- आंधी ने उड़ाई शहर की बिजली, पुलिस लाइन के बाहर टूटे बिजली के खंभे, शहर को अंधेरे में डुबोया
- गंगानगर, अब्दुल्लापुर, महिला थाना, सिविल लाइन, रुड़की रोड पर विद्युत लाइनों पर गिरे पेड़
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: गुरुवार शाम अचानक बदले मौसम ने पूरे शहर समेत देहात में विद्युत आपूर्ती ध्वस्त कर दी। दर्जनों जगह पेड़ टूटकर विद्युत लाइनों पर गिर गए जिस वजह से विद्युत आपूर्ती पूरी तरह ठप हो गई। साथ ही विद्युत पोल भी तेज आंधी का झटका नहीं संभाल सके और वह धराशाई हो गए। देर रात तक बिजली विभाग की टीमें टूटी लाइनों व पोलों को ठीक करने में जुटी रही।
ये इलाके रहे प्रभावित
अचानक आई आंधी ने शहर की विद्युत व्यवस्था को धराशाई कर दिया। गंगानगर, अब्दुल्लापुर, मवाना रोड, बक्सर, कसेरूखेड़ा, लालकुर्ती, तोपखाना, सदर, रूड़की रोड, रजबन, वैस्टर्न कचहरी रोड, मछेरान, रेलवे रोड, घंटाघर, देहली गेट, माधवपुरम, भुमिया का पुल, हापुड़ अड्डा, प्रहलाद नगर, गोला कुंआ, लिसाड़ी गेट, इंद्रानगर, जाकिर कॉलोनी, कैलाश पुरी, नई सड़क, जयदेवी नगर, शास्त्रीनगर, एल ब्लॉक, चमड़ा पैंठ, जाग्रति विहार, मेडिकल, मोहनपुरी, राजेन्द्र नगर व बागपत रोड समेत देहात के इलाकों में लोग विद्युत आपूर्ती ठप्प होने से बिलबिला उठे।
पानी को भी तरसी जनता
बिजली आपूर्ती ठप्प होने की वजह से जगह-जगह पीने के पानी की आपूर्ती भी बाधित हो गई। शहरी इलाकों में लोग पानी के लिए भटकते नजर आए। वहीं देर रात तक बिजली आपूर्ती सुचारू नहीं होने से घरों में लगे इंनवर्टर की बैट्री डिस्चार्ज हो गई। इस वजह से लोग मोमबत्ती जलाने को मजबूर हो गए। पुलिस लाइन के सामने 33केवी की लाइन पूरी तरह ध्वस्त हो गई, साथ ही यहां लगे बिजली के खंबों पर पेड़ गिरने से वह टूट गए।
सड़कों पर भी छाया अंधेरा
आंधी ने न केवल घरों की बिजली उड़ा दी बल्कि सड़कों पर लगी स्ट्रीट लाइटें भी इसकी जद में आ गई। शहर की सभी प्रमुख सड़के अंधेरे में डूब गई। इसके साथ ही कॉलोनियों की सड़कों पर भी देर रात तक अंधेरा पसर गया। घंटों विद्युत सप्लाई बाधित रहने से हाहाकार मच गया।
विभाग ने दो दर्जन टीमें बनाकर बिजली व्यवस्था को दुरूस्त करने की मुहिम शुरू की जो देर रात तक भी जारी रही। वहीं खबर लिखे जाने तक आधे से ज्यादा शहरी व सरधना, मवाना, दौराला, सरूरपुर, जॉनी, किठौर, परीक्षितगढ़ जैसे देहात के इलाकों में बिजली आपूर्ती बाधित रही।
तेज आंधी और बारिश से पूरे शहर में लगा जाम
तेज आंधी बारिश ने एक घंटे तक ऐसा तूफान मचाया कि शहर की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। वहीं आंधी तूफान के चलते सड़कों के किनारे खड़े पेड़ और होर्डिंग्स चंद मिनटों में नीच आ गिरे। जिसके चलते शहर की सड़कें अवरुद्ध हो गई। वहीं आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। करीब एक घंटे से ज्यादा शहर की सड़कों पर जाम लगा रहा। लोग काफी देर तक सड़कों पर लगी वाहनों की कतारों में फंसे रहे। जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
