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नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। सनातन धर्म के अनुसार, हर महीने में दो एकादशी पड़ती हैं। वहीं इस बार आषाढ़ माह में एकादशी 14 जून और 29 जून को पड़ रही हैं। इस बार 14 जून को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है। बताया जाता है कि, इस व्रत को करने से व्यक्ति को सभी श्रापों से मुक्ति मिल जाती है और मृत्यु बाद व्यक्ति को मोक्ष मिल जाता है।
क्या होता योगिनी एकादशी व्रत का महत्व
बता दें कि, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और व्रत करने का महत्व है। वहीं, इस योगिनी एकादशी के व्रत को करने से 88 ब्राह्मणों को भोजन कराने मात्र फल मिलता है।
तिथि और शुभ मुहूर्त
दरअसल, एकादशी तिथि 13 जून 2023 को सुबह 09 बजकर 28 मिनट से शुरू हो रही है जिसके समाप्त होने का समय 14 जून सुबह 08 बजकर 48 मिनट है।
कैसे खालें व्रत
व्रत खोलने यानि पारण का समय 15 जून सुबह 5 बजकर 24 मिनट से सुबह 8 बजकर 10 मिनट तक है। पारण के दिन द्वादशी तिथि 15 जून 8 बजकर 32 मिनट पर समाप्त हो रही है।
ऐसे करें पूजन
सबसे पहले प्रात: उठकर इस दिन स्नान कर घर के मंदिर में दीप जलाकर पूजा करें। भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें और फूल और तुलसी अर्पित करें।
इसके बाद धूप-दीप जलाकर भगवान की आरती करें। विष्णु भगवान को भोग लगाएं और ध्यान से भोग प्रसाद में तुलसी ज़रूर मिलाएं। साथ ही इस दिन लक्ष्मी मां की भी पूजा करें।
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