जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: एनजीटी की सख्ती के बाद भी क्षेत्र में कई कोल्हू जहर उगल रहे हैं। इनमें से एक में भी मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। इन कोल्हुओं में ईंधन के रूप में प्लॉस्टिक, पॉलीथिन एवं रबर आदि जलाने से भी परहेज नहीं किया जा रहा है। इनसे निकलने वाला धुआं जहरीला हो गया है। उधर, प्रशासन सब कुछ जानकर भी अंजान बना हुआ है।
जहरीले धुएं से क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता ही रहा है। प्रदूषण को रोकने के लिए केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ने भी प्रशासन को सख्त आदेश दे रखे हैं, बावजूद इसके क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर कम नहीं हुआ है।
सीजन के शुरुआत में ही प्रशासन ने कोल्हू चलाने के लिए कुछ मानक तैयार किए थे। हालांकि वे आदेश चिमनी के धुएं में उड़ते दिखाई दे रहे हैं। शासन ने कोल्हू चलाने से पहले प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एनओसी, धुआं निकलने वाली चिमनी की ऊंचाई एवं ईंधन के रूप में प्रयोग होने वाली सभी वस्तुएं निश्चित की थीं। इसके बावजूद सभी कोल्हू जहरीला धुआं उगल रहे हैं।
कोल्हुओं में प्लॉस्टिक, पॉलीथिन एवं रबर आदि जलाने से परहेज नहीं किया जा रहा है। किसी भी कोल्हू पर अभी तक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जांच करके कार्रवाई नहीं की है। जिसके चलते ये खुलेआम वायु प्रदूषण फैलाने में इजाफा कर रहे हैं। क्रांतिधरा में प्रदूषण का प्रकोप लगातार जारी है। हालांकि प्रदूषण की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
मंगलवार को भी प्रदूषण विभाग द्वारा देहात क्षेत्र में कोल्हू पर प्रदूषण होता हुआ पाया गया। चार कोल्हू मालिकों पर 25-25 हजार रुपये का विभाग द्वारा जुर्माना लगाया गया है। चार स्थानों पर नगर निगम की सीमा में कूड़ा जलता हुआ प्रदूषण विभाग की टीम को मिला तो प्रदूषण विभाग की टीम ने नगर आयुक्त को नोटिस जारी कर दिया।
प्रदूषण को रोकने के लिए महानगर में विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उनके प्रयासों को देखते हुए भी लोग प्रदूषण की रोकथाम में कम सहयोग करते हुए नजर आ रहे हैं। अगर देखा जाए तो मेरठ के प्रदूषण विभाग द्वारा जारी किए गए। आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो उससे साफ साबित हो रहा है। प्रदूषण की रोकथाम के लिए टीम को समय लगेगा।
25 हजार रुपये का विभाग ने किया जुर्माना
प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डा. योगेंद्र कुमार ने बताया कि इंचौली थाना क्षेत्र के खरदौनी गांव में चार गन्ने के कोल्हू पर पॉलीथिन जलती हुई पाई गई। कोल्हू मालिक जमशेद, फरमान, नफीस और नवेद के खिलाफ 25-25 हजार रुपये का जुर्माना किया गया है। इसके अलावा नगर निगम की सीमा पर चार स्थानों पर कूड़ा जलता हुआ पाया गया। जिसके लिए नगर आयुक्त को नोटिस जारी किया गया है और इस तरह शहर में प्रदूषण की रोकथाम में सहयोग करने की बात कही गई है।
सांस लेने में हो रही परेशानी
कोल्हुओं के धुएं के चलते वातावरण प्रदूषित हो गया है। इससे बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। प्रदूषण अधिक होने के कारण बचाव के परंपरागत तौर तरीके भी नाकाम साबित हो रहे हैं। जिसके चलते पीड़ित लोग चिकित्सकों की ओर रुख करने को मजबूर हैं।
बढ़ते प्रदूषण के साथ लगातार बढ़ रही सर्दी
बढ़ता प्रदूषण जिस तरह महानगर के लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है। ठीक उसी तरह तापमान का गिरना सर्दी के एहसास को बढ़ा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि सर्दी का एहसास बढ़ेगा। जिसके चलते तापमान में गिरावट दर्ज होगी। राजकीय मौसम वैधशाला पर मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अधिकतम आर्द्रता 85 एवं न्यूनतम आर्द्रता 43 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिक डा. समीम अहमद का कहना है कि मौसम का प्रकोप बढ़ेगा और अब धीरे-धीरे कोहरे का भी आने की संभावना बढ़ेगी।
इन शहरों में प्रदूषण की स्थिति
- मेरठ 342
- बागपत 282
- गाजियाबाद 356
- मुजफ्फरनगर 321
- ग्रेटर नोएडा 360
- हापुड़ 318
मेरठ के इन स्थानों का प्रदूषण
- गंगानगर 359
- पल्लवपुरम 252
- जयभीमनगर 314