- पश्चिमी बंगाल, असम राजस्थान, मेघालय, नागालैंड ने की पेट्रोल, डीजल मूल्य में कटौती
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: देश में लगातार बढ़ती पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर पांच राज्यों ने टैक्स कम कर दिया। इन राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैल्यू एडेड टैक्स को घटा दिया है। जिसके बाद इन राज्यों में पेट्रोल डीजल बाकी जगहों के मुकाबले सस्ते मिल रहे हैं।
पश्चिमी बंगाल, असम, राजस्थान, मेघालय और नागालैंड ने पेट्रोल और डीजल पर वैल्यू एडेड टैक्स घटा दिए हैं। इस मुद्दे को लेकर दैनिक जनवाणी ने लोगों से बात की तो इनका कहना था कि यूपी सरकार को टैक्स कम करने में क्या दिक्कत आ रही है।
शहर की प्रमुख कुटिया में युवाओं ने एक स्वर में कहा कि प्रदेश सरकार को देखना चाहिये कि अगर पेट्रोल और डीजल सस्ते हो सकते है तो अपने प्रदेश में कम क्यों नहीं किये जा रहे हैं। युवाओं मनोज चौहान, आशीष, शुभम, अर्पित भारद्वाज और उमेश उपाध्याय ने एक स्वर में कहा कि जिस रफ्तार से पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं उसने लोगों का जीवन दूभर कर दिया है।
रोज पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं और सौ रुपये प्रति लीटर के हिसाब से कई राज्यों में बिक रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस बारे में गंभीरता से सोचना चाहिये और आम जनता को राहत देनी चाहिये। इन युवाओं का कहना था कि 30 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से जब पेट्रोल आ रहा है।
ऐसे में इसे 90 रुपये प्रति लीटर बेचने का फायदा क्या है। जीआईसी प्रधानाचार्य फतेह चंद का कहना है कि प्रदेश सरकार को अन्य राज्यों की भांति अपने यहां भी पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती करनी चाहिए। क्योंकि पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने से अन्य कार्यों पर भी दबाव पड़ जाता है।
एनएएस कॉलेज प्रवक्ता डा. विवेक त्यागी का कहना है कि पेट्रोल डीजल के दाम कम करने की बात तो सही है, लेकिन जब देश की विकास की बात होती है तो कुछ सामानों के दाम में तो इजाफा होता ही है। मगर सरकार को अन्य संसाधनों में बढ़ोतरी करनी चाहिए।
डीएन इंटर कॉलेज के शिक्षक सुशील का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार को अन्य राज्यों की भांति पेट्रोल डीजल के दामों में कमी करनी चाहिए। क्योंकि अब यह सैकड़ा पार कर चुका है। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों रूप में जनता पर मार पड़ रही है।
मेरठ सिटी पब्लिक स्कूल डायरेक्टर राहुल केसरवानी का कहना है कि पेट्रोल, डीजल के दाम कम होना जरूरी हो गया है। क्योंकि इससे और सामानों के दामों में भी बढ़ोतरी हो रही है। जिसकी मां जनता को झेलनी पड़ रही है। सरकार को टैक्स कम करने के बारे में विचार करना चाहिए।