- सूरजकुंड में किया गया अंतिम संस्कार, बड़े बेटे ने दी मुखाग्नि
जनववाणी संवाददाता |
मेरठ: शिक्षक कोटे से 48 साल एमएलसी रहे ओम प्रकाश शर्मा की शवयात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। यूपी और उत्तराखंड से पहुंचे तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने पूर्व एमएलसी को अंतिम विदाई दी। इसके साथ उनके साथ बिताए पलों को याद करते हुए उनके निधन को शिक्षक जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया।
50 सालों तक शिक्षकों के अधिकारों के लिए जंग लड़ने वाले पूर्व एमएलसी ओम प्रकाश शर्मा रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए शास्त्रीनगर स्थित उनके आवास और सूरजकुंड श्मशान घाट पर शिक्षाविदों और राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं का तांता लगा रहा। शव यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। सूरजकुंड स्थित श्मशान घाट पर पुलिस लाइन से आई गाड़ी ने एक्स एमएलसी को गार्ड आफ आनर दिया। बड़े बेटे अमित शर्मा ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी।
मेरठ-सहारनपुर सीट से शिक्षक कोटे से आठ बार 48 सालों तक एमएलसी रहे ओम प्रकाश शर्मा का शनिवार की शाम निधन हो गया था। रविवार को उनके आवास पर तमाम शिक्षक नेताओं और राजनीतिक दलों से जुड़े लोग पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए पहुंचे।
अपने राजनीति जीवन में ओमप्रकाश शर्मा ने सभी दलों के जनप्रतिनिधियों और नेताओं के साथ दोस्ती बरकरार रखी। शव यात्रा में हर दल से जुड़े नेता और जनप्रतिनिधि शरीक हुए। मेरठ दक्षिण विधानसभा सीट से भाजपा विधायक डा. सोमेंद्र तोमर, शहर विधानसभा सीट से रफीक अंसारी, राज्यमंत्री सुनील भराला, सपा के पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद, कांग्रेस के पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा, आरएलडी के पूर्व मंत्री डा. मेहराजुद्दीन, पूर्व मंत्री अय्यूब अंसारी, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रविंद्र भड़ाना, पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश, सपा नेता बाबर खरदौनी सहित यूपी और उत्तराखंड के कई जिलों से आए एमएलसी और अन्य नेता शव यात्रा में शरीक हुए।
वहीं, उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मंत्री इंदिरा हृदेश भी आवास पर सांत्वना देने पहुंचीं। ओम प्रकाश शर्मा के सानिध्य में अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरूआत करने वाले मेरठ-सहारनपुर स्रातक सीट से पूर्व एमएलसी रहे हेम सिंह पुंडीर बेहद आहत दिखाई दिए। ओम प्रकाश शर्मा के साथ बिताए समय को याद करते हुए पुंडीर ने कहा कि उनका यूं अचानक चले जाना शिक्षक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।
आज के समय में शिक्षकों को सम्मान से जीने का हक सिर्फ ओम प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में किए गए आंदोलनों की बदौलत ही मिला है। उनके प्रयासों से ही खजाने से शिक्षकों का वेतन, पहले से लेकर सातवां वेतन आयोग, केंद्र के समान वेतन, मृतक आश्रित नियम और अन्य कई ऐसे लाभ शिक्षक उठा रहे हैं, जो पहले शिक्षकों के लिए नहीं थे। उन्होंने कहा कि ओम प्रकाश शर्मा जैसा नेता दोबारा पैदा नहीं होगा।
सरकारी नुमाइंदों के न पहुंचने पर जताया रोष
ओम प्रकाश शर्मा के घर पर सांत्वना देने पहुंचीं उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मंत्री इंदिरा हृदेश ने 48 साल तक एमएलसी रहे ओम प्रकाश शर्मा के निधन पर शोक जाहिर किया। इसके साथ आरोप लगाया कि इतने बड़े नेता की मौत के बाद भी कोई सरकारी नुमाइंदा पीड़ित परिवार को सांत्वना देने नहीं पहुंचा। उन्होंने इस मामले में सरकार के सामने मुद्दा उठाने की बात कही।
उन्होंने बताया कि वह वर्ष 1970 से ओम प्रकाश शर्मा के साथ जुड़ी हैं। 1974 में वह पहली बार एमएलसी बनीं। इसके बाद से लगातार ओम प्रकाश शर्मा के साथ शिक्षक हित की लड़ाई लड़ती रहीं। शिक्षक हितों के लिए उन्होंने ओम प्रकाश शर्मा के साथ लखनऊ से लेकर बलिया की जेल तक की यात्रा की। उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश शर्मा सिर्फ एक नेता नहीं,बल्कि प्रदेश के 28 लाख शिक्षकों की आवाज थे।
