- टॉकबैक से सीधे ट्रेन आपरेटर से कर सकेंगी शिकायत, एमडी बोले-मेट्रो पूरी तरह सुरक्षित
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कुछ महीनों के बाद महानगर में मेट्रो का संचालन शुरू हो जाएगा। इसके लिए तमाम तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। देश में ही तैयार हुई मेरठ मेट्रो के माडर्न कोच दुहाई पहुंच गए हैं। इनका लुक बेहद शानदार है और अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त किया गया है। यह देश में चल रही तमाम मेट्रो से ज्यादा स्पीड से दौड़ेगी। 135 किमी प्रति घंटा की गति रहेगी। ट्रेन की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। अगर ट्रेन में कोई छेड़छाड़ होती है तो तत्काल कम्प्यूटर के जरिये ट्रेन आपरेटर से टॉकबैक सिस्ट से बात हो सकेगी।
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शलभ गोयल ने दुहाई पहुंची ट्रेन का अवलोकन करने के बाद मीडिया से बात की और उन्हें मेरठ मेट्रो में मौजूद अत्याधुनिक सुविधाओं के बारे में बताया। कहा कि यह पहली स्वदेशी मेट्रो होगी जो देश में सबसे ज्यादा स्पीड से दौड़ेगी। इसमें तमाम ऐसी सुविधाएं दी गयी हैं कि यात्री पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे। यही नहीं महिलाओं की सुरक्षा पर भी विशेष फोकस किया गया है। उन्होंने बताया कि मेरठ मेट्रो सात आठ महीने में ट्रेक पर उतर जाएगी। उन्होंने बताया कि ट्रेन में टू वाई टू सीटें रहेंगी और मरीज के लिए विशेष व्यवस्था रहेगी।
व्हीलचेयर आदि का भी इंतजाम रहेगा। बताया कि ट्रेन की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किये गए हैं। यूपी पुलिस की स्पेशल टीमें रहेंगी। टिकट के बिना लोग गेट पार नहीं कर सकेंगे। हर कोच में छह सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे, जो सेंट्रलाइज सिस्टम से जुड़े होंगे। इनकी कंट्रोलरूम के जरिये नियमित मॉनीटरिंग होगी। एमडी ने बताया कि स्टेशनों पर पार्किंग में आठ हजार गाड़ियां खड़ी की जा सकेंगी। मेरठ मेट्रो के तेरह स्टेशनों पर तीन हजार गाड़ियां पार्क हो सकेंगी। इसके अलावा ढाई हजार दो पहिया वाहन भी पार्क होने की सुविधा रहेगी।
एमडी शलभ गोयल ने बताया कि मेट्रो का संचालन आरआरटीएस के हाथ में है। तमाम व्यवस्था वही दो रहे हैं। जहां तक मेट्रो के किराये की बात है तो इसके लिए सर्वे किया जा रहा है। जहां भी ये ट्रेन चलेगी वहां आसपास के एरिया में लोगों की क्या क्षमता है। क्या उनकी डिमांड है उसके अनुसार हम किराया तय करेंगे। लोग क्या पे कर सकते हैं उसके अनुसार किराया तय कर पाएंगे।