- पालिका बोर्ड बैठक में सदन की गरिमा हुई तार-तार
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: नगर पालिका बोर्ड बैठक में स्वकर प्रणाली व सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अनदेखी कर एजेन्डे में शामिल किए गए प्रस्ताव पर जमकर हंगामा हुआ। बहुमत के आधार पर चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल विवादित प्रस्तावों सहित एजेंन्डा पास कराने में कामयाब रही। सभासदों के आमने सामने आने के बाद सदन की गरिमा खंडित हुई।
कुछ सभासदों ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर शामली रोड पर मूर्ति स्थापित करने का विरोध किया तो कुछ सभासद इसको दूसरे रूप में ले गए और सदन की गरिमा के विपरीत जूतो सहित मेज पर चढकर हंगामा करने लगे।
हैरत की बात तो यह है कि काफी देर तक सदन की मर्यादा खंडित होती रही और चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल खामोश होकर यह सब देखती रही। एजेन्डा पढकर कार्यवाही को आगे बढाते स्टोनोग्राफर गोपाल त्यागी सभासदों के कहने पर एक के बाद एक प्रस्ताव पढते चले गए जिसका परिणाम सारे प्रस्ताव पास कर दिए गए।
दर्जा पालिका का टैक्स नीति निगम की
नगर पालिका प्रशासन आवेश में एक के बाद एक फजीहत भरा कदम उठा रही है। सर्वकर प्रणाली के तहत वसूले जाने वाले गृह कर में बढोत्तरी का मामला भी पालिका के लिए फजीहत भरा है, डेढ वर्ष पूर्व बढाये गए कर में निगम के हिसाब से बढोत्तरी कर दी गई,जबकि पालिका को अभी निगम का दर्जा नहीं मिला है। सभासद पूनम शर्मा ने इस मुद्दे पर जमकर हंगामा करते हुए कहा कि जनता को लूटने का काम पालिका प्रशासन कर रहा है नियमों को दरकिनार कर अधिकारी टैक्स की आड में अपना हित साध रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट की अनदेखी कर किया प्रस्ताव पास
शामली रोड स्थित पुलिस चौकी के सामने महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापित करने का मुद्दा भी बोर्ड बैठक की सुर्खियां बना। महिला सभासद पूनम शर्मा के नेतृत्व में अन्य सभासदों ने कहा कि वह महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाने विरोध में नहीं है,बल्कि सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग के अनुसार किसी भी सार्वजनिक स्थल पर नया निर्माण नहीं कराया जा सकता। उनका कहना था कि ऐसा कोई कदम ना उठाया जाए जिससे बोर्ड दागी हो कोर्ट की अवेहलना पर पालिका को बचकर विधिक राय लेकर ही कोई कदम उठाना चाहिए ,लेकिन मूर्ति स्थापित करने का पक्ष करने वाले सभासद किसी की बात सुनने को तैयार नहीं हुए और बहृुमत के आधार पर यह प्रस्ताव पास कर दिया गया।
माहौल की नजाकत देखकर पीछे खींचे कदम
अहिल्या बाई चौक से संबंधित प्रस्ताव संख्या 363 पर भी बैठक में चर्चा हुई। सौनर्दयकरण के नाम पर अनियमितता की शिकायत करने वाले सभासद राजीव शर्मा ने चेयरपर्सन् अंजू अग्रवाल के भाजपा ज्वाईन करने के बाद बदले माहौल को देखकर बैठक में कहा कि वह अपनी शिकायत वापस लें लेंगे। इस पूरे प्रकरण की गुुंज शासन तक है और डीएम ने अपनी रिपोर्ट मेंं पालिका के तत्कालीन ईओ व ठेकेदार को दोषी माना है।