- मुख्य पशु चिकित्साधिकारी (CVO) बोले किससे बात कर रहे हो ये मेरा पर्सनल नम्बर है।
- सीवीओ को नही है 1076 का भी भय
- सीएम पोर्टल से मुख्य पशु चिकित्साधिकारी तक सूचना, कोई सरकारी उपचार नही
जनवाणी संवाददाता |
शाहपुर: क्षेत्र के गांव पलड़ा में दिन से बीमार बेसहारा गोवंश धूप में तड़फ रहा है। ग्रामीण देखभाल के अलावा उसका उपचार कर रहे है। पशु चिकित्साधिकारी को फोन किया तो स्थानीय चिकित्सक का नम्बर देकर अपना फर्ज पूरा कर दिया।
शाहपुर के गांव पलड़ा में दो दिन पूर्व जंगल से आयी एक गाय जो भूखी व बीमार दिख रही थी गांव के नजदीक सड़क किनारे गिर गयी। ग्रामीणों ने उसे घास पानी के अलावा उसका प्राइवेट पशु चिकित्सक से उपचार कराया लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नही हुआ। दो दिनों तक उसकी देखभाल करने वाले पलड़ा निवासी विमल सैनी ने पशु विभाग में इसकी सूचना दी लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। उसके बाद मुख्यमंत्री पोर्टल 1076 पर सूचना देने के बाद वंहा से मिले नम्बर पर सम्पर्क करते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को फोन मिलाकर जनाकारी दी\
तो जिला पशु चिकित्साधिकारी एमपी सिंह ने बीमार गाय की समस्या का समाधान करने के बदले कहा कि जानते हो किससे बात कर रहे हो और ये सरकारी नम्बर नही मेरा पर्सनल नम्बर है। ये नम्बर किसने दिया तुम्हे ड्यूटी टाइम में फोन करना तुम्हारी मदद हो जाएगी। सुबह आठ बजे से ढाई बजे तक पशु अस्पताल में जाकर सूचना दो तभी समस्या का समाधान होगा। गाय के उपचार हेतु शाहपुर पशु चिकित्साधिकारी का नम्बर दिया तो उन्होंने फोन नही उठाया। ग्रामीण ही गोवंश के उपचार व देखभाल में लगे हुए है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एमपी सिंह का कहना है कि मुझे फोन करने का क्या मतलब है सुबह आठ बजे से ढाई बजे तक अस्पताल खुलते है वंहा सूचना नही दी अस्पताल जाकर सूचना दे तो कार्यवाही होगी।जब सूचना देने वाले ने कहा कि यदि कोई कार्रवाई नही हुई तो वह फिर 1076 पर कॉल करेगा तो सीवीओ तिलमिलाते हुए बोले कि वह 1076 से क्या करा लेगा जो करना है वो कर लो तथा फोन डिस्कनेक्ट कर दिया।