- अखिल भारतीय किसान मेला व कृषि उद्योग प्रदर्शनी का राज्यपाल ने किया शुभारंभ
- राज्यपाल बोलीं-किसान मेले से कुछ न कुछ लेकर जाए और संकल्प करके नई तकनीकी का समावेश कर खेती करे
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि मंगलवार को अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का शुभारंभ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया। अध्यक्षता करते हुए कहा कि आज की स्थिति बदल गई है। अब गरीब घरों और किसानों की बेटियां खेल के मैदान में आगे बढ़ रही हैं। इस बार बेटियों ने पदक जीतकर पदकों की संख्या को 107 तक पहुंचाकर भारत का नाम रोशन किया।
पदकों में 50 प्रतिशत महिलाओं ने पदक प्राप्त किए। पूरे उत्तर प्रदेश में नौ विश्वविद्यालय में महिला कुलपति बनाई गई हैं। उन विश्वविद्यालयों में भी अच्छा कार्य हो रहा हैं। पहले हमारे विवि में लोग फर्जी डिग्री लेने जाते थे, लेकिन अब इस पर अंकुश लगा दिया हैं। कहा कि अब विधायकों और मेंबर आॅफ पार्लियामेन्ट में 33 प्रतिशत आरक्षण दे दिया गया हैं। गुजरात में किसान अब गेहूं की खेती के अलावा सब्जी की खेती पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। वह सब्जियां उगाकर दिल्ली की मंडियों में भेज रहे हैं। जिससे उनकी आय में बढ़ोत्तरी हुई हैं।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अब महिलाएं घर से बाहर निकल रही हैं और परिश्रम कर रही हैं। परिश्रम से ही गांव की छात्र-छात्राएं शिक्षा के अलावा शोध व अन्य क्षेत्रों में अच्छा कार्य कर रही हैं। कहा कि जितना ज्ञान पुरुष में होता हैए उतना ही ज्ञान महिलाओं में होता हैं। अब महिलाएं इस बात को समझकर आगे बढ़ रही हैं। बताया कि 13.5 परिवार गरीबी से बाहर हुए हैं। कहा कि 50.50 किसानों का समूह बनाकर किसानों को कृषि विविधीकरण की जानकारी देनी चाहिए।
पहले किसान के पास केवल अपना गेहूं पैदा करनाए बेचना और खाने तक सीमित था, लेकिन अब किसान जागरूक हुआ है। भारत का किसान मेहनत कर रहा हैं। कहा कि गन्ने की को 0238 प्रजाति जोकि रेड रोट रोग के कारण समाप्त हो रही है। इस पर विवि को शोध करना होगा और अच्छी रिकवरी वाली प्रजाति को विकसित करना होगा। साथ ही सभी लोगों का अपने भोजन में मिलेट्स शामिल करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने खाने में लगभग तीन मिलेट्स को मिलाना चाहिए, जो शरीर कों ताकत देगा।
भारत में 80 प्रतिशत मधुमेह से पीड़ित रोगी है, यदि यह अपने खानपान में मोटे अनाज अर्थात श्रीअन्न को शामिल करते हैं तो इस रोग को नियंत्रित किया जा सकता हैं। जी-20 सम्मेलन के बाद से विदेशो से मोटे अनाज की मांग आ रही हैं। केंद्रीय राज्यमंत्री मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी भारत सरकार डा. संजीव बालियान ने कि गन्ने की 238 प्रजाति ने किसानों को काफी लाभ दिया हैं। इसके साथ ही मिल भी काफी लाभान्वित हुई हैं।
इससें पहले गन्ने की रिकवरी आठ-नौ प्रतिशत हुआ करती थी, जोकि बढ़कर 11.12 प्रतिशत तक हो गई हैं। लेकिन रेड रोट रोग के कारण यह प्रजाति समाप्त हो रही हैं। कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हरित प्रदेश मिल्क कॉपरेटिव अच्छा कार्य कर रही हैं। यहां के किसान खेती और खेल से भी जुड़े हुए है। इसका परिणाम है कि 14 पदक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बेटे-बेटियों को मिले हैं।
राज्यमंत्री कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान बलदेव सिंह औलख ने कहा है कि किसानों को प्राकृतिक खेती तथा जैविक खेती की तरफ भी ध्यान देना होगा। गन्ना गेहूं व धान से हटकर कृषि का विविधीकरण करना होगा। जिससे आय दो से चार गुनी बढ़ सकती है और किसान खुशहाल होगा। मोटे अनाज की खेती किसानों को करनी चाहिए। इस अनाजों की कीमत भी किसानों को अच्छी मिल रही हैं। किसान मेले से किसानों को फायदा होगा।
कुलपति डा. केके सिंह ने बताया कि किसानों को कृषि विविधीकरन मोटे अनाज व फसलों के प्रसंस्करण पर ध्यान देना होगा। तभी किसानों की आय में बढ़ोत्तरी होगी। कहा कि इस बार मेले की का विषय कृषि विविधीकरण से पोषण सुरक्षा है। डा. केके सिंह ने बताया कि किसान मेले का आयोजन कृषकों, कृषि क्षेत्र से जुड़ेए उद्यमियों व उन सभी को जो परोक्ष व अपरोक्ष रूप से खेतीबाड़ी से जुडेÞ है, के लाभार्थ विवि में लगाया गया है।
मेले में फसल अवशेष प्रबन्धन, मिलेट्स आॅफ द् ईयर. 2023 प्राकृतिक खेती कृषि विविधीकरण, महिला सशक्तिकरण, ड्रेगन फ्रूट्स का उत्पादन तकनीक और उसका प्रदर्शनए डा. शोए बेरोजगार युवकों के लिए उद्यमिता विकास की पूर्ण जानकारी से संबंधित स्टॉल लगाए गए। डा. संजय कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
डा. संजीव बालियान ने किया जयंत चौधरी पर पलटवार
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय परिसर में कृषि मेले के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री डा. संजीव बालियान ने रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी पर पलटवार किया। जयंत चौधरी के बयान 10 साल में पश्चिम को क्या मिला, के जवाब में डा. संजीव बालियान ने कहा कि बीते 10 सालों में क्षेत्र का विकास किया है। बेटियां देश का नाम रोशन कर रही है। तमाम हाइवे और एक्सप्रेस-वे बने हैं।
पहले दिल्ली से मेरठ तक सड़कों का यह हाल था कि तीन घंटे में पहुंचते थे। अब मात्र एक घंटे में पहुंच रहे हैं। आगामी कुछ महीनो में ही रैपिडएक्स चलने से मात्र 45 मिनट में मेरठ-दिल्ली के बीच का सफर तय होगा। उन्होंने कहा कि यह भाजपा के शासन में संभव हुआ है। पहले प्रदेश में गुंडाराज था, अब प्रदेश में भयमुक्त समाज है, कानून का राज है। यह सब भी भाजपा के कार्यकाल में संभव हुआ है।