- सरस्वती विद्या मंदिर जूहा में मनाई भगत सिंह की जयंती
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: शहर के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर जूनियर हाईस्कूल में क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह की जयंती धूमधाम से मनाई गई। सोमवार को क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम का प्रारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय सैनी व मुख्य वक्ता आचार्य राजीव कुमार शर्मा ने भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर किया।
अपने संबोधन में प्रधानाचार्य संजय कुमार सैनी ने कहा कि आजादी हमें नवयुवकों के बलिदान से ही मिल सकी है। उस समय भारत के युवकों ने आजादी पाने का ही संकल्प लिया था। सरदार भगत सिंह से फांसी से पूर्व पूछा गया कि अब आप फांसी पर लटका दिए जाएंगे तो आजादी को लेने वालों का अंत हो जाएगा तो उन्होंने कहा कि मैंने भारत में एक ऐसी चिंगारी की शुरुआत कर दी है जिससे नवयुवक बिना आजादी लिए नहीं रह सकते।
बचपन से ही बड़े स्वाभिमानी स्वभाव के थे। मुख्य वक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि जब भी कोई व्यक्ति देश के लिए स्वयं का बलिदान देता है तो देश कभी उसको नहीं भूलता, वह व्यक्ति हमेशा के के लिए अमर हो जाता है। आज भी पूरा देश उनके बलिदान को याद कर रहा है।
24 वर्ष की आयु में 23 मार्च 1931 को सुखदेव, भगत सिंह और राजगुरु को फांसी के फंदे पर लटकाया गया। आज उनकी जयंती पर हमें यह वचन लेना है कि देश की आन, बान और शान के लिए हमेशा अपने आप को बलिदान कर देने के लिए तत्पर रहना चाहिए।
इस अवसर पर आचार्य सुनील कुमार, रविंद्र कुमार, शिव कुमार धीमान, करुण कांत शर्मा, सतीश शर्मा, आशीष जैन, सुधीर सैनी, रामकुमार, अनुज शर्मा, सोहनलाल, आदेश धीमान, संदीप कुमार, सविता गुप्ता, संगीता गोयल, सारिका शर्मा, रिचा संगल, रमा शर्मा आदि उपस्थित रहे। संचालन आचार्य सोमदत्त शर्मा ने किया।