- जनपद में अवैध खनन का धंधा पकड़ रहा है जोर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जनपद में अवैध खनन का कारोबार जोर पकड़ रहा है। अवैध खनन में जहां खनन अधिकारी संलिप्ता जगजाहिर हो रही है, वही ठेकेदारों को घरेलू प्रयोग के लिए 500 घन मीटर की अनुमति प्रदान की गई है, लेकिन ठेकेदार इसके बदले में व्यवसायिक कार्य कर रहे है और प्राइवेट कालोनियों में भराव का कार्य धड़ल्ले से कर रहे हैं। क्योकि ये ठेकेदार खनन अधिकारियों की मिलीभगत के चलते खुलकर काम कर रहे हैं।
जनपद में खनन के 133 ठेकेदार ऐसे है, जो 500 घन मीटर की अनुमति घरेलू इस्तेमाल की लेकर व्यवसायिक काम कर रहे है। इसका प्रयोग करते हुए ठेकेदारों ने आपस में जनपद की विभिन्न सड़कों को भी हिस्से में बांट रखा है। यहां ठेकेदार अपनी-अपनी अनुमति के बाद कार्य करते है, लेकिन इस अनुमति में खनन अधिकारियों का पूरा सहयोग होता है।
इन गांवों में होता है खनन
जनपद के भूड़बरा, डालूहैडा, बढढा, अलीपुर, कुशावली, अंदावली, किला परीक्षितगढ़ आदि गांवों में अवैध खनन का स्याह कारोबार चल रहा है। यहां ठेकेदारों द्वारा खनन करने के साथ-साथ इन गांवों की सड़क ों को भी तोड़ दिया है। जिससे ग्रामीणों को भी परेशानी से गुजरना पड़ रहा है।
इन सड़क ों पर हो रहा जमकर अवैध खनन
जनपद की परतापुर रोड़, बागपत रोड़, रोहटा रोड़, सरधना रोड़, दौराला रोड़, मवाना रोड़, हापुड़ रोड़, गढ़ रोड़ और किला परीक्षितगढ़ रोड़ पर जमकर खनन किया जा रहा है। यहां खनन होने से लोगों को बेहद परेशानी से जूझना पड़ रहा है। आए दिन बड़े-बड़े डंफर चलने से दुर्घटनाएं भी होती रहती है, जिसके चलते आए दिन ग्रामीणों द्वारा जाम की समस्याएं उत्पन्न रहती है।
क्या कहना है इनका
जनपद में बिना अनुमति के खनन नही हो रहा है, जो भी ठेकेदार बिना अनुमति के खनन करेगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। -नरेंद्र कुमार खनन अधिकारी, मेरठ