- भरी गर्इं दरारों के चटकने का मामला, दैनिक जनवाणी ने प्र्रमुखता से उठाया था मामला
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रैपिड कार्यों के चलते फैज ए आम इंटर कॉलेज की बिल्डिंग में आई दरारों को देखने रैपिड की टीम बुधवार को कॉलेज पहुंची और पूरी बिल्डिंग का निरीक्षण किया। रैपिड टीम में शामिल लोगों ने उन दरारों को देखा जो भरने के बाद फिर फटने लगी हैं। कॉलेज प्रशासन ने टीम को उन सभी स्थानों को दिखाया जहां पर फिर से दरारें पड़ गई हैं। प्रधानाचार्य शारिक मुहम्मद खां ने कॉलेज के हॉल की उस छत को भी दिखाया जो दरारे पड़ने से चटक गई है
और उसमें से बारिश के दिनों में पानी रिस रहा है। रैपिड टीम से कॉलेज प्रशासन ने आग्रह किया कि वो यहां आई दरारों को इस प्रकार से भरें कि बाद में भी कोई परेशानी न हो। रैपिड टीम में शामिल अधिकारियों ने कॉलेज परिसर का मुआयना कर सभी दरारों को बारीकी से देखा। टीम में शामिल अधिकारियों के अनुसार वो इस संबध में पूरी सर्वे रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को शीघ्र ही भेज देंगे।
कॉलेज परिसर में पुन: आई दरारों का मामला दैनिक जनवाणी ने अपने मंगलवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर छपते ही रैपिड की तकनीकी टीम बुधवार दोपहर कॉलेज परिसर पहुंच गई। प्रधानाचार्य ने टीम को अवगत कराया कि दरारें आने से बिल्डिंग की मजबूती पर असर पड़ा है जिसके चलते कॉलेज में अध्ययनरत् लगभग डेढ़ हजार बच्चों पर खतरा मंडरा रहा है।
वार्ता विफल, जारी रहेगा पीडब्ल्यूडी कर्मियों का आंदोलन
विभिन्न मांगों को लेकर पीडब्ल्यूडी कर्मियों का आन्दोलन लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। बुधवार को आन्दोलनरत् कर्मचारियों और अधिशासी अभियंता सतेन्द्र सिंह के बीच वार्ता देर शाम विफल हो गई। उधर अधिशासी अभियंता सतेन्द्र सिंह ने अधीक्षण अभियंता को ढाल बनाने की कोशिश की है। उत्तर प्रदेश पीडब्ल्यूडी नियमित वर्कचार्ज कर्मचारी संघ, लोनिवि से जुड़े कर्मचारी पिछले तीन दिनों से अधिशासी अभियंता सतेन्द्र सिंह की हिटलरशाही के खिलाफ आन्दोलन चला रहे हैं।
इन आन्दोलनरत् कर्मचारियों का आरो है कि सतेन्द्र सिंह ने मुख्यालय के आदेशों की अवहेलना की है और गे्रड पे 2400 को लेकर वहीं रोड़ा बने हुए हैं। इसी मुद्दे पर अधिशासी अभियंता ने आन्दोलनरत् कर्मचारियों को बुधवार दोपहर 3 बजे वार्ता के लिए आमंत्रित किया। वार्ता लगभग दो घंटे तक चली लेकिन गे्रड पे 2400 पर कोई सहमति नहीं बनी। बैठक के दौरान जहां कर्मचारी गे्रड पे 2400 पर अड़े थे वहीं अधिशासी अभियंता इस मुद्दे पर कर्मचारियों की एक बात भी सुनने को तैयार नहीं थे।
सहमति न बनती देख अधिशासी अभियंता सतेन्द्र सिंह ने कर्मचारियों पर एक दांव चला और कहा कि इस मुद्दे पर कोई सर्वमान्य हल निकालने के लिए अधीक्षण अभियंता द्वारा एक संयुक्त कमेटी का गठन किया जाए जो इस मसले हल निकाले। उधर कर्मचारी नेता अहसान अली और महामंत्री दिनेश चंद जोशी ने साफ कहा कि जब मुख्यालय ग्रेड पे 2400 पर सहमत है तो फिर दांव पेंच क्यों चले जा रहे है।
हालांकि कमेटी के गठन पर आन्दोलनरत् कर्मचारी तैयार हो गए लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कमेटी का गठन जब होगा तब होगा लेकिन फिलहाल आन्दोलन जारी रहेगा। उधर आंदोलनकारियों ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कमेटी का जो भी निर्णय होगा वो मान्य होगा। उधर चर्चा यह है कि वार्ता के दौरान अधिशासी अभियंता सतेन्द्र सिंह ने अधीक्षण अभियंता जगदीश प्रसाद पर आन्दोलन का दारोमदार डालने की कूटनीतिक रणनीति इस्तेमाल की है।