गुरुवार की शाम साढ़े छह बजे के बाद तेज आंधी बारिश तूफान आने पर शहर में विभिन्न स्थानों पर पेड़ झाड़ियां जमीन से उखड़ गये। वहीं सड़कों के किनारे लगे होर्डिंग्स व यूनिपोल भी जमीन पर आ गिरे। करीब एक घंटे तक तेज बारिश होने पर शहर की सड़कें पूरी तरह जलमग्न हो गर्इं। वहीं शहर की सड़कों के अवरुद्ध होने पर कई किलोमीटर तक लंबा जाम लगा रहा।
जाम की यह एक क्षेत्र की स्थिति नहीं बल्कि पूरा शहर जाम से जूझता रहा। आंधी बारिश के चलते शहर में बिजली व्यवस्था पूरी तरह ठप रही। वहीं सड़कों पर लंबा जाम लगा रहा। शहर की बिजली गुल होने व जाम से घंटों लोग अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाये। जिसके चलते लोगों को अपने घरों तक पहुंचने में घंटे से ज्यादा का समय लगा रहा। शाम से रात आठ बजे तक लोग जाम में रेंगते रहे।
झमाझम बारिश से खुली नगर निगम के दावों की पोल
बारिश से कई जगहों पर नाले व नाली चोक होने की समस्या के कारण सड़कों पर जलभराव की समस्या बनी रहती है। इसमें गुरुवार को हुई बारिश से सड़कों पर जलभराव की समस्या ओर भी गंभीर हो गई। जिसमें शाम के समय अंधड़ के साथ आई बारिश ने नगर निगम के उन दावों की पोल खोलकर रख दी। जिसमें निगम के द्वारा नाली व नालों की साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कही जा रही थी।
गुरुवार को हुई बारिश से नाली व नाले जोकि अटे हुये पड़े थे। उनका पानी ओवरप्लो होकर सड़कों पर आ गया। जिसके चलते मार्ग से होकर गुजरने वाले राहगीरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। महानगर में वैसे तो अधिकतर जगहों पर जलभराव की स्थिति बनी रही, लेकिन घंटाघर, जाकिर कॉलोनी, बागपत रोड, हापुड स्टैंड के निकट, जाकिर कॉलोनी समेत कई जगहों पर जलभराव की समस्या गंभीर बन गई। जिसमें स्थानीय लोगों के साथ ही राहगीरों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
तेज अंधड़ ने आम की फसल को किया बर्बाद, बागबान मायूस
सरूरपुर: गुरुवार की देर शाम आए तेज अंधड़ ने क्षेत्र में जहां भारी तबाही मचा कर रख दी। वहीं आम की फसल को भारी नुकसान हुआ है।बाग मालिक आंधी से आम की फसल को नुकसान होने से माथा पकड़ कर बैठ गए हैं। बाग मालिकों का कहना है कि तेज अंधड़ ने आम की लहराती अच्छी खासी फसल को तबाह बर्बाद करके रख दिया है। जैनपुर निवासी पूर्व प्रधान सलीम ने बताया कि उनके बाग में सैकड़ों आम के पेड़ लगे हैं, लेकिन तेज अंधड़ के कारण देर शाम भारी संख्या में आम पतझड़ होकर नीचे गिर गया।
जिससे उन्हें काफी मोटा नुकसान हुआ है। यही नहीं कई पेड़ भी अंधड में टूट कर गिर गए हैं। इसके अलावा करनावल निवासी राहुल जड़ोदिया ने बताया कि उनके आम के बाग में भी काफी नुकसान हुआ है। तेज अंधड़ के कारण काफी आम की फसल चढ़कर नीचे गिर गई है? पकने से पहले ही आम की फसल बर्बाद होने से भाग मालिकों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
वहीं तेज अंधड़ और बारिश के कारण आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचने से इस बार आम की आवक भी कम होने की आशंका जताई जाने लगी है। बाग मालिकों का कहना है कि जिस तरह से फसल की बबार्दी हुई है आंधी के कारण उस तरह से आने वाले समय में आम की फसल इस बार क्षेत्र में कम ही दिखाई देगी। जिसके भाव भी ऊंचे रहने की आशंका बन गई है। बाग मालिकों को कहना कि जिस तरह से आंधी ने तबाही मचाई है
