Tuesday, September 10, 2024
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वीआईपी सीएचसी थानाभवन पर डाक्टरों का टोटा

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  • टेक्नीशियन के न होने से धूल फांक रही एक्सरे मशीन

जनवाणी संवाददाता |

थानाभवन: प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा के पैतृक कस्बा थनाभवन स्थित समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सरकारी डाक्टरों की भारी टोटा है। इतना ही नहीं, टेक्नीशियन न होने के कारण जहां एक्सरे मशीन धूल फांक रही हैं, वहीं चीफ फार्मेसिस्ट द्वारा लिपिक का अतिरिक्त कार्यभार भी देखा जा रहा है।

थानाभवन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को आप वीवीआईपी की श्रेणी में रख सकते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है उत्तर प्रदेश की सरकार में काबिज भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा का पैतृक कस्बा भी थानाभवन हैं। मंत्री जी का आवास कस्बे में है। साथ ही, उनका फार्म हाउस तो सीएचसी के सामने है, जहां पर मंत्री जी हर रविवार जनता दरबार भी लगाते हैं। हालांकि कोरोना काल में जनता दरबार फिलहाल स्थगित चल रहा है।

कोरोना काल में प्रदेश सरकार लगातार स्थानीय स्तर पर संक्रमित मरीजों को उपचार दिए जाने के लिए प्रयासरत है। निगरानी समितियां गांव-गांव जाकर लक्षण वाले मरीज को कोरोना मेडिसन की किट मुहैया करा रहे हैं। इन सबके बीच थानाभवन सीएचसी पर स्वास्थ्य सेवाएं लचर हैं। अगर थानाभवन ब्लॉक क्षेत्र में सीएचसी-पीएचसी की बात की जाए तो एकमात्र सीएचसी थानाभवन में है जबकि चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बाबरी, जलालाबाद, गढ़ी अब्दुल्ला खा तथा हरड़ फतेहपुर में स्तिथ है।

वर्तमान में थानाभवन सीएचसी पर जनरल सर्जन, फिजीशियन, एनस्थेटिस्ट, स्त्री रोग विशेषज्ञ, उपचारिका, फार्मेसिस्ट, प्रयोगशाला प्राविधिक, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, महिला चिकित्सा अधिकारी, नेत्र सर्जन, लैब टेक्नीशियन, एक्स रे टेक्नीशियन, चौकीदार और लिपिक के 2 पद रिक्त चल रहे हैं। लिपिक का अतिरिक्त प्रभार चीफ फार्मेसिस्ट के पास है। सीएचसी पर 12 डाक्टरों की जरूरत है जबकि क्षेत्र की चारों पीएचसी पर 4-4 डक्टरों की जरूरत है। थानाभवन सीएचसी पर 12 डाक्टरों के स्थान पर महज 2 डाक्टर तैनात हैं।

दूसरी ओर, गांव बाबरी पीएचसी पर एक डाक्टर एक नर्स और एक फार्मेसिस्ट कार्यरत हैं। गढ़ी अब्दुल्ला खा पीएचसी पर एक डाक्टर तथा एक नर्स एक फार्मेसिस्ट और एक स्वीपर कार्य कर रहे हैं। वहीं हरड़ फतेहपुर पीएचसी एक डाक्टर, एक फार्मेसिस्ट, एक नर्स और एक वार्ड ब्वॉय के सहारे चल रही है। सीएचसी व पीएचसी को मिलाकर चतुर्थ श्रेणी के तीन कर्मचारी कार्यरत हैं जबकि आवश्यकता 12 चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की है।

मरीज उठा रहे परेशानी

सीएचसी पर शुक्रवार को पहुंची महिला मरीज रुकमेश देवी ने बताया कि वह स्त्री रोग से ग्रसित है। महिला डाक्टर के न होने के कारण बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज राजेश कुमार ने बताया कि सीएचसी पर खून जांच के लिए कोई सुविधा नहीं है।

धूल फांक रही है एक्सरे मशीन

थानाभवन सीएचसी पर एक्सरे मशीन धूल फांक रही है। एक्सरे मशीन होने के बावजूद कोई भी यहां रेडियोलॉजिस्ट नहीं है। एक्सरे करवाने के लिए शामली या मुजफ्फरनगर जाना पड़ता है।

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