- परतापुर से दौराला तक ग्रामीणों, बिल्डरों और व्यापारियों ने खोल रखे हैं कट
- भारी भरकम वसूली करने वाले एनएचएआई का मौत के कटोें पर कोई ध्यान नहीं
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: देश-दुनिया के लोगों को उत्तराखंड, हिमाचल और हरियाणा से जोड़ने वाली एक बेहद प्रमुख सड़क है राष्टÑीय मार्ग-58, यह जितनी महत्वपूर्ण सड़क है, उतना ही इस पर ट्रैफिक है। इस एनएच से रोजाना करीब 60 हजार वाहन गुजरते हैं। भारी भरकम ट्रैफिक होने के चलते यहां अक्सर हादसे होते रहते हैं। बड़ी वजह हाइवे पर अवैध कट हैं। लोगों ने अपनी सुविधा के हिसाब से डिवाइडर को तोड़कर दुपहिया वाहनों के लिए रास्ते बना लिए हैं।
ऐसे कट बनाने में बिल्डर और विभिन्न कालोनियों के लोग भी पीछे नहीं हैं। ऐसे में रोजाना ही यहां कोई न कोई दुर्घटना हो रही है। अफसोसजनक बात यह है कि एनएचएआई टोल के रूप में भारी भरकम रकम वसूलना नहीं भूलता, लेकिन अवैध कटों की तरफ उसका कोई ध्यान नहीं है। टोल कंपनी भी खामोशी की चादर ओढेÞ बैठी रहती है। अवैध कटों के चलते यहां जितनी मौतें होती हैं, पुलिस भी उन्हें अपने रिकार्ड से बाहर ही रखती है।
परतापुर बाइपास से लेकर रामपुर तिराहा (मुजफ्फरनगर) तक करीब 72 किमी लंबा हाइवे दुर्घटना फ्री नहीं हो पा रहा है। हाइवे पर दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही है। इसके लिए सबसे ज्यादा एनएचएआई और टोल कंपनी जिम्मेदार हैं। एनएच-58 के अलावा मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे का भी ट्रेक रिकॉर्ड हादसे में मौत के मामले में बद से बदतर है। आखिर इन मौतों की जिम्मेदारी कौन लेगा? सिस्टम की नजर में इंसानी जान कितनी सस्ती हैं। सड़क हादसों में आम लोग मरते रहें, सिस्टम को कोई फर्क नहीं पड़ता। जिम्मेदारों को कोई फर्क नहीं पड़ता।
रोड सेफ्टी के बड़े-बड़े दावे होते रहते हैं, लेकिन सड़कें कब्रगाह बन चुकी हैं। आंकड़ें गवाह हैं कि एनएच-58 पर होने वाली कुल मौतों के लिए रॉन्ग साइड ड्राइविंग दूसरा सबसे बड़ा कारण है। ट्रैफिक पुलिस क्या कर रही है? लोग सड़क पर चलने के लिए रोड टैक्स चुकाते हैं। कई राज्यों में रोड सेफ्टी सेस भी चुकाते हैं। रोड सेफ्टी कहां हैं? आप टोल चुकाते रहिए और सिस्टम की लापरवाही से सड़कों पर यूं ही मौत आपका इंतजार करती रहेगी। ये हादसा नहीं, हत्या है।
हादसे-दर-हादसे
- दुर्घटना-1: मेरठ आ रहे तीन दोस्तों की मौत
गाजियाबाद से मेरठ को कनेक्ट वाले डीएमई हाइवे पर रविवार तड़के एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। यह दुर्घटना हवा हवाई रेस्टोरेंट के पास हुई, जहां एक अज्ञात वाहन ने स्कूटी पर सवार तीन दोस्तों को टक्कर मार दी। ये तीनों दिल्ली के निवासी थे। हादसा सुबह करीब 3:18 बजे का है, जिसमें मौके पर ही तीनों व्यक्तियों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान त्रिलोकपुरी, दिल्ली के 21 वर्षीय बिट्टू उर्फ विकास, 30 वर्षीय अंशु उर्फ मनमोहन और 25 वर्षीय विपिन भट्ट के रूप में हुई है। ये सुबह करीब सवा तीन बजे स्कूटी पर बैठकर दिल्ली से रिश्तेदारी में मेरठ आ रहे थे।
- दुर्घटना-2: एरिया मैनेजर की मौत
