- गवाही के लिए होटल संचालक और डाक्टर को कोर्ट से समन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर कोतवाली गुदड़ी बाजार के बहुचर्चित तिहरे हत्याकांड जिसमें सुनील ढाका, सुधीर उज्जवल व पुनीत गिरी की निर्मम हत्या कर दी गई थी, में शीबा व इजलाल समेत सजायाफ्ता के अलावा देर से गिरफ्तार किए गए शम्मी के अदालत में चल रहे ट्रायल के लिए होटल संचालक राजेश व डा. कृष्ण कुमार को गवाही के लिए समन किए गए हैं। अदालत ने उन्हें 14 अगस्त को पेश होने को कहा है। इससे पहले डाक्टर को समन कर सात अगस्त को पेश होने को कहा था, लेकिन वह अदालत में किन्हीं कारणों के चलते नहीं पेश हो सके।
अब उम्मीद की जा रही है कि होटल मालिक व पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर दोनों की 14 अगस्त को गवाही हो जाएगी।तिहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी माना रहा रहा इजलाल अक्सर शीबा के घर मिला करता था। यह बात पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आयी है। इस बात का खुलासा होटल मालिक राजेश कुमार ने पुलिस के समक्ष किया। दरअसल, राजेश कुमार अक्सर जब भी आर्डर आता था, तब खाना देने के लिए शीबा के राधा गार्डन स्थित घर पर जाया करता था। उसने पुलिस को बताया कि वह जब भी शीबा सिरोही के घर पर खाना देने जाता था, तब उसको इजलाल अक्सर वहीं पर मिलता था।
ये जा चुके हैं जेल
शहर के बहुचर्चित तिहरे हत्याकांड में हाजी इजलाल और शीबा सिराही समेत अदालत 10 को कसूरवार ठहराए जाने के बाद आजीवन कारावास की सजा सुनाकर अदालत इनको जेल भेज चुकी है। इनमें इजलाल कुरैशी पुत्र इकबाल, अफजाल पुत्र इकबाल, महराज पुत्र मेहताब, कल्लू उर्फ कलुआ पुत्र हाजी अमानत, इजहार, मुन्नू ड्राइवर उर्फ देवेंद्र आहूजा पुत्र विजय, वसीम पुत्र नसरुद्दीन, रिजवान पुत्र उस्मान और बदरुद्दीन पुत्र इलाहीबख्श और शीबा सिरोही शामिल हैं। दो आरोपी इसरार और माजिद की मौत हो चुकी है।
एक अन्य आरोपी जो बाद में शम्मी जो बाद में पकड़ा गया था, उसका अभी ट्रायल चल रहा है। जबकि इस पूरे कांड में मुख्य आरोपी माने जा रहे इजलाल का भाई परवेज जुनाई कोर्ट से रिहा हो गया था। इस हत्याकांड के सरकारी वकील सर्वेश शर्मा ने जानकारी दी कि शम्मी के मामले में सरकारी डाक्टरों को अदालत ने गवाही के लिए समन भेजे थे, लेकिन किन्हीं कारणों के चलते वो अदालत में पेश नहीं हो सके। अब अगली तारीख 14 अगस्त लगायी गयी है। राजेश कुमार व डा. कृष्ण कुमार को समन किए गए हैं।
शम्मी को भी मिले कठोर सजा
वहीं, दूसरी ओर पीड़ित परिवारों का प्रयास है कि तिहरे हत्याकांड में देर से पकड़े गए शम्मी को भी कठोर सजा मिले वो यही चाहते हैं। इसके लिए जो कुछ भी बना पडेÞगा किया जाएगा। उनका कहना है कि तिहरे हत्याकांड में अदालत ने सभी को बराबर का कसूरवार माना है, उस नजरिये से भवी शम्मी किसी प्रकार की रियायत का हकदार नहीं। उसकी सजा बढ़ायी जाएगी ऐसी उम्मीद करते हैं, लेकिन इजलाल व शीबा सिरोही समेत 10 को जो सजा दी जा चुकी है। उससे कम सजा तो ट्रायल का सामना कर रहे शम्मी को नहीं मिलेगी। उम्मीद तो यह है कि ज्यादा बड़ी सजा दी जाए।