- भगवान गणेश की छोटी मूर्तियां लोगों को कर रही है आकर्षित
- 19 को घर-घर पधारेंगे गजानन, चारों ओर गणेश उत्सव की रहेगी धूम
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: 19 सितंबर को आ रही गणेश चतुर्थी इस वर्ष बेहद खास संयोग लेकर आ रही है। गणेश चतुर्थी पर जहां 300 साल बाद दुर्लभ संयोग बन रहा है। वहीं, पांच खास योग भी इस दिन को और खास बना रहे हैं। ज्योतिषाचार्य राहुल अग्रवाल का कहना है कि अकेले चतुर्थी ही शुभ नहीं हैं, बल्कि 19 सितंबर से 25 सितंबर तक के बीच के यह सात दिन बेहद शुभ होने वाले है।
इन सात दिनों में आप सिर्फ गणपति की पूजा की नहीं बल्कि अपने लिए कई शुभ काम जैसे नए बिजनेस की शुरुआत से लेकर घर और वाहन खरीदने तक का काम कर सकते हैं। इस बार जो संयोग बन रहे हैं। उसका पहला कारण तो ये है कि इस साल वो सारे योग-संयोग बन रहे हैं, जो गणेश जी के जन्म पर बने थे।
इन राशियों को मिलेगा विशेष लाभ
- मेष
गणेश चतुर्थी मेष राशि वालों के लिए शुभ मानी जा रही है। इस दिन मेष राशि के जातकों को भगवान गणेश का विशेष आशीर्वाद मिलेगा। इसके साथ ही इस दौरान मनोकामना पूर्ति का भी आशीर्वाद मिलेगा। लव लाइफ और वैवाहिक जीवन में खुशहाली आएगी। ऐसे में भगवान गणेश का विशेष आशीर्वाद पाने के लिए
- मिथुन
इन राशि वालों के लिए गणेश चतुर्थी का दिन अत्ंयत लाभकारी और मंगलकारी माना जा रहा है। गणेश चतुर्थी पर सफलता के नए दरवाजे खुलेंगे। इसके साथ ही भगवान गणेश की विशेष कृपा भी प्राप्त होगी। इस दौरान गणेशजी की कृपा से नौकरी और व्यापार में जमकर उन्नति करेंगे। इसके अलावा घर-परिवार में भी सुख समृद्धि बनी रहेगी। ऐसे में गणेशजी और अधिक कृपा प्राप्त करने के लिए गणेश चतुर्थी पर उन्हें दूर्वा अर्पित करें।
- मकर
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मकर राशि के जातकों के लिए गणेश चतुर्थी का दिन काभी शुभ माना जा रहा है। इस दौरान बिजनेस-रोजगार में धन लाभ होने के साथ-साथ समाज में भी सम्मान मिलेगा। इसके साथ भी गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होगी। वहीं इस दिन गणपति बप्पा का विशेष आशीर्वाद पाने के लिए उन्हें गुड़ अर्पित करें। ऐसा करने से चौतरफा तरक्की होगी।
गणेश स्थापना के नियम
- गणपति की मूर्ति ईशान कोण यानि उत्तर पूर्व में स्थापित करे। मूर्ति का मुख पश्चिम दिशा की ओर हो।
- गणेश स्थापना जिस जगह करे वहां सफाई रहनी चाहिए और चमड़े का समान उसके आसपास न हो।
- गणेश स्थापना करने पर रोज सुबह पूजा और शाम को आरती अवश्य करे।
- गणेश स्थापना करने के पश्वात मूर्ति को हिलाएं नहीं विजर्सन के समय ही मूर्ति को हिलाएं।
- गणेश को गलती से भी तुलसी की पत्ती न चढ़ाए।
- गणपति स्थापना के दौरान अपने मन में न तो कोई गलत भाव लाए और न ही गलत काम करे।