Thursday, March 28, 2024
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तीन दिसंबर बीता, पांच को भी नहीं बंटा राशन

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  • दुकानदारों ने नहीं उठाया खाद्यान्न, सीएम के आदेशों की अवहेलना, शासनादेश बीते हो चुका एक माह

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: राशन की दुकानों का हाल बद से बदतर हो चला है। यहां कोई व्यवस्था नहीं रह गई है। उधर, शासन के आदेशों की भी खुलेआम अवहेलना की जा रही है। जिलापूर्ति विभाग को शासन को आदेश मिले थे कि इस बार पांच दिसंबर के बजाय तीन दिसंबर से राशन वितरण किया जाना है।

लेकिन, हालात देखिये अभी तक यहां दुकानों पर तो बहुत दूर गोदामों पर भी खाद्यान्न नहीं पहुंचा है। ऐसे में सरकार जहां जनता से राशन समय पर देने का वादा कर रही है, लेकिन उसे पूरा कराने में प्रशासन पूरी तरह से फेल नजर आ रहा है। प्रशासन की ओर से अभी तक फ्री राशन बंटने को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि शासनादेश बीते माह ही पहुंच चुके थे।

बता दें कि सरकार की ओर से इस बार कार्डधारकों को तीन दिसंबर से राशन वितरण किया जाना था। इमसें कार्डधारकों को इस माह से मार्च 2022 तक मुफ्त राशन दिया जाना है जिसमें एक किग्रा का सोयाबीन आॅयल, एक किग्रा पैकेट चना या दाल व एक किलो आयोडीन नमक भी दिया जाना है। बाकी खाद्यान्न गेहूं और चावल पहले की तरह मिलता रहेगा। शासन के आदेश अधिकारियों को पहले ही मिल चुके थे।

जिनमें इस बार थोड़ा तिथि का बदलाव भी हुआ। जिसमें कहा गया कि हर बार जहां महीने की पांच दिसंबर से राशन वितरण होता था। वहीं, इस बार यह राशन तीन दिसंबर से वितरण होना था, लेकिन यहां खुलेआम शासन के आदेशों की अवहेलना की गई है। यहां दुकानों की बात तो छोड़िये अभी तक गोदामों तक ही राशन नहीं पहुंचा और पांच दिसंबर बीत चुका है। ऐसे में यह राशन कब से वितरित होगा।

कुछ कहा नहीं जा सकता, लेकिन प्रदेश सरकार की बात करें तो सरकार ने अखबारों में अब तक खूब वाहवाही बटौर ली है। सरकार ने पहले ही घोषणा कर दी कि तीन तारीख से खाद्य सामग्री का वितरण होगा, लेकिन ऐसे हालातों को देखकर साफ कहा जा सकता है कि सरकार ने यह निर्णय चुनावों के चलते लिया है। जिससे लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया जा सके। सरकार की ओर से घोषणाा तक कर दी गई कि तीन तारीख से राशन बंटेगा, लेकिन हालात अभी अगले सप्ताह तक बंटने के नजर नहीं आ रहे हैं।

गोदामों पर अभी तक नहीं पहुंचा नमक और चना

आप दुकानों की बात तो छोड़िये, अभी तक राशन की दुकानों पर खाद्यान्न नहीं पहुंच पाया है। आज छह दिसंबर है और राशन तीन दिसंबर से बंटना था, लेकिन यहां हालात तो देखिए कि मेरठ में 900 के आसपास दुकानें हैं, लेकिन अभी तक एक भी दुकान में खाद्यान्न नहीं पहुंचा है। मेरठ में कुल मिलाकर 10 गोदाम हैं। जहां खाद्यान्न का स्टॉक होता है और यहां से दुकानों तक राशन पहुंचता है, लेकिन अभी तक शहर से लेकर देहात तक एक भी दुकाना पर खाद्यान्न नहीं पहुंचा है।

ऐसे में यह राशन कब से बंटना शुरू होगा। इस विषय में कुछ कह पाना मुश्किल है। डिप्टी आरएमओ सतेन्द्र कुमार ने बताया कि दो दिसंबर तक गोदामों पर सिर्फ सोयाबीन आॅयल ही पहुंचा था। इसके अलावा अन्य चना या नमक नहीं पहुंचा था। जिस कारण खाद्यान्न का उठान नहीं हुआ।

राशन की दुकानों पर लगे ताले, नोटिस पर नहीं लिखा कारण

बता दें कि शासन के आदेश हैं कि राशन की दुकानों को प्रतिदिन खोला जायेगा। अगर कहीं पर दुकान पर ताला लगा है तो दुकानदारों को वहां नोटिस बोर्ड पर इसका कारण स्पष्ट रूप से लिखना होगा, लेकिन यहां मेरठ में हालात इतने खराब हो चुके हैं कि यहां दुकान बंद करने का कोई कारण नहीं लिखा गया है। जिस कारण कार्डधारकों को भी परेशान होना पड़ता है। किदवई नगर स्थित मैसर्स नेहा मेरठ शहर चतुर्थ एरिया की दुकान पर ताला लगा है और यहां नोटिस बोर्ड पर भी दुकान बंद किये जाने का कारण स्पष्ट रूप से नहीं लिखा गया है।

जिससे साफ जाहिर होता है कि दुकानदारों द्वारा नियमों के साथ किस प्रकार खिलवाड़ किया जा रहा है। उधर, चतुर्थ एरिया में ही एक दुकान पर जब दोपहर दो बजे दैनिक जनवाणी टीम पहुंची तो यहां दुकान पर ताला लगा था और दुकान के नोटिस बोर्ड पर भी अक्टूबर की तिथि लिखी है। जिस पर शेष की स्थिति दर्शायी गई है।

इस बात से खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां राशन वितरण किस प्रकार से किया जा रहा है, लेकिन अधिकारी कुछ सोचने को तैयार नहीं है। कालिया गढ़ी स्थित दुकान का भी यही हाल है। यहां दुकान पर राशन पहुंचा नहीं है, लेकिन यहां पिछले माह का ही राशन खुलेआम ब्लैक किया जा रहा है। पूरे शहर में अभी तक एक भी दुकान पर इस माह का राशन बंटना शुरू नहीं हुआ है। जिससे साफ कहा जा सकता है कि सरकार गरीबों को किस प्रकार योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है।

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