जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: वायु प्रदूषण और त्योहारों के दौरान नियमों का उल्लंघन करने की वजह से दिल्ली में लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी कोरोना के मामले अधिक देखने को मिले हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शनिवार को कोरोना के 56 नए मामले सामने आए, वहीं 66 मरीजों को छुट्टी दी गई। राहत की बात है कि किसी मरीज की कोरोना से मौत नहीं हुई।
जबकि बीते शुक्रवार को 77 दिन बाद दिल्ली में 62 लोग संक्रमित मिले थे और 22 अक्तूबर के बाद दो मरीजों की जान चली गई थी।
फिलहाल दिल्ली में अभी तक 14,40,388 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 14,14,934 मरीजों को छुट्टी दी जा चुकी है, जबकि 25,093 मरीजों ने कोरोना के कारण दम तोड़ दिया।
विभाग ने बताया कि कोरोना से मृत्युदर 1.74 फीसदी है। इनके अलावा नए मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से अब सक्रिय मामले भी बढ़कर 361 हो गए हैं।
इनमें से विभिन्न अस्पतालों में 147 मरीज भर्ती हैं। वहीं कोविड केयर सेंटर में 3 और होम आइसोलेशन में 155 मरीजों का उपचार चल रहा है।
विभाग ने बताया कि त्योहार निकलने के बाद जहां एक ओर दिल्ली में टीकाकरण अभियान तेज करने के लिए हर घर दस्तक अभियान शुरू किया गया है।
वहीं पिछले एक दिन में इस अभियान के 78,443 लोगों ने वैक्सीन लिया जिनमें 51,551 लोगों ने दूसरी खुराक ली है। अब तक राजधानी में 2.11 करोड़ से अधिक टीकाकरण हो चुका है।
जिनमें से 1.32 करोड़ लोग पहली खुराक ले चुके हैं और इनमें से 78.49 लाख लोग दोनों खुराक लेकर टीकाकरण पूरा कर चुके हैं। दिल्ली में कुल व्यस्क आबादी करीब 1.50 करोड़ के आसपास है और अभी भी करीब 18 करोड़ लोग वैक्सीन से दूर हैं।
जांच बढ़ी तो संक्रमण दर में हुआ इजाफा
विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले एक दिन में 58,483 सैंपल की जांच की गई थी जिनमें 0.10 फीसदी मरीज संक्रमित पाए गए।
दूसरी लहर निकलने के बाद यह संक्रमण दर सबसे अधिक है क्योंकि पिछले चार महीने से दिल्ली में 0.03 से 0.05 फीसदी के बीच ही रोजाना सैंपल कोरोना संक्रमित मिल रहे थे।
जबकि पिछले तीन दिन की बात करें तो बृहस्पतिवार को यह दर 0.08, शुक्रवार को 0.09 और अब 0.10 फीसदी दर्ज की गई है जो संक्रमण के प्रसार की ओर इशारा कर रही है।
दो दिन में दिल्ली के 20 इलाके सील
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले दो दिन में दिल्ली के 20 नए इलाके सील किए जा चुके हैं। यहां कोरोना संक्रमण के नए मामले मिलने की वजह से कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
इन इलाकों में किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी। यहां सिविल डिफेंस, आशा वर्कर और जिला प्रशासन की टीमों को तैनात किया गया है। फिलहाल दिल्ली में ऐसे 117 कंटेनमेंट जोन हो चुके हैं जो लगभग सभी जिलों में मौजूद हैं।