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जनवाणी संवाददाता |
कैराना: यमुना नदी के जलस्तर ने खतरे के निशान को छू लिया है। साथ ही, नदी से सटे गांव सहपत के पास पानी के तेज बहाव ने बांध को धराशाई कर दिया जिससे किसानों की हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई है। प्रशासन के द्वारा बांध की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू करा दिया गया है।
यमुना नदी में हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है जिसके चलते सोमवार की रात करीब 9 बजे कैराना ब्रिज पर यमुना नदी के जलस्तर ने खतरे का निशान छू लिया साथ ही, पानी के तेज बहाव के चलते गांव शपथ के पास यमुना नदी का बांध टूट गया जिससे हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई।
बाढ़ सरीखे हालातों के चलते प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। जिसके चलते सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। तहसीलदार कैराना गौरव सांगवान ड्रेनेज विभाग तथा राजस्व विभाग की टीम के साथ गांव सहपत में टूटे हुए बांध के पास पहुंचे और पोकलेन मशीन मंगाकर बांध की मरम्मत का कार्य शुरू कराया।
दूसरी ओर, मंगलवार को हथिनीकुंड बैराज से सुबह 9 बजे 3,20,000 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया। इससे अगले कुछ घंटों के भीतर यमुना नदी में जलस्तर और बढ़ने की संभावनाएं बन गई है।
इसके अलावा कैराना तहसील क्षेत्र के गांव खुरगान, हैदरपुर तथा नगला राई में चूहों ने बांध में बिल बना कर उस को खोखला कर दिया था, लेकिन ग्रामीणों की सजगता और प्रशासन के द्वारा तत्काल उठाए गए कदम के चलते बांध की मरम्मत कर फिलहाल बड़ा खतरा टाल दिया गया है।
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