रयास किया है। उसका इलाज कराने के साथ ही पूछताछ भी की जा रही है।
फिरौती के लिए होशियारपुर के परिजनों को नहीं आया कोई कॉल
पंजाब के होशियारपुर में मौजूद अपहृतों के परिजनों ने बुधवार को बताया था कि अपहर्ताओं ने फिरौती के लिए उन्हें कोई कॉल नहीं किया। अपहृत परिजनों के मोबाइल मिल गए हैं। उनकी कार उनके दफ्तर से 20-25 किलोमीटर दूर जली हुई मिली है। जसदीप और अमनदीप के माता-पिता डॉ. रणधीर सिंह और कृपाल कौर अपहरण की खबर सुनकर सदमे में हैं। दोनों हाल ही में स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं।
डॉ. रणधीर 29 सितंबर को विदेश से भारत लौटे थे। इसके बाद वे उत्तराखंड में तीर्थयात्रा पर चले गए थे। जब वह ऋषिकेश पहुंचे तो उन्हें अमेरिका से उनकी बहू जसप्रीत कौर का फोन आया, जिन्होंने उन्हें अपने पति अमनदीप और परिवार के अन्य सदस्यों के अपहरण की घटना के बारे में बताया। इसके बाद डॉ. रणधीर मंगलवार शाम अपने गांव लौटे और अमेरिका संपर्क किया।