- छह सदस्यीय सेल रोज प्रदूषण बोर्ड को भेजेगा अपनी रिपोर्ट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: राष्ट्रीय हरित अभिकरण (एनजीटी) के निर्देशों के अनुक्रम में जनपद स्तर पर फसल अवशेष के जलाये जाने की घटनाआें व इसकी रोकथाम तथा इसके फलस्वरूप उत्पन्न वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए जनपद में एक छह सदस्यीय सेल का गठन किया गया है। गठित सेल प्रतिदिन अपनी रिपोर्ट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा गठित समिति के समक्ष तथा प्रमुख सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग शासन एवं प्रमुख सचिव कृषि को प्रस्तुत करेंगे। ये जानकारी डीएम ने दी।
डीएम के. बालाजी ने बताया कि गठित सेल अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व की अध्यक्षता में बनाया गया है। जिसमें पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) मेरठ, जिला विद्यालय निरीक्षक मेरठ, जिला पंचायत राज अधिकारी मेरठ एवं क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी मेरठ सदस्य तथा उप कृषि निदेषक मेरठ सचिव/सदस्य है।
उन्होंने बताया कि गठित सेल धान कटने के समय से लेकर रबी में गेहूं की बुवाई तक प्रतिदिन फसल अवशेष जलाने की घटनाओं व इसकी रोकथाम तथा इसके फलस्वरूप उत्पन्न वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए की गयी कार्रवाई की समीक्षा करते हुये प्रत्येक दिन की रिपोर्ट उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा गठित समिति के समक्ष तथा प्रमुख सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग उत्तर प्रदेश शासन एवं प्रमुख सचिव कृषि, उत्तर प्रदेश शासन को प्रस्तुत करेंगे।
कृषि विभाग के न्याय पंचायत स्तरीय कर्मचारी व विकास खंड स्तरीय सहायक विकास अधिकारी (कृषि) द्वारा फसल अवशेष जलाने की रोकथाम तथा इसके दुष्परिणामों के संबंध में कृषकों के मध्य व्यापक प्रचार-प्रसार एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराना सुनिश्चित करेंगे तथा जनपद के विद्यालयों/शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों के माध्यम से फसल अवशेष न जलाये जाने एवं इसके जलाने से हो रहे प्रदूषण से आगाह करने के लिए जनजागरण अभियान भी चलाया जायेगा।