वरिष्ठ संवाददाता |
सहारनपुर: बसपा सांसद हाजी फजलुर्हमान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है और कहा है कि किसानों की मांगों पर सरकार को अड़ियल रवैया छोड़कर गंभीरता से विचार करना चाहएि। देशहित व जनहित में यही है कि सरकार कानून को रद कर दे।
उन्होंने कहा कि संसद में विपक्ष की आपत्तियों व प्रतिक्रिया के बावजूद जल्दबाजी में पास किये गए इस कृषि बिल (अब कानून) से किसानों का भला नहीं होगा। भाजपा सरकार पूंजीपतियों को खुश करने के लिए किसानों की आवाज दबा रही है।
सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर देशहित व जनहित में कृषि बिलों को तुरंत वापस लेने की मांग के साथ यह भी कहा है कि किसानों की आवाज को नजर अंदाज करना बिलकुल भी सही नहीं है। सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि गत संसद सत्र में कृषि क्षेत्र से सम्बन्धित तीन विधेयक संसद में लाये गए थे जिन पर प्रतिपक्ष की प्रतिक्रिया/आपत्तियां होने के बावजूद उन विधेयकों को जल्दबाजी में पारित कर माननीय राष्ट्रपति महोदय के हस्ताक्षरोपरांत कानून बना दिया गया है।
सांसद ने कहा कि इन कानूनों के प्रकाशन होने पर देश के लगभग सभी प्रदेशों के किसानों द्वारा आक्रोश एवं आन्दोलन चलाये जाने की पहले ही अपनी आशंका व्यक्त कर दी थी। किसानों एवं इनसे सम्बन्धित सभी किसान संगठनों ने इन कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए धरने प्रदर्शन पूरे देश में करने प्रारंभ कर दिए, जिसके फलस्वरूप देश के विभिन्न प्रान्तों से किसान एवं किसान संगठन देश की राजधानी दिल्ली में एकत्रित हो गए। सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि किसानों की इस सम्बन्ध में जो मांगें हैं उन पर सकारात्मक रूप से विचार कर स्वीकार किया जाना जनहित एवं देश के हित में है।