- प्रतिवर्ष10 लाख यूनिट बिजली उत्पन्न करेगा साहिबाबाद सोलर प्लांट
- पर्यावरण में 1600 टन कार्बन डाई आक्साइड उत्सर्जन कम होने की उम्मीद
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रैपिड स्टेशनों पर बिजली उत्पादन के लिए सोलर पावर प्लांट की स्थापना हो गई है। इसकी शुरूआत शुक्रवार को दुहाई एवं साहिबाबाद डिपो पर एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह ने की। इन अत्याधुनिक प्लांट की स्थापना से एनसीआरटीसी ने सस्टेनेबिलिटी की दिशा में एक और सशक्त कदम बढ़ा दिया है। 1620 उच्च दक्षता वाले सौर पैनलों से सुसज्जित साहिबाबाद स्टेशन पर स्थापित किए गए सोलर पावर प्लांट की कुल क्षमता 729 किलोवाट है।
स्टेशन के आॅक्जिलरी लोड के लिए लगभग 7.3 लाख यूनिट प्रतिवर्ष की वार्षिक खपत के मुकाबले यह प्लांट प्रतिवर्ष 10 लाख यूनिट बिजली उत्पन्न करेगा। इसके साथ ही साहिबाबाद स्टेशन को ग्रीन स्टेशन की दर्जा भी प्राप्त हो जाएगा और यह स्टेशन कार्बन निगेटिव होने की उपलब्धि भी हासिल कर लेगा। उधर दूसरी ओर 320 सौर पैनलों से सुसज्जित दुहाई डिपो स्टेशन पर स्थापित सोलर पावर प्लांट की इंस्टॉल्ड कैपिसिटी 108 किलोवॉट हो गई है।
इसके साथ ही यह डिपो भी अब ग्रीन डिपो की श्रेणी में शामिल हो गया है। एनसीआरअीसी के प्रेस प्रवक्ता पुनीत वत्स ने बताया कि इससे पूर्व दुहाई स्टेशन पर भी सौर संयत्र स्थापित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अब इन तीनों स्टेशनों पर लगाए गए सोलर पाव प्लांट से प्रतिवर्ष कुल 1600 टन कार्बनडाइ आॅक्साइड उत्सर्जन कम होने की उम्मीद है। एनसीआरटीसी द्वारा की जा रही यह सौर पहल मार्च 2021 में अपनाई गई सौर नीति के अनुरूप है।
एनसीआरटीसी अधिकारियों के अनुसार यह सब स्वच्छ और हरित पर्यावरण की दिशा में उठाया गया एक कदम है। रैपिड अधिकारियों ने यह भी बताया कि यह सब कुछ हरित परिवहन मॉडल का हिस्सा होगा। एनसीआरटीसी अधिकारियों के अनुसार सोलर पावर प्लांट की स्थापना से राष्ट्रीय सौर मिशन की उद्देश्यों की पूर्ति होगी। इस अवसर पर एनसीआरटीसी के सभी निदेशक और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।