Thursday, April 25, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutआॅनलाइन ठगी पर कसेगा शिकंजा

आॅनलाइन ठगी पर कसेगा शिकंजा

- Advertisement -
  • हर थाने में बनेंगी साइबर हेल्प डेस्क, हर रोज बढ़ रहे ठगी के मामले
  • जल्द शुरू होगी थानों में हेल्प डेस्क बनाने की कवायद
  • साइबर क्राइम के मामलों से निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण

विनोद फोगाट |

मेरठ: साइबर अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है। लोग अपने घरों में बैठे ही साइबर अपराध के शिकार हो रहे है। यही नहीं लोगों को पता भी नहीं चल रहा और उनके खातों से साइबर अपराधी आॅनलाइन तरीके से पैसा निकाल लेते है। लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने अब प्रदेश के हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क बनाने का निर्णय लिया है। यही नहीं साइबर अपराधियों से निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

प्रदेश सरकार ने घरेलू हिंसा के मामलों से निपटने के लिए प्रदेश के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाई गई। ताकि पीड़ित महिलाओं की सुनवाई जल्द से जल्द हो और उन्हें न्याय मिल सकें। इसी तर्ज पर अब सरकार ने साइबर अपराध को रोकने के लिए प्रदेश के हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क बनाने का निर्णय लिया है। जिस पर जल्द की कार्य शुरू किया जाएगा।

अधिकारिक सूत्रों की मानें तो पुलिस इस अभियान के तहत लोगों को विभिन्न तरीकों से साइबर अपराधियों का शिकार होने से बचने के लिए भी जागरूक करेगी। इसी के साथ प्रत्येक साइबर हेल्प डेस्क पर साइबर अपराध के मामलों को संभालने में विशेषज्ञता वाले कम से कम दो प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों को भी नियुक्त किया जाएगा।

प्रदेश में फिलहाल 18 साइबर पुलिस स्टेशन है, जिनमें प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही साइबर धोखाधड़ी और धोखाधड़ी के मामले आते है जो सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किए जाते है। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों ने साइबर अपराधों के पीड़ितों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, जिसके माध्यम से पीड़ित अपनी शिकायत भी दर्ज करा सकते है।

पुलिस अधिकारियों की मानें तो अधिकांश साइबर अपराध के मामले साइबर धोखाधड़ी व वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित होते है। उनका कहना है कि यदि सही समय पर सुधारात्मक उपाय शुरू किए जाए तो राशि को फ्रिज किया जा सकता है, ताकि पीड़ितों के पैसों पर चपत न लग सकें। क्योंकि साइबर अपराध के शिकार पीड़ितों को इस बात की जानकारी नहीं है कि ठगी होने के बाद उन्हें क्या उपाय करने चाहिए।

इसके लिए लोगों को जागरूक करने का भी अभियान चलाया जाएगा। वहीं, एसपी क्राइम अनित कुमार का कहना है कि फिलहाल उनके पास अभी तक ऐसे कोई आदेश नहीं आए है। जैसे ही आदेश आते है तो वह जिले के सभी थानों में साइबर हेल्प डेस्क बनाने का काम शुरू करा देंगे। ताकि साइबर ठगी के पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय मिल सकें।

18 दिन में 27 लोगों के खातें में 831529 लाख कराएं रिफंड

साइबर सेल की टीम ने सितंबर में एक से लेकर 18 तारीख तक साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ठगी के शिकार 27 लोगों के खाते में 831529 रुपये रिफंड कराएं है। हालांकि साइबर सेल की टीम साइबर अपराधियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई कर रही है। इसके बावजूद आए दिन लोग साइबर अपराधियों के जाल में फंसकर घर बैठे ही अपनी रकम गवां रहे है।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments