- इफ्तार के लिये शिकंजी के साथ फ्रूट चाट का किया रोजेदारों ने सेवन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चिलचिलाती गर्मी के बीच रविवार को मुस्लिम समुदाय के हर बुजुर्ग-महिला व नौजवान ने माह रमज़ान मुबारक का पहला रोज़ा रखकर अल्लाह की इबादत की। इस मुबारक मौके पर तरावीह की नमाज़ का सिलसिला चांद दिखते ही शुरू हो गया। मस्जिदों में प्रात:फजिर की नमाज़ से लेकर रात्रि नमाज़ तक सभी मस्जिदों में नमाज़ियों की भारी भीड़ रही।
पहले रोज़े के इफ्तार के लिये जमकर खरीदारी की। इस बार फलों के दामों में बतहाशा वृद्धि के बाद भी लोगों ने फल खरीदें। मुस्लिम समुदाय के पुरुष-महिला और नौजवानों ने पहला रोज़ा रखकर पांचों वक्त की नमाज़ नमाज़ में अल्लाह से अपने गुनाहों की तौबा की।
इस मुबारक महीने के पहले रोज़े के इफ्तार के लिये मुस्लिम परिवारों की महिलाओं ने विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के साथ फलों की चाट बनाई और हर घर में शाम रोज़ेदारों के लिये दस्तरख्वान सजाए गए। उलेमा बताते हैं कि मुबारक महीना सब्र का है और सब्र का बदला जन्नत है,इस महीने में अल्लाह रोज़ेदार की हर मुराद पूरी करता है और उसकी गलतियों को माफ कर देता है।
शहर घंटाघर, जलीकोठी, मकबरा अब्बू, इमलियान हापुड़ रोड, गोला कुआं, इस्लामाबाद, रशीदनगर तारापुरी, अहमदनगर, गुजरी बाजार, सोतीगंज, खैरनगर आदि सभी मुस्लिम इलाकों में रमज़ान के पहले दिन सायं इफ्तार का सामान और रात्रि तरावीह की नमाज के बाद देर रात तक सहरी का सामान खरीदने वालों की भारी भीड़ रही।
रोज़ेदार इससे रहे सावधान
- ज्यादा तला भूना एवं चिकनाई का सेवन न करें
- देर तक ऐसा कार्य न करें, जिससे उन्हें थकान हो
- गर्मी में हलके वस्त्र ही पहने
- चिलचिलाती धूम में पूरी बाजू की शर्ट पहनकर निकलें
- धूम के नीचे ज्यादा वक्त ना गुजारें और गर्मी की तपिश से बचें
- सुबह सहरी के वक्त चिकनाई युक्त भोजन ना खाएं
खजूर के दामों ने भी दिखाए तेवर
पिछले वर्ष माह रमजान में जो खजूर बाजार में 80 रुपये प्रति किलो थी वे इस बार 120 रुपये किलो के हिसाब से रोजेदारों को खरीदनी पड़ रही है। रसगुल्ला, खजूर के दाम भी 280 प्रति किलो तक पहुंच गए, जो पिछले रमज़ान में रोज़ेदारों ने 220 रुपये प्रति किलो खरीदी थी। इस्लाम में खजूर से रोज़ा खोलना सुन्नत है, इसलिये हर मुसलमान इफ्तार के दौरान खजूर का सेवन जरूर करता है।