उससे आम की फसल पूरी तरह से बर्बाद होकर रह गई है। बाग मालिक काफी नुकसान मोटा नुकसान के कारण फिलहाल माथा पकड़ कर बैठ गए हैं। रोहटा क्षेत्र में भी बाग मालिकों को काफी नुकसान हुआ है। रासना में भी बाग मालिक ने बताया कि फसल के आंधी के कारण हम की फसल तबाह और प्रभात होकर रह गई है।
तेज अंधड़ और बारिश ने मचाई तबाही
सरूरपुर/रोहटा: गुरुवार की देर शाम आए तेज अंधड़ ने क्षेत्र में काफी तबाही मचा कर रख दी। मेरठ-बड़ौत रोड और सरधना-बिनौली रोड पर कई जगह भारी-भरकम यूकेलिप्टस के पेड़ गिरने से घंटों तक जाम मार्ग बाधित रहा। वहीं, हर्रा, खिवाई, सरूरपुर के पास लाइन पर पेड़ गिरने के कारण बिजली के तार टूट कर आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई। तेज अंधड़ के साथ आई बारिश ने देर शाम काफी तबाही मचाई।
सरधना-बिनौली रोड पर हर्रा और उसके आसपास तीन जगह पेड़ गिरने के कारण मार्ग काफी देर तक बाधित रहा तो वहीं मेरठ-बड़ौत रोड पर हिंडन नदी के पास और खिवाई के पास भारी भरकम पेड़ रोड पर गिरने के कारण घंटों तक मार्ग बाधित रहा। हालांकि बाद में सूचना पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी की मदद से पेड़ को हटवा कर मार्ग चालू कराया।
वहीं कई स्थानों पर लाइन पर भारी भरकम पेड़ गिरने के कारण समाचार लिखे जाने तक भी आपूर्ति पूरी तरह से बाधित बनी हुई थी। हालांकि आपूर्ति को सुचारू करने के लिए नगर पंचायत हर्रा और खिवाई के कर्मचारी जुड़े हुए थे। हर्रा में तीन स्थानों पर पेड़ पर लाइन करने के कारण आपूर्ति पूरी तरह से ठप पड़ी हुई थी। जिससे कई स्थानों पर खंभे और तार टूटने के कारण आपूर्ति शनिवार तक बाधित रहने की संभावना बनी है।
तेज आंधी, बारिश ने मचाई तबाही
सरधना: गुरुवार की शाम तेज आंधी के साथ हुई मूसलाधार बारिश ने जमकर तबाही मचाई। जहां एक और बारिश से मौसम सुहावना हो गया। वहीं, जनजीवन प्रभावित हो गया। कई जगह मकान की दीवार व छत गिर गई। इसके अलावा थाने में पेड़ टूट कर गिर गया। विभिन्न स्थानों पर विद्युत पोल टूटने से बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई।
बारिश के कारण आम की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है। पिछले कई दिन से भीषण गर्मी ने लोगों का बुरा हाल कर रखा था। दो दिन से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। गुरुवार की शाम अचानक तेज आंधी चली। जिसके बाद बादल झमाझम बरस पड़े। तेज आंधी और बारिश के कारण कई जगह भारी नुकसान हुआ। इंदिरा नगर मोहल्ले में सुजाउद्दीन के मकान की छत की गई।
इसके अलावा थाने में पेड़ टूट कर गिर गया। साथ ही कई जगह विद्युत पोल टूटने के कारण बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। जलभराव की समस्या ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। बारिश के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली। वही भारी परेशानी का सामना भी करना पड़ा। देर रात तक विद्युत आपूर्ति ठप रही।