- रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी व कार्यकर्ताओं पर हाथरस में लाठीचार्ज के बाद बढ़ रहा आक्रोश
- रालोद नेता ओमबीर ढाका के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने किया प्रदर्शन
मुख्य संवाददाता |
बागपत: हाथरस में रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी व कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के बाद रालोदियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। रालोद कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने बागपत नगर में प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। रालोदियों ने लाठीचार्ज की घोर शब्दों में निंदा की।
रालोद नेता ओमबीर ढाका के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने नगर के चमरावल रोड पर प्रदर्शन किया और लाठीचार्ज की निंदा की। रालोद कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। रालोदियों द्वारा आक्रोश जताते हुए कहा कि सत्ता की कुर्सी पर बैठने के बाद जनता से किए वादे भाजपा भुल गई है।
जनता के बीच त्राही-त्राही मची है और असुरक्षा का माहौल प्रदेश में बन चुका है। सुरक्षित प्रदेश का वादा करने वाली सरकार कानून व्यवस्था को संभालने में फेल हो गई है। हाथरस प्रकरण भी सरकार अव्यवस्था का नतीजा है। हाथरस प्रकरण को सरकार दबाना चाहती थी। पीड़ितों को धमकाया गया।
रात्रि में युवती का अंतिम संस्कार परिजनों के बिना कर दिया गया। रालोद वहां शांति से पीड़ित परिवार से मिलने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के नेतृत्व में पहुंचा था, लेकिन पुलिस ने सरकार के इशारे पर लाठीचार्ज कर दिया। किसानों, मजदूरों, गरीबों की आवाज उठाने वाले जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज की जितनी निंदा की जाए कम है।
रालोद लाठीचार्ज का बदला लेगी और सड़कों पर उतरेगी। उन्होंने कहा कि सरकार लाठियों के दम पर अगर आवाज को दबाना चाहती है तो यह किसी भी कीमत पर नहीं हो पाएगा। क्योंकि रालोदियों में सरकार का सामना करने की ताकत है और सरकार की एक-एक लाठी का जवाब दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अपनी खामियों को छिपाने के लिए सरकार लाठियां चलवा रही है। उन्होंने मांग की कि लाठीचार्ज करने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जाए और जयंत चौधरी को सुरक्षा मुहैया कराई जाए। उन्होंने बताया कि आठ अक्टूबर को मुजफ्फरनगर में पंचायत आयोजित की जा रही है, जिसमें देशभर से किसानों की आवाज बुलंद करने वाले नेता आएंगे और सरकार को ताकत का एहसास कराया जाएगा।
इस दौरान वीरेंद्र पंवार, ब्रहम सिंह, महावीर राणा, सतीश मास्टर, सतीश कुमार, राजीव राणा, अश्विनी पंवार, शौकत, जयवीर, विक्रम, वीरेंद्र सिंह, तेजवीर सिंह प्रधान, बृजपाल सिंह, शीशपाल आदि मौजूद रहे।
जाट महासभा ने जताया आक्रोश
जिला जाट महासभा की बैठक में लाठीचार्ज पर आक्रोश जताया और सरकार के इस कदम की निंदा की। महासभा के अध्यक्ष डॉ. महावीर सिंह ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है। सरकार आवाज उठाने वालों पर भी लाठियां बरसा रही है। यहां हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है।
मनमर्जी का सिस्टम प्रदेश में हावी हो गया है। महासचिव अश्वनी तोमर ने लाठीचार्ज को जाट समाज एवं किसान पर घातक हमला बताया और बसंत तोमर व गौरव तोमर की प्रशंसा की। कहा कि दोनों युवाओं ने जयंत के ऊपर पड़ने वाली लाठियों को ढाल बनकर रोका और कवच बनकर डटे रहे।
कोषाध्यक्ष तेजपाल सिंह ने कहा कि यह आपातकालीन जैसे हालात है। प्रधान संरक्षक विनोद खेड़ा ने कहा कि समय आने पर एक-एक लाठी का बदला लिया जाएगा। वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरुण तोमर ने लाठीचार्ज की निंदा की और कहा कि समाज को अब एकजुट होना होगा और इसका जवाब देना होगा। बैठक में गजेंद्र सिंह, चरण सिंह खोखर, कंवरपाल सिंह, ब्रहमपाल सिंह, अनिमेश तोमर आदि मौजूद रहे।