- जेल भेजे गए लोहिया नगर के सलाउद्दीन को कोर्ट ने जमानत पर किया रिहा
- एडीजी, एसएसपी और एसपी सिटी के यहां पीड़ित की पत्नी के बयान दर्ज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लोहिया नगर के सलाउद्दीन को कथित रूप से घर से उठाकर गोकशी के मामले में जेल भेजा जाना परतापुर पुलिस के गले की फांस बनता जा रहा है। वहीं दूसरी ओर आज सोमवार को एडीजी की कोर्ट में भी इस मामले को लेकर पुलिस की भद्द ही नहीं पिटी बल्कि कोर्ट ने सलाउद्दीन को भी जमानत पर रिहा कर दिया। इसके अलावा आज ही एसपी सिटी के यहां जेल भेजे शख्स की पत्नी फरजाना व भाई के बयान भी दर्ज हुए हैं।
नहीं टिकी पुलिस की दलीलें
अपर सत्र न्यायधीश दशम राकेश कुमार सिंह की कोर्ट में सोमवार को सलाउद्दीन की जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई। पीड़ित की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता वीरेन्द्र वर्मा काजीपुर ने बहस की। वहीं, दूसरी ओर परतापुर पुलिस की ओर से जितनी भी दलीलें रखी गयीं वो कोर्ट में एक पल भी नहीं टिक सकीं।
एडवोकेट वीरेन्द्र वर्मा ने बताया कि कोर्ट ने पूछा कि जब सलाउद्दीन पुलिस के कब्जे में 20 अक्तूबर से था तो उसने 21 व 22 अक्टूबर को फायरिंग व गोकशी की घटना कैसे कर दी। कोर्ट के इस सवाल का कोई उत्तर पुलिस की तरफ से नहीं दिया जा सका।
एफआईआर पर भी सवाल
पुलिस की ओर से जिस एफआईआर का हवाला देते हुए सलाउद्दीन की गिरफ्तारी को जायज ठहराने का प्रयास किया गया था, उस एफआईआर को भी एडवोकेट वीरेन्द्र वर्मा ने चेलेंज कर दिया। उन्होंने कोर्ट की मार्फत सवाल किया कि जिस एफआईआर का जिक्र किया जा रहा है
उसमें पुलिस ने ही लिखा है कि रेलवे लाइन के पास गोंवश कटे पाए गए हैं। यह स्पष्ट नहीं कि ये हादसे में मारे गए हैं या कटान किया गया है। पुलिस की ओर से पेश की गयी तमाम दलीलों को खारिज करते हुए और पीड़ित के वकील की ओर से दी गर्इं तमाम दलीलों को तवज्जो देते हुए अदालत में सलाउद्दीन को जमानत पर रिहा करने के आदेश दे दिए।
एसपी सिटी के यहां बयान दर्ज
जेल भेजे गए शख्स की पत्नी ने इस मामले में पैरवी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने एडीजी के यहां मय साक्ष्य परतापुर पुलिस की तमाम कारगुजारियां बतायीं। जिसके बाद एडीजी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए। पीड़ित की पत्नी फरहाना ने बताया कि उनके एडीजी व एसएसपी के यहां अब तक बयान दर्ज हो चुके हैं।
उन्होंने आईजीआरएस पर भी परतापुर पुलिस की कारगुजारियों की शिकायत की है। वहीं दूसरी ओर आज सोमवार को एसपी सिटी कार्यालय में भी सलाउद्दीन की पत्नी व भाई को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था।