अंतिम यात्रा में पूरे प्रदेश से पहुंचे शिक्षक, विधायक और नेता
अंतिम यात्रा के दौरान पूर्व एमएलसी शिक्षक नेता ओमप्रकाश शर्मा को शिक्षा जगत के हर संगठन ने आकर श्रद्धांजलि दी। उनके आवास के बाहर माध्यमिक शिक्षक संघ के तमाम सदस्य, शिक्षक नेता शामिल रहे। हर गुट के शिक्षक नेताओं ने भी आकर भाव पूर्ण श्रद्धांजलि दी।
इसके अलावा पूरे प्रदेश से शिक्षक समुदाय के नेता व शिक्षक शामिल हुए। अंतिम संस्कार में प्रयागराज झांसी से शिक्षक विधायक सुरेश कुमार त्रिपाठी, गोरखपुर-आजमगढ़ से शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी, जिला अध्यक्ष और जिला मंत्री रहे।
इसी क्रम में वाराणसी से पूर्व शिक्षक विधायक प्रमोद कुमार मिश्रा, प्रादेशिय महामंत्री इंद्राशन, प्रदेशीय मंत्री मंत्री आरपी मिश्रा, कार्यालय अध्यक्ष रामचन्द्र यादव, जिला मंत्री और अध्यक्ष, अलीगढ़ से पूर्व शिक्षक विधायक और प्रदेशीय उपाध्यक्ष जेके जैन, जिला अध्यक्ष और मंत्री, कानपुर से हेमराज सिंह गौर, जनपदीय पदाधिकारीगण बरेली से मंडल और जनपद के पदाधिकारीगण, मुरादाबाद से समस्त जनपदीय कार्यकारिणी, प्रदेशीय, कोषाध्यक्ष सुभाष चंद्र शर्मा, मेरठ और सहारनपुर मंडल से पूर्व स्नातक विधायक हेम सिंह पुंंडीर और तमाम शिक्षक-शिक्षिकाएं रहे।
कुलपति और अधिकारी भी पहुंचे
श्रद्धांजलि देने के लिए चौधरी चरण सिंह विवि के कुलपति प्रो. एनके तनेजा भी पहुंचे। वहीं माध्यमिक शिक्षा विभाग से समस्त स्टाफ व कर्मचारी भी शामिल रहे। इसके अलावा कालेजों व इंस्टीट्यूट के संचालक भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। वहीं अंतिम यात्रा में डीआईओएस, जेडी, डीडीआर, बोर्ड कार्यालय से तमाम कर्मचारी व अधिकारी रहे।
ठकुराई गुट ने जताया शोक, दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट के पदाधिकारियों ने भी शोक सभा का आयोजन किया। वहीं उनके आवास पर पार्थिव शरीर में पुष्पाहार चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं राम सहाय इंटर कालेज में भी शोक सभा का आयोजन किया। वहीं डा. उमेश त्यागी प्रांतीय उपाध्यक्ष, अरुण पाल आत्रेय, प्रांतीय मंत्री सुशील सिंह, राजवीर राठी, बिजेंद्र ध्यानी, डा. सुखनंदन त्यागी, सुभाषचंद कौशिक, डा. हरिओम त्यागी, लाल बहादुर, सत्यप्रकाश त्यागी, विकास चौधरी, देवेंद्र सांगवान, राजकुमार शर्मा, अनुराग शर्मा, संजय त्यगी, कपिल देव सिंह, शशिबाला, रुचि जैन, कर्मसिंह, प्रवीण कुमार आदि रहे। इसी क्रम में संवाद फाउंडेशन के अध्यक्ष वपूर्व महासचिव जिला कांग्रेस कमेटी मेरठ से प्रशांत कौशिक ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
शोकसभा कर कांग्रेसियों ने शिक्षक नेता को दी श्रद्धांजलि
पूर्व एमएलसी व शिक्षक नेता ओम प्रकाश शर्मा के निधन पर कांग्रेसियों ने दु:ख व्यक्त किया है। शोकसभा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। जिला कांग्रेस अध्यक्ष अवनीश काजला के कैंप कार्यालय शीलकुंज में हुई बैठक में अवनीश काजला, हरिकिशन आंबेडकर, पंडित नवनीत नागर, सलीम खान, संजय गोयल ग्लैक्सी, राकेश सिंह, रोहित राणा, आशाराम, मनोज कुराली, मतीन रजि, नीतिश भारद्वाज, विनोद सोनकर, कपिल जैन, सूर्यांश तोमर आदि ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।
पीसीसी के पूर्व सचिव चौधरी यशपाल सिंह के कैंप कार्यालय पर पूर्व मंत्री डा. मेहराजुददीन अहमद, शहर कांग्रेस प्रवक्ता पीसीसी अखिल कौशिक, मइनुद्दीन गाजी, आदिल सिद्दीकी, शक्ति सिंह एडवोकेट, फुरकान अलवी आदि ने श्रद्धांजलि दी। जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष युगांश राणा ने बताया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने भी शोक संदेश भेजा है। शोक संदेश दिवंगत शिक्षक नेता के परिजनो को पहुंचा दिया गया है।