- विरोध के चलते बैरंग लौटी मेडा अफसरों की टीम, भाजपा नेता धरने पर बैठे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) की टीम को भाजपा नेताओं के ही विरोध का सामना करना पड़ रहा हैं। प्राधिकरण की एक टीम गुरुवार को शताब्दीनगर के सेक्टर-6 में जमीन पर कब्जा लेने के लिए पहुंची थी, जहां पर भाजपा नेता और उनके समर्थक किसानों ने प्राधिकरण टीम का भारी विरोध कर दिया। ऐसा पहली बार हुआ कि भाजपा के नेहा ही सरकारी सिस्टम के खिलाफ विरोध करने के लिए सड़क पर उतर आये।
भाजपा नेताओं ने प्राधिकरण अफसरों के खिलाफ नारेबाजी तक कर दी। दरअसल, लंबे समय से प्राधिकरण शताब्दीनगर के सेक्टर-6 में जमीन पर कब्जा लेने की कोशिश कर चुका हैं, लेकिन हर बार प्राधिकरण की टीम को भारी विरोध का सामना करना पड़ता हैं, जिसके चलते टीम बैरंग ही लौट जाती हैं। गुरुवार को भी कुछ वैसा ही हुआ। टीम को भारी विरोध के चलते वापस लौटना पड़ा।
शताब्दीनगर सेक्टर छह में गुरुवार को मेडा की टीम खसरा संख्या 547 में कब्जा लेने पहुंची थी। इसकी भनक भाजपा नेता राममेहर सिंह को लगी तो वह अपने समर्थक किसानों को साथ लेकर मौके पर पहुंच गए। भाजपा नेता के साथ सैकड़ों की तादाद में किसान भी यहां विरोध करने पहुंच गए। टीम का भारी विरोध करते हुए किसानों को साथ लेकर भाजपा नेता राममेहर सिंह धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे किसानों का कहना था कि बकाया मुआवजा मिलने तक जमीन पर कब्जा नहीं दिया जाएगा।
देखते ही देखते प्राधिकरण और किसानों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई। घंटे भर तक टकराव आमने-सामने का बना रहा। प्राधिकरण अफसरों ने जब देखा कि विरोध बढ़ रहा है, कम नहीं हो रहा हैं, इसके बाद ही मेडा अफसरों की टीम बैरंग लौट गई। शताब्दीनगर पैंठ रोड स्थित सेक्टर छह में रिठानी निवासी प्यारे पुत्र दीवान की जमीन है, जिसका मेडा 80 प्रतिशत मुआवजा दे चुकी है तथा 20 प्रतिशत बाकी है। यह जमीन सीलिंग की होना बताया गया है।
गुरुवार दोपहर मेडा की टीम इसी जमीन पर कब्जा लेने के लिए पहुंची थी। भाजपा नेता राममेहर सिंह का कहना है कि किसानों के साथ सेक्टर-6 में अन्याय हो रहा हैं, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस पूरे प्रकरण को लेकर मेडा अफसरों की मनमानी चल रही हैं। इस पूरे प्रकरण से सीएम योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया जाएगा। भाजपा नेता राममेहर सिंह का कहना है कि ये विरोध सिस्टम का किया हैं, सरकार का नहीं।
सिस्टम किसानों को कुचलना चाहता है, लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। धरने पर बैठना पड़ा। क्योंकि अफसर किसी की नहीं सुन रहे हैं। मेडा टीम का विरोध किया है और आगे भी करेंगे। किसान नेता का कहना था कि जब तक मेडा जमीन का पूरा मुआवजा नहीं देगी, तब तक जमीन पर कब्जा नहीं दिया जाएगा। विरोध प्रदर्शन के कारण मेडा टीम बैरंग लौट गई। विरोध करने वालों में भाजपा नेता के साथ प्यारे, सुभाष, राजीव, मोनू, सचिन, धनपाल, जयप्रकाश आदि शामिल रहे।
महलका में चला अतिक्रमण के खिलाफ अभियान
फलावदा: सरधना तहसील की टीम ने दौराला ब्लॉक के ग्राम महलका पहुंचकर एक प्लाट पर अवैध रूप से रखे खोखे हटवाते हुए कब्जामुक्त कराया। इस दौरान अफरा तफरी मच गई। थाना क्षेत्र के ग्राम महलका निवासी महताब पुत्र इमामुद्दीन ने पिछले दिनो जिला अधिकारी दीपक मीणा से गांव में स्थित अपने प्लॉट को कब्जा मुक्त करने की मांग की थी। महताब ने आरोप लगाया था कि सलेक पुत्र जयप्रकाश, चिरंजी पुत्र पूसी निवासी निहोरी ने दो खोखे रखकर उसके प्लॉट पर अवैध रूप से कब्जा करते हुए अतिक्रमण कर रखा है।
एसडीएम सरधना के आदेश पर तहसील टीम ने पैमाइश कराकर उसके प्लांट की बुनियाद रखवा दी थी, लेकिन अगले ही दिन स्थानीय पुलिस ने निर्माण कार्य रुकवा दिया था। तब से पीड़ित का प्लांट कब्जा मुक्त नहीं हुआ था। जिसकी शिकायत पीड़ित महताब ने डीएम को दी थी। डीएम के आदेश पर गुरुवार को सरधना तहसील की टीम महलका पहुंची। तहसील टीम ने मौके पर जेसीबी मशीन बुलवाकर महताब के प्लांट से अतिक्रमण हटवाया। इस दौरान सरधना तहसील के नायब तहसीलदार राहुल सिंह, पटवारी किरणपाल व स्थानीय पुलिस शांति व्यवस्था बनाने के लिए मौजूद रही।
अहमद रोड पर दिनभर लगा भयंकर जाम
नगर निगम से चंद कदम की दूरी पर घंटाघर से जिला अस्पताल मार्ग पर गुरुवार को भयंकर जाम लगा। जिसमें इस मार्ग के एक तरफ नाला निर्माण कार्य तो सड़क के बीच में डिवाइडर निर्माण का कार्य चल रहा है। वहीं दूसरी ओर इस मार्ग पर आये दिन किसी न किसी जगह टंकी की पाइप लाइन फटने की समस्या बनी रहती है। जिसके चलते मार्ग पर आए दिन सड़क की खुदाई एवं उसकी मरम्मत का कार्य चलता रहता है।
वहीं, दूसरी ओर घंटाघर के निकट नाले पर बनी अवैध दुकानों को बचाने के प्रयास में सड़क में मिट्टी खुदाई कर नाला निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिसके चलते भी रास्ता संकरा हो गया है। इस मार्ग से होकर गुजरना राहगीरों के लिए जी का जंजाल बन गया है, लेकिन जिला अस्पताल के लिए इसी मार्ग से होकर जाना लोगों की मजबूरी भी है। फिलहाल घंटाघर से जिला अस्पताल मार्ग पर दिनभर वाहनों की लंबी लाइन लगी देखी जा सकती है।
मार्ग पर वाहन रेंगते नजर आते हैं,ओर इस दौरान मार्ग पर घंटो तक जाम लगा रहता है। इस दौरान अस्पताल में आने वाली एम्बुलेंस या फिर पुलिस के वाहन भी जाम में फंसे देखे जा सकते हैं। फिलाहल नाला निर्माण कार्य भी धीमी गति से चल रहा है। लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलती दिखाई नहीं दे रही है।