- थाने में बर्बरतापूर्ण पिटाई पर एनएचआरसी को भेजी शिकायत
- सेवा से निवृत्त आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर व नूतन ठाकुर ने उठाई आवाज
जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: पिछली शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद उपद्रव के आरोपियों की थाने में बर्बरतापूर्वक की गई कथित पिटाई का प्रकरण तूल पकड़ रहा है। सरकार भले ही इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है किंतु सामाजिक कार्यकर्ताओं, रिडायर्ड जजों ने इस पर उंगली उठा दी है। सेवा से निवृत्त किए गए आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर तथा उनकी पत्नी सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर नूतन ठाकुर ने सहारनपुर के थाने के अंदर अत्यंत निर्मम एवं बर्बरतापूर्ण पिटाई के संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को शिकायत भेजी है। इस दिशा में तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि पिछली जुमे की नमाज के बाद सहारनपुर में दंगा होते-होते बचा था। नवाबगंज से जुलूस की शक्ल में निकले मुस्लिमों ने घंटाघर तक प्रदर्शन और नारेबाजी की थी। मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने हालात पर जैसे-तैसे काबू किए थे। फिलहाल, उपद्रव के आरोप में पुलिस ने करीब 100 लोगों को जेल भेजा है जिन पर रासुका लगाए जाने की तैयारी की जा रही है। इस बीच सहारनपुर पुलिस का कथित तौर पर बर्बर चेहरा भी सामने आया है।
एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें पुलिस उपद्रव के आरोपियों को जानवरों की तरह पीट रही है। यह वीडियो सहारनपुर की बताई जा रही है। हालांकि, एसएसपी आकाश तोमर ने इसका खंडन किया है और कहा है कि पिटाई वाली वीडियो सहारनपुर की नहीं है, जबकि आरोपियों के परिजनों का साफ कहना है कि वीडियो सहारनपुर की है। पिटाई के शिकार युवक उन्हीं के परिजन है। बहरहाल, इस मामले में अभी सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है। उधर, देवरिया विधायक डॉक्टर मणि त्रिपाठी के ट्विटर अकाउंट पर एक विडियो पोस्ट किया गया था, जिसमें कुछ पुलिसवाले कुछ लोगों को पुलिस हिरासत में लगातार बेहद बेदर्दी एवं बर्बरता के साथ पीट रहे हैं, जो सीधे-सीधे मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है।
उस समय तक स्पष्ट नहीं था कि मामला किस स्थान का है किन्तु एक निजी इलेक्ट्रॉनिक चैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यह विडियो सहारनपुर का है। रिपोर्ट में पिटने वालों के नाम मोहम्मद अली निवासी पीर गली, सहारनपुर, मोहम्मद सैफ (सफेद कुर्ता पजामा), मोहम्मद तारिक (काली शर्ट), राहत अली (हरी जैकेट), इमरान आदि बताया गया है। यह भी बताया गया है कि इन लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गयी है।
यद्यपि एसएसपी सहारनपुर आकाश तोमर तथा एसपी सिटी राजेश कुमार ने वीडियो का सहारनपुर से कोई संबंध होने से इनकार किया है। लेकिन, रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ और उनकी पत्नी नूतन ने कहा है कि प्रथमद्रष्टया टीवी चैनल कि रिपोर्ट को गलत मानने का कोई कारण नहीं है। उन्होंने मानवाधिकार आयोग से शिकायत कर जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि थाने में इस प्रकार से निर्ममतापूर्वक पिटाई मानवाधिकार उल्लंघन का अत्यंत ही गंभीर मामला है। अत: उन्होंने समस्त संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ कर सत्यता ज्ञात करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग की है।