- शहर की आबोहवा हुई बेहद खराब, हवा से बढ़ रही परेशानी, वाकई खराब दौर में चल रहा मेरठ का प्रदूषण
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: शहर के वायु प्रदूषण का आंकड़ा दिल्ली के आंकड़ों को पार करने को है। स्मॉग का वातावरण बना हुआ है और यहां दिन-रात स्क्रैप को जला-जलाकर फिजा में जहर घोला जा रहा है। खेल सांठगांठ के जहर का है, जो शहरवासियों का दम घोंटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। जलन-घुटन का माहौल और ऐसे हालात, वाकई जिम्मेदार कुंभकर्णी नींद में बैठे हैं।
खुलेआम अपने कारोबार की खातिर क्रांतिधरा की हवा में जहर घोलने वाले कारणों कीअगर जांच पड़ताल ग्राउंड लेवल पर की जाए तो वाकई हालात चौंकाने वाले आएंगे। मेरठ को क्रांतिकारी शहर के नाम से जाना जाता है, लेकिन कुछ सालों से अब यह शहर प्रदूषणकारी हो गया। यहां पर सामान्य दिनों में भी प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा रहा है। सर्दी के सीजन की शुरुआत में ही प्रदूषण लाल श्रेणी में पहुंच गया। मेरठ का एक्यूआई सोमवार को 254 दर्ज किया गया।
एनसीआर में मेरठ का नंबर अब प्रदूषण मेंं सबसे ऊपर होने लगा है। यहां आए दिन खराब हवा के चलते लोगों के सांसों पर संकट आ रहा है। अक्टूबर माह में ये हाल है तो दिवाली तक तो एक्यूआई 350 को पार कर जाएगा। सोमवार को मेरठ का एक्यूआई 254 दर्ज किया गया। कई दिन से 25 से 265 के आसपास मेरठ का एक्यूआई चल रहा है, जो मानक के अनुसार सही नहीं है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर से रोगी भी बढ़ते जा रहे हैं। मेरठ के अलावा मुजफ्फरनगर 190, गाजियाबाद 271, बागपत 245 दर्ज किया गया। शहर में जयभीमनगर 251, गंगानगर 315, पल्लवपुरम 197 दर्ज किया गया है।
गंगानगर की आबोहवा सबसे खराब
दो दिन से गंगागनर की हवा खराब हो रही है। यहां पर एक्यूआई 300 के ऊपर चलने के चलते लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। प्रदूषण के बढ़ने से गले और आंखों पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। प्रदूषण को बारिश या फिर तेज हवा के चलते ही कम किया जा सकता है।
फेल हो रहा सरकारी सिस्टम
ग्रेप सिस्टम लागू कर दिया गया और गे्रप टू की स्टेज लागू करने पर भी प्रदूषण पर रोकथाम नहीं की जा रही है। जिस कारण से यहां पर प्रदूषण का स्तर खराब दौर में पहुंच गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मेरठ की इंडो रबर एंड प्लाटिस्क वर्क्स और कान्हा स्पोर्ट्स इंड्रस्टी पर कार्रवाई करते हुए उनके कनेक्शन काट दिए, लेकिन अभी दर्जनों ऐसे इकाइयां है। जहां पर कार्रवाई नहीं हो रही है।
बढ़ेगी ठंड, गिरेगा पारा
आने वाला दौर ठंड का होगा, नवंबर और दिसंबर में अच्छी ठंड पड़ने का अनुमान है। सोमवार को भी मौसम बदला हुआ था। मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 31.3 डिग्री व रात का न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड़ किया गया।
अधिकतम आर्द्रता 89 व न्यूनतम 87 प्रतिशत दर्ज की गई। वहीं, इस संबंध में मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि आने वाले दो माह कड़ाके की ठंड के रहेंगे। इस बार अनुमान है कि अच्छी ठंड रहे और तापमान में भी गिरावट रहेगी। अभी दो-तीन दिन में और तापमान में गिरावट से मौसम बदलेगा।
एक नवंबर से दिल्ली में केवल बीएस-6 बसों की एंट्री
मेरठ: अब एक नवंबर से दिल्ली में बीएस-4 या इससे पुराने मॉडल की बसों को प्रवेश नहीं मिल सकेगा। इनके स्थान पर अपेक्षाकृत कम प्रदूषण फैलाने वाले बीएस-6 मॉडल की बसों के अलावा सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को ही दिल्ली में एंट्री दी जाएगी। इस आदेश के अनुपालन के लिए मेरठ परिक्षेत्र में संचािलत होने वाली परिवहन निगम की बसों के संचालन में भी परिवर्तन किया जाएगा। मेरठ परिक्षेत्र के सेवा प्रबंधक लोकेश राजपूत ने बताया कि मेरठ रीजन में इस समय बीएस-6 मॉडल की 120 बसें उपलब्ध हैं।
इनमें से 35 बड़ौत, 25-25 मेरठ और गढ़ डिपो को आवंटित की जाएंगी। इन तीनों डिपो की बसों का दिल्ली में सबसे अधिक आवागमन होता है। इसके अलावा सोहराब गेट डिपो को भी उसकी दिल्ली सेवा के लिए नए मॉडल की बसें उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि पुराने मॉडल की बसों का संचालन यूपी के भीतर आने वाले अन्य मार्गों पर किया जाएगा।