करीब दो सप्ताह पूर्व जानी थाना के सुभारती के समीप हाइवे पर एक ढाबे के बाहर कैश वैन ने नोएडा में तैनात एरिया मैनेजर विक्रांत राणा को कुचल दिया। वह वैन से 100 मीटर तक घसीटते चले गए। हादसे में आसपास खडेÞ कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
- दुर्घटना-3: कार पलटी, दो की मौत
इससे पहले दिल्ली निवासी एक परिवार जो मोदीनगर में रिश्तेदारों रुकने के बाद हरिद्वार के लिए निकला था, जानी थाना के बागपत रोड फ्लाईओवर की सर्विस रोड पर अंधेरा होने के चलते हादसे का शिकार हो गए। जिसमें दो की मौत हो गयी। हादसे की वजह सर्विस रोड पर अंधेरा होना था।
- दुर्घटना-4: दौराला में दर्दनाक हादसा
2021 मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र में मेरठ-हरिद्वार हाइवे एनएच-58 पर कार ने स्कूटी सवार को टक्कर मार दी। इससे स्कूटी सवार युवक और महिला की मौके पर मौत हो गई। वहीं, हादसे के बाद कार अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा गई। इससे कार सवार चार युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के वक्त दो युवकों ने दम तोड़ दिया। जबकि दो का इलाज जारी है। उनकी भी हालत नाजुक बताई गई है।
- दुर्घटना-5: कार सवार छह की मौत
जुलाई 2023 को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर उल्टी दिशा में आ रही बस और कार में जोरदार टक्कर हो गई थी। इस हादसे में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत होने से मातम छा गया था। गलती बस चालक की थी, जोकि गलत लेन में आ रहा था। मरने वाले सभी लोग इंचौली क्षेत्र के धनपुर गांव निवासी थे।
- दुर्घटना-6: खरखौदा के दो युवकों की मौत
30 मई, 2024 को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर रात करीब साढ़े 12 बजे तेज रफ्तार ट्रक खराब खड़े ट्रक से टकरा गया। ट्रक में नौ लोग सवार थे, जो हादसे में घायल हो गए। इनमें से मेरठ के खरखौदा निवासी फजर (28) और फिरोज को मेडिकल रेफर कर दिया गया है, जहां फिरोज की मौत हो गई और उसके साथी फजर की हालत गंभीर बनी हुई थी, बाद में उसकी भी मौत हो गई।
- दुर्घटना-7: कार सवार छह की मौत
12 जुलाई, 2023 को नई दिल्ली, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर गाजियाबाद में मंगलवार को रॉन्ग साइड में चल रही स्कूल बस ने कार को टक्कर मार दी। आमने-सामने की टक्कर में कार के परखच्चे उड़ गए। छह लोगों ने मौके पर दम तोड़ दिया।
- दुर्घटना-8: मां-बेटे की मौत
22 जुलाई, 2024 को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर सड़क हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई थी। हादसे के समय दोनों स्कूटी पर मेरठ की तरफ से दिल्ली जाने वाली लेन पर जा रहे थे। महरौली पुल पर विपरीत दिशा में आई आॅल्टो कार ने स्कूटी में टक्कर मार दी। हादसे में स्कूटी सवार यश और मंजू की मौत हो गई थी।
- दुर्घटना-9: फुटपाथ पर सो रहे व्यक्ति पर चढ़ी कार
1 सितंबर, 2024 को गाजियाबाद के मेरठ रोड पर दिल्ली से मेरठ की ओर जा रही कार डीपीएस कट के पास कटे हुए पेड़ से टकरा गई। इससे कार अनियंत्रित होकर फुटपाथ पर सो रहे एक कामगार के ऊपर चढ़ गई। हादसे में फुटपाथ पर सो रहे 50 वर्षीय वेद प्रकाश की मौत हो गई। जबकि चालक के बगल में बैठे दिल्ली के नरेला की कृष्णा कालोनी एक्सटेंशन निवासी 42 वर्षीय सत्यनारायण की भी मौत हो गई।