- दिसम्बर में पूरा होना था चौड़ीकरण का काम, अभी करिए छह माह और इंतजार
- चौड़ीकरण में बाधित 427 में से मात्र 200 पेड़ ही अब तक कट पाए
- बिजली लाइन शिफ्टिंग में देरी से काम में आ रही बाधाएं
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सरकारी विभागों के बीच तालमेल की कमी का सीधा असर किस प्रकार विकास कार्यों पर पड़ता है इसका जीता जागता सुबूत हापुड़ रोड का चौड़ीकरण है। हापुड़ रोड पर जो काम दिसम्बर 2023 तक पूरा हो जाना चाहिए था वो अभी आधा भी नहीं हो पाया है। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि अभी इस काम में कम से कम छह माह का समय और लग सकता है।
दरअसल, विकास की एक महत्वकांशी योजना के तहत हापुड़ अड्डे से बिजली बम्बा बाइपास तक की रोड को सिक्स लेन में तब्दील करने के लिए शुरु हुए काम को दिसम्बर 2023 तक पूरा कर लेना था। दिसम्बर का एक सप्ताह भी बीत चुका है, लेकिन काम अभी आधा भी नहीं हो पाया है। अभी तक न तो पूरे पेड़ कट पाए हैं और न ही बिजली की लाइनें शिफ्ट हो पाई हैं। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि हाईडिल को होने वाले पेमेंट में देरी हुई जिस कारण काम रूका रहा। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार चूंकि हाइडिल को पेमेंट अक्टूबर के अन्तिम समय में हो पाया लिहाजा बिजली के खम्बों और तारों की शिफ्टिंग का काम रुका रहा।
इस काम के रुकने से वन विभाग द्वारा की जाने वाली पेड़ों की कटाई का काम भी अधम में आकर रुक गया। इस कार्य के प्रभारी पीडब्ल्यूडी के एई राम सेवक ने बताया कि हापुड़ अड्डा चौराहे से लेकर बिजली बम्बा बाइपास तक कुल 427 पेड़ों की कटाई होनी थी, लेकिन अभी तक लगभग 200 पेड़ ही कट पाए हैं। एई के अनुसार जब तक बिजली लाइनों की शिफ्टिंग का काम पूरा नहीं हो जाता तब तक वन विभाग भी पेड़ों को काटने में असमर्थ है। उन्होंने कहा कि वैसे जहां जहां पर हमें जगह मिल रही है हम काले काम (सड़क बनाना) को अंजाम दे रहे हैं।
पेमेंट हो चुका, अब आएगी काम में तेजी: पीडब्ल्यूडी
हापुड़ रोड चौड़ीकरण के प्रभारी व पीडब्ल्यूडी के एई राम सेवक के अनुसार चूंकि हाइडिल व वन विभाग का पेमेंट हो चुका है लिहाजा अब काम में तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि बिजलीकी लाइनें शिफ्ट होते ही पेड़ कटेंगे और उसके बाद तेजी से सड़क चौड़ीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा। एई राम सेवक के अनुसार मई तक काम को पूरा कर लिए जाने की उम्मीद है।