- ससुरालियों के इशारे पर नकाबपोश बदमाशों ने किया था हमला
- न पति ले रहा सुध सास, ससुर मकान का ताला लगा फरार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भाजपा के एजेंडे में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के उस स्लोगन को गंगानगर पुलिस पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। आर्मी में एक सूबेदार की बेटी को अपनी ससुराल की चौखट पर बैठे चार दिन बीत गए। इतना ही नहीं ससुराली दानवों ने किराये के नकाबपोश गुंडों से मारपीट करवाकर उस बेटी को धकियाते हुए मेनगेट के बाहर डलवा दिया। खुले आसमान के नीचे तपती धूप में बेटी अपने एक छोटे से बच्चे को गोद में लेकर पांच दिन से गेट के बाहर इस आस में बैठी है कि कोई
तो होगा जो उसे वापस उसके आशियाने के अंदर भेज देगा। हैरत की बात ये है कि पुलिस ने पूरी घटना की जानकारी के बाद ससुरालियों पर नाममात्र की एनसीआर कार्रवाई कर पल्ला झाड़ लिया। पुलिस ने न तो घर से बाहर बैठी उस बेटी व उस मासूम बच्चे की परवाह की। बल्कि सत्ता के दबाव के चलते ससुरालियों पर मेहरबानी कर उनके पक्ष में खड़ी हो गई।
कस्तला गांव निवासी हिसार में तैनात आर्मी सूबेदार महक चन्द की बेटी की शादी भावनपुर क्षेत्र गांवड़ी निवासी रोहित के साथ हुई थी। रोहित दिल्ली पुलिस में सिपाही है। प्रिया के ढाई वर्ष का बेटा है। देश की सेवा करने वाले पिता की बेटी प्रिया को यह नहीं मालूम था कि शादी के बाद से ही उसकी ससुराल में उसे इतना जुल्म सहना पड़ेगा। ससुरालिये शादी के बाद से ही उसके साथ दहेज की खातिर इस कदर मारपीट करते थे कि उसे 5 अप्रैल वर्ष 2023 को पुलिस की शरण लेना पड़ा। पति रोहित का भी व्यवहार सही नहीं था।
प्रिया की तहरीर पर गंगानगर थाने में ससुरालियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज तो हुआ। लेकिन सत्ता के दबाव के चलते गंगानगर थाना पुलिस और तत्कालीन थाना प्रभारी दिनेश ने गंभीर धाराओं को हटा दिया और मामूली धाराओं में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी। हालांकि प्रिया गंगानगर ए ब्लॉक मेें 107 आवास में रहती रही। लेकिन एक बार फिर दहेज भेड़िये ससुरालियों ने अपने नकाबपोश गुंडों से उसे मारपीट करवाकर घर के बाहर डलवा दिया और गेट पर ताला डलवाकर फरार हो गए।
तीन दिन से गंगाधाम में अपनी ससुराल की चौखट के बाहर बैठी बेटी के बारे में जब सूबेदार पिता को पता लगा तो वह सीधे गंगानगर थाने पहुंचे और पुलिस से अपनी बेटी के साथ होने वाले अन्याय पर कार्रवाई की मांग की। गंगानगर पुलिस ने 26 सितम्बर को प्रिया के साथ होने वाली घटना पर मामूली धारा 147, 148, 323 में एनसीआर काटकर मुकदमा दर्ज कर दिया।
जबकि 26 तारीख की वीडियों की वह सच्चाई जिसमें नकाबपोश गुंडों ने ससुरालियों के ईशारे पर प्रिया के साथ मारपीट की और उसे जबरन बाहर धकेलते हुए ले गए और गेट के बाहर डाल दिया था। प्रिया 27 सितम्बर से अपने ढाई साल के मासूम बेटे के साथ इस आस में बैठी है कि उसे अपने घर के अंदर कब जाने दिया जायेगा। प्रिया के परिजनों का आरोप है कि गंगानगर पुलिस भाजपा के पूर्व एमएलसी के दबाव में है।