- पुलिस ने युवती को परिजनों की सुपुर्दगी में दी
जनवाणी संवाददाता |
दौराला: किशोरी तो बालिंग हो गई, लेकिन उसके गुनहागारों को अभी तक पुलिस सलाखों के पीछे नहीं भेज सकी हैं। सभी की निगाहें इसी मामले पर लगी हुई हैं। जब तक किशोरी थी, तब तक उसे नारी निकेतन में रखा गया। शुक्रवार दौराला पुलिस नारी निकेतन पहुंची, जहां से किशोरी को बालिग होने पर थाने ले गई, जहां से उसे उसके परिजनों के सुपुर्दगी में दे दिया। महत्वपूर्ण बात ये है कि नाबालिग तो बालिग हो गई,
लेकिन उसके गुनहगारों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही हैं। आरोपियों के घरों पर दबिश नहीं दी जा रही हैं। आरोपी छुट्टे घूम रहे हैं। आखिर पुलिस की सख्ती कब होगी? भाजपा नेता है, इसी वजह से इसको ठंडे बस्ते में डाला जा रहा हैं। ये पुलिस की मिलीभगत तो नहीं चल रही हैं। आरोपियों के खिलाफ पास्को अधिनियम में मुकदमा दर्ज हैं, फिर भी गिरफ्तारी नहीं हो रही हैं। इसमें अदालत में नाबालिग के बयान भी दर्ज हो चुके हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश चंद्र गुप्ता के यहां कार्य करने वाली किशोरी ने अधिवक्ता पर दुष्कर्म व दो भाजपा नेताओं पर भी आरोप लगाया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अधिवक्ता को जेल भेज दिया था। शुक्रवार को पुलिस किशोरी को नारी निकेतन से दौराला थाने लेकर पहुंची और किशोरी को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। मेरठ कचहरी के अधिवक्ता रमेश चंद्र गुप्ता के पास नौकरी करने वाली एक नाबालिग किशोरी ने अधिवक्ता रमेशचंद्र गुप्ता, भाजपा नेता संजीव सिक्का और भाजपा नेता अरविंद मारवाड़ी पर तहरीर देकर दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
इसके बाद पीड़ित किशोरी लापता हो गई थी, जिस पर भाई ने अपहरण का आरोप लगाया था। पुलिस ने किशोरी को गंगानगर से बरामद किया था। किशोरी के बयान दर्ज होने के बाद पुलिस ने अधिवक्ता रमेश चंद्र गुप्ता और दो अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। किशोरी ने दो भाजपा नेताओं संजीव सिक्का और अरविंद मारवाड़ी पर भी आरोप लगाया। बयान दर्ज कराने के दौरान किशोरी का भाई बिना बताए चला गया,
जिसके बाद पुलिस ने किशोरी को नारी निकेतन भेज दिया था। शुक्रवार को पुलिस किशोरी के बालिग होने पर दौराला थाने लेकर पहुंची और परिजनों को सूचना देकर थाने बुलाया गया। पुलिस ने पीड़िता को परिजनों की सुपुर्दगी में घर भेज दिया। दौराला थाना प्रभारी संजय शर्मा ने बताया कि पीड़िता को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस अधिवक्ता को पहले ही जेल भेज चुकी है।
मनचले की आई शामत
नौचंदी थाना क्षेत्र शास्त्रीनगर स्थित एक स्कूल के बाहर लोगों ने एक आॅटो चालक को छेड़छाड़ के आरोप में जमकर पीटा। लोगों का आरोप है कि वह कई दिनों से स्कूल की छात्राओं से बाहर आॅटो में बैठकर छेड़छाड़ कर कमेंटबाजी कसता था। शास्त्रीनगर डीएवी स्कूल के बाहर स्थानीय लोगों और महिलाओं ने एक आॅटो चालक को स्कू ली छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और कमेंटबाजी करते रंगेहाथ पकड़ लिया। लोगों ने आॅटो चालक को पकड़कर जमकर उसकी धुनाई की।
लोगों ने मारपीट के दौरान आरोप लगाया कि वह काफी दिनों से स्कूल की छात्राओं को छुट्टी के दौरान बाहर गेट पर खड़ा हो जाता था। उसके साथ आॅटो में कुछ लड़के भी बैठकर आते थे। कई दिनों से आॅटो चालक छात्राओं से छेड़छाड़ की घटनाएं कर रहा था। छात्राओं ने अपने अपने अभिभावकों को छेड़छाड़ की जानकारी दी। अभिभावक और स्थानीय लोग शुक्रवार को स्कूल के बाहर आॅटो चालक के इंतजार में बैठे थे।
जैसे ही आॅटो चालक स्कूल के बाहर आया तो छात्राओं का संकेत मिलते ही लोगों ने उसे घेर लिया और उसे सड़क पर गिरा गिराकर पीटा। मारपीट के दौरान लोगों की भीड़ जमा हो गई। आॅटो चालक से लोगों ने जब उसका नाम पूछा तो उसने बताया कि वह लिसाड़ी गेट चमड़ा पैंठ कालोनी निवासी साजिद पुत्र नईम है। लोगों ने मारपीट के बाद उसे पुलिस को सौंप दिया।
एमएलसी पर लगाया पति व पुत्र को झूठे केस में फंसाने का आरोप
मेरठ: गंगानगर क्षेत्र न्यू मीनाक्षीपुरम निवासी एक महिला ने अपने नाबालिग पुत्र और पति पर झूठा मुकदमा दर्ज करने का आरोप थाना पुलिस पर लगाया है। महिला का आरोप है कि एमएलसी के सत्ता दबाव के चलते उनके खास परिचित की मदद से दोनों को फंसाया गया है। न्यू मीनाक्षीपुरम गली नंबर 3 निवासी भावना ने शुक्रवार को एसएसपी आॅफिस पर प्रार्थनापत्र दिया। महिला ने बताया कि वह किराये पर रहती है। उसके पति तेजवीर और नाबालिग पुत्र वंश के साथ एमएलसी धर्मेन्द्र भारद्वाज व उसकी पत्नी तथा बेटे वाशु वा चार पांच अज्ञात लोगों ने मारपीट की थी।
जिसकी शिकायत उसके पति ने 19 अगस्त को जिलाधिकारी व अन्य उच्चाधिकारियों से की थी। जब एमएलसी को उसके शिकायती पत्र की जानकारी हुई तो उन्होंने अपने खास परिचित हरीकेश से उन पर गंगानगर थाने में झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया। महिला ने बताया कि वह और उसका परिवार हरीकेश को नहीं जानते हैं। महिला ने एसएसपी से निष्पक्ष जांच कर उसकी तरफ से दी गई शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। महिला ने पूरे मामले की शिकायत सीएम व मानवाधिकार और डीएम से की है।