Thursday, April 25, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutहादसों को न्योता दे रहा खुला नाला

हादसों को न्योता दे रहा खुला नाला

- Advertisement -
  • खुले नालों में गिरकर अब तक जा चुकी है, करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों की जान
  • चार वर्ष में करीब सवा किमी दूरी के नाला निर्माण पर करीब डेढ़ करोड़ खर्च
  • ये बोले-स्थानीय लोग, नाले में कोई बड़ा हादसा न हो यदि निगम ने इस तरफ से आंखें मूंदी तो करेंगे जागरूक

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: नगर निगम क्षेत्र के वार्ड-67 में करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से सवा किमी दूरी तक बना खुला नाला नौचंदी मेले के दौरान मौत का नाला साबित हो सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस नाले में कई बार गोवंश के गिरने की घटना तक हो चुकी है और यह नाला इतना गहरा है कि यदि इसमें कोई गिर जाये तो उसका बचना मुश्किल है।

करीब सात फीट से अधिक गहराई का यह नाला बदहाली की दास्तां बयां कर रहा है। हापुड़ रोड से जो महानगर के लोग नौचंदी मेले में प्रवेश करते हैं। वह इसी नाले के पास से होकर गुजरते हैं। नाला पूरी तरह से चोक हो गया है और नाला कई जगहों से क्षतिग्रस्त होने के साथ ही जल निकासी भी बाधित हो रही है। जहां एक तरफ खुला नाला नाला हादसों को दावत दे रहा है तो वहीं उसमें पसरी गंदगी और उठ रही बदबू से स्थानीय लोग बेहाल है।

मेले में आने वाले लोगों का क्या हाल होगा यह तो ठीक से समझा जा सकता है। स्थानीय लोगों ने इस मामले में जल्द ही डीएम से मिलकर समस्या के निराकरण की मांग की है। यदि समस्या का समाधान नहीं होता तो नौचंदी मेले में आने वाले लोगों को इस नाला निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को लेकर जागरूक करने की बात कही है।

नगर निगम क्षेत्र में रसीदनगर व टीपीनगर क्षेत्र से होकर गुजर रहे नालों में अब तक कई लोगों की जाने जा चुकी हैं। जिसमें भूमिया पुल एवं रसीदनगर के नाले के हादसों को ही देखा जाये तो करीब पांच लोगों की मौत नाले में गिरकर हो चुकी है। वहीं, दूसरी ओर तीन बच्चों की नाले में मौत हो चुकी है। जबकि टीपीनगर क्षेत्र के नाले में भी हाल ही में एक तीन वर्षीय बच्ची की खेलने के दौरान गिरकर मौंत हो चकी है।

हादसों का मुख्य कारण नालों की ठीक तरह से साफ सफाई नहीं होना, नालों का कवर्ड नहीं होना, नालों की सतह की ठीक से साफ-सफाई नहीं होना। उसमें सिल्ट के जम जाने के कारण कुछ बच्चे गेंद आदि व अन्य सामान निकलाने के चक्कर में उसमें गिर जाते हैं और मौत के नाले में जान गांवा देते हैं। ठीक इसी तरह का एक नाला वार्ड-67 में भी स्थानीय लोगों के द्वारा बना होना बताया जा रहा है।

जिसमें अब तक कई गोवंश गिर चुके हैं। जिसमें एक गोवंश की तो मौत तक हो चकी। कई बार बच्चे गिरने से बचे और नौचंदी मेले के दौरान इस नाले में कोई न गिरे इंकार नहीं किया जा सकता। नगर निगम ने करीब सवा किमी दूरी के इस नाले पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये खर्च किये, लेकिन जल निकासी की समस्या का समाधान नहीं हो सका। सिल्ट से अटा नाला, गंदगी पसरी दूर तक दुर्गंध फैली है।

02 8

स्थानीय लोगों का कहना है कि नौचंदी मेले में आने वाले लोग इस मौत के नाले से क्या संदेश लेकर जायेंगे। आचार्य मनीष स्वामी महंत बालाजी मंदिर नौचंदी का कहना है कि वार्ड-67 में राजेंद्र नगर, नौचंदी मैदान, कैलाशपुरी पूर्वी कल्याण नगर से होते हुये ढबाई नगर की पुलिया तक नाला निर्माण का कार्य करीब चार वर्ष पूर्व शुरू कराया गया था। जिसमें नाले का निर्माण करते समय नाले के पानी का बहाव किधर को होना चाहिए, उसका ध्यान नहीं रखा गया।

जिसके चलते नाला निर्माण के बाद भी जल निकासी नहीं हो पा रही है। नाला अटा पड़ा है, कई बार गोवंश आदि गिरकर हादसे हो चुके हैं। नाले की गहराई सात से आठ फीट होने के बावजदू पूरे नाले को कवर्ड नहीं किया गया। इस संबंध में कई बार शिकायत भी की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका।

नौचंदी मेला कमेटी के सदस्य एवं हैंडलूम व्यापार संघ के मंत्री अंकुर गोयल का कहना है कि इस संबंध में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका। चुनाव के बाद इस नाले के संबंध में डीएम व तमाम आलाधिकारियों को अवगत कराकर समस्या का समाधान कराने का प्रयास किया जायेगा।

वहीं, अन्य स्थानीय लोगों ने भी इस नाले को लेकर कहा है कि वह इस बार नौचंदी मेले में खुद लोगों को जागरूक करेंगे कि वह इस मौत के नाले से दूरी बनाकर रखें वरना जा सकती है। जान इस संबंध में एक जन जागरूकता कार्यक्रम भी नौचंदी मेले में आयोजित करने की बात कही है, ताकि नाला निर्माण में हुये भ्रष्टाचार से लोगों को अवगत कराया जा सके।

मामला संज्ञान में है, यह नाला करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से खुला नाला निर्माण कराया गया था। जिसके कवर्ड करने का बजट पास नहीं किया गया था। करीब सवा किमी दूसरी के इस नाला ढबाई पुलिया के निकट क्षतिग्रस्त हो गया है। जिस कारण जल निकासी की समस्या नाले में बनी हुई है। जल्द ही इस समस्या का समाधान कराया जायेगा। वहीं, नाले को कवर्ड कराने के लिये 15वें वित्त से निर्माण को बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास कराया जायेगा। -पदम सिंह, अवर अभियंता निर्माण, नगर निगम मेरठ।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
3
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments