जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में खेती करने का दायरा बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि प्रदेश सरकार के बेहतर प्रयासों से राज्य में गत वर्ष की तुलना में 368340 हेक्टेयर रबी फसलों का आच्छादन बढ़ा है। इसमें से 239000 हेक्टेयर हरी मटर की खेती होती है जो बाजार में सीजनल मटर के रूप में बिक रही है।
उन्होंने बताया कि जौ, मक्का, चना, मसूर, तोरिया, अलसी के रकबे में भी बेहतर वृद्धि हुई है। जो विगत वर्ष की तुलना में 3 प्रतिशत अधिक है। कृषि मंत्री ने गुरुवार को लोकभवन के मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
कृषि मंत्री ने बताया कि इस वर्ष अब तक 592034 राई, सरसों के मिनी किट और 441563 मिनी किट चने और मसूर के मिनी किट भी वितरित किये गये हैं। इसके फलस्वरूप इस वर्ष राज्य में तिलहन और दलहन के उत्पादन में वृद्धि हुई।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा कृषि में किये जा रहे यन्त्रीकरण के कारण कृषि कार्य में मशीन और तकनीकियों का प्रयोग बढ़ा है। जिसके फलस्वरूप 40 से 50 प्रतिशत तक के किसानों ने पक्तिबंद्ध कृषि करना शुरू कर दिया है। पंक्तिबद्ध कृषि से लागत घटती है और उत्पादकता बढ़ती है।
इस प्रकार सरकार के प्रयासों एवं किसानों के परिश्रम से अब तक कुल 12796309 हेक्टेयर भूमि का रबी फसलों से आच्छादन हो चुका है। वहीं विगत वर्ष 12427969 हेक्टेयर पर रबी फसलों का आच्छादन था। कृषि में बेहतर तकनीक के प्रयोग से यह संभव हो पाया है, इसके लिए किसान बधाई के पात्र हैं।
श्री शाही ने कहा कि राज्य में बड़े पैमाने पर कृषि के यन्त्रीकरण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यन्त्रों की खरीद के लिए 650 करोड़ रूपये का अनुदान दिया जायेगा तथा 50 हजार से ज्यादा कृषि उपकरण किसानों को उपलब्ध कराये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि राज्य में कुसुम योजना के अंतर्गत 15 हजार सोलर पम्प विज्ञापित किये गये थे, जिसके सापेक्ष 29 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसमें 13183 किसानों ने अपना कृषक अंश जमा करा दिया। जिन किसानों ने अपना कृषक अंश जमा करा दिया था उनमें 8778 को पम्प प्राप्त हो गया है। शेष को भी